लखनऊ: प्रदेश में कोरोना बेकाबू हो गया है. गत वर्ष जहां सितम्बर में वायरस पीक पर था. वहीं इस बार अप्रैल में सारे रिकॉर्ड तोड़ रहा है. स्थिति यह कि गत वर्ष 11 सितंबर को राज्य में सर्वाधिक मरीज 7,103 पाए गए. वहीं अब गुरुवार को सर्वाधिक 8,490 मरीज पाए गए. इस दौरान 39 मरीज की मौत हो गई.
लखनऊ टॉप पर
इसमें लखनऊ में भी अब तक के सर्वाधिक मरीज पाए गए. यहां 2,369 मरीजों में वायरस पाया गया. ऐसे में शहर में खौफ पसर गया. स्वास्थ्य विभाग के अफसरों में भी हड़कम्प रहा. मरीज-तीमारदार कोविड कंट्रोल रूम फोन करते रहे, मगर कई गंभीर मरीजों की अस्पताल शिफ्टिंग नहीं हो सकी. शहर में जांच से लेकर इलाज तक में आफत है.
चार जनपदों के 50 फीसद मरीज
राज्य के चार जनपदों में कोरोना ने कोहराम मचा दिया. कुल मरीजों के 50 फीसद मरीज चार जनपदों के हैं. वहीं मौतें भी इन्हीं जिले में सर्वाधिक है. लखनऊ में 2369 मरीज 11 की मौत, कानपुर नगर में 368 मरीज चार की मौत, प्रयागराज में 1040 मरीज 6 की मौत, वाराणसी में 794 मरीज, दो की मौत दर्ज की गई.
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1084 मरीजों ने वायरस को हराया
एक तरफ जहां कोरोना ने कइयों की जिंदगी लील ली. वहीं तमाम मरीजों ने वायरस को हराने में सफलता हासिल की है. प्रदेश भर में 1084 मरीजों ने वायरस को मात दी. अब तक 6,06063 मरीजों में वायरस को हराया है. वहीं 9003 मरीज अब तक मौत के शिकार हो चुके हैं.
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कैसे बढ़ा प्रकोप
तारीख | नए मरीज | मौत |
4 अप्रैल | 4164 | 31 |
5 अप्रैल | 3999 | 13 |
6 अप्रैल | 5928 | 30 |
7 अप्रैल | 6023 | 40 |
8 अप्रैल | 8490 | 39 |
अफसर संक्रमित, 19 गुना हुए सक्रिय मामले
गुरुवार को आईएएस आराधना शुक्ला उनके पति रिटायर्ड अधिकारी प्रदीप शुक्ला, पीसीएस अधिकारी समीर वर्मा के लविवि के हॉस्टल में तीन छात्राएं संक्रमित हो गईं. इसके अलावा राज्य में एक मार्च को दो हजार के करीब मरीज रहे. वहीं आठ अप्रैल को 39,338 सक्रिय मामले हो गए. ऐसे 19 गुना से ज्यादा कोरोना के सक्रिय केस हो गए. वायरस के नियंत्रण के लिए 15 हजार के करीब कंटेंमेंट जोन बनाए गए हैं. इसमें लखनऊ में 3000 के करीब कंटेंमेंट जोन हैं.
स्वास्थ्य महानिदेशालय के 21 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव
कैसरबाग स्थित स्वास्थ्य महानिदेशालय के 115 अधिकारी-कर्मचारियों की कोरोना RT-PCR जांच कराई गई. इनमें 15 लोगों की जांच अभी नहीं आई है. 100 में 21 अधिकारी-कर्मचारी संक्रमण की चपेट में आ गए हैं. इससे स्वास्थ्य महानिदेशालय में हड़कंप मच गया है. इसमें स्टेट लैब और हेल्प लाइन सेवा का कंट्रोल रूम के कर्मचारी भी शामिल हैं. बड़ी संख्या में संक्रमित मिलने से स्वास्थ्य महानिदेशालय में दहशत मच गई है.