लखनऊ: प्रदेश में रविवार को 24 घंटों में 2 लाख 2 हजार 467 कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 8,100 नए कोरोना पॉजिविट मरीज पाए गए. वहीं 12,080 मरीज ठीक होकर कोरोना मुक्त भी हुए. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि यह अच्छे संकेत हैं. कोरोना की हार तय है.
प्रदेश में कोविड तीसरी लहर नियंत्रण में है. हर दिन 2 लाख से ढाई लाख टेस्ट किए जा रहे हैं. साथ ही पॉजिटिविटी दर में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. हर नए दिन के साथ नए केस कम मिल रहे हैं.17 जनवरी के 1 लाख से अधिक एक्टिव केस के सापेक्ष आज 13 दिनों में 50% गिरावट हो चुकी है. वर्तमान में 55,574 एक्टिव केस हैं, इसमें से 53,361 लोग घर पर ही स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं. इससे स्पष्ट है कि बहुत कम संख्या में लोगों को अस्पताल की जरूरत पड़ रही है. यह संक्रमण वायरल फीवर की तरह है. इससे डरने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सभी एहतियात अवश्य बरतें.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि प्रदेश में अब तक 25 करोड़ 85 लाख से अधिक कोविड टीके का सुरक्षा कवच नागरिकों को प्रदान किया जा चुका है. 18 वर्ष से अधिक उम्र के 99.49% से अधिक लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है, जबकि 68% से अधिक लोग कोविड टीके की दोनों डोज ले चुके हैं. बीते दिन तक 15-17 आयु वर्ग के लगभग 65% किशोरों ने टीका कवर प्राप्त कर लिया है और 31 जनवरी तक के लक्ष्य के अनुसार पात्र 95% से अधिक लोगों को प्री-कॉशन डोज भी मिल चुकी है. यह स्थिति संतोषजनक है.
एग्रेसिव ट्रेसिंग और टेस्टिंग, त्वरित ट्रीटमेंट और तेज टीकाकरण कोविड के प्रसार को रोकने का सबसे महत्वपूर्ण साधन है. 31 जनवरी तक 100% लोगों को टीके की पहली डोज और 75% पात्र नागरिकों को दूसरी डोज लगाने का हमारा लक्ष्य है. इसे प्रत्येक दशा में पूरा किया जाना चाहिए.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि कोरोना की रोकथाम के उद्देश्य से 24 से 29 जनवरी तक आयोजित प्रदेशव्यापी विशेष सर्विलांस अभियान बहुत प्रभावी रहा है. निगरानी समितियां, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की टीम घर-घर गईं और लोगों का हाल चाल पूछा गया. इस अवधि में 11,0857 लक्षणयुक्त मरीजों की पहचान हुई. जबकि 239 लोगों को इलाज के लिए तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया. अब तक एक लाख से अधिक लोगों को मेडिसिन किट मिल गई है, शेष को भी जल्द उपलब्ध कराया जाएंगे. स्क्रीनिंग के दौरान 04.18 लाख वरिष्ठ नागरिक बिना टीकाकरण के मिले, इनका तत्काल टीकाकवर दिया जाएगा. 02 साल से छोटे करीब 7.01 लाख नवजात शिशुओं के नियमित टीकाकरण बाधित हुआ है और 2.89 लाख गर्भवती महिलाओं का वैक्सीनेशन शेष है, इन शिशुओं और महिलाओं को अभियान चलाकर टीकाकवर दिया जाएगा.
कोविड प्रबंधन के लिए गठित टीम-09 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा-निर्देश दिया कि सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से अस्पताल में उपचाराधीन कोविड पॉजिटिव मरीजों के परिजनों से नियमित अंतराल पर संवाद किया जाए. वहीं होम आइसोलेशन में स्वास्थ्य लाभ ले रहे लोगों से संवाद कर उन्हें मेडिकल परामर्श, दवाएं आदि मुहैया कराई जाएं.
95 पर आई रिकवरी रेट
30 अप्रैल 2021 को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 56 हजार हो गयी. वहीं रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसद थी. अप्रैल में घटकर 76 फीसद तक पहुंच गई. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 95.6 फीसद रह गयी है. राज्य में 24 अप्रैल 2021 को सबसे भयावह दिन रहा. इस दिन सर्वाधिक 38 हजार 55 मरीज पाए गए. वहीं 12 मई को एक दिन में 329 की जान चली गई.
पॉजिटीविटी रेट 0.01 फीसद से हुई 4.98 फीसद
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 12.02 फीसद है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट 4.98 फीसद हो गई है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसद रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसद पॉजिटीविटी रेट की गई. अक्टूबर में संक्रमण दर 0.01 फीसद थी.
इसे भी पढ़ें- यूपी कोरोना अपडेट: आज मिले 8,338 नए मरीज, 24 घंटे में 25 की मौत