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मुख्तार अंसारी के गुर्गे शकील हैदर मामले में नया खुलासा, लखनऊ में टिंबर व्यापारी से हड़पे थे 80 लाख - Mukhtar Ansari news

माफिया मुख्तार अंसारी के गुर्गे शकील हैदर और अन्य साथियों द्वारा बैंक के 107 करोड़ रुपये हड़पने मामले में एक नया खुलासा हुआ है. पुलिस की मानें तो शकील ने शहर के टिंबर व्यापारी फैजान से 5 बीघा जमीन दिलाने के नाम पर 80 लाख रुपये डकारे हैं जिसकी कीमत 1 करोड़ 60 लाख रुपए थी.

मुख्तार अंसारी.
मुख्तार अंसारी.
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Published : Aug 16, 2021, 12:17 AM IST

Updated : Aug 16, 2021, 12:35 AM IST

लखनऊ: माफिया मुख्तार अंसारी के गुर्गे शकील हैदर और अन्य साथियों द्वारा बैंक के 107 करोड़ रुपये हड़पने मामले में एक नया खुलासा हुआ है. पुलिस की मानें तो शकील ने शहर के टिंबर व्यापारी फैजान से 5 बीघा जमीन दिलाने के नाम पर 80 लाख रुपये डकारे हैं जिसकी कीमत 1 करोड़ 60 लाख रुपए थी. फैजान ने इस मामले में शकील हैदर, उसके भाई और एक प्रधान के खिलाफ केस चिनहट कोतवाली में दर्ज कराया था. मामला ठंडे बस्ते में था. अब पुलिस ने मामले की विवेचना दोबारा नए सिरे से शुरू कर दी है.

इंस्पेक्टर चिनहट घनश्यामणि त्रिपाठी ने बताया कि फैजान ने कुछ माह पूर्व केस दर्ज कराया था. उस समय मेरी तैनाती यहां नहीं थी. विवेचक को बुलाकर डिटेल एकत्र कर गंभीरता से मामले की छानबीन के निर्देश दिए गए हैं. चिनहट स्थित जमीन एक करोड़ 60 लाख रुपये की बताई जा रही है. शकील ने सारा रुपया लेकर उन्हें आधी जमीन ही दी थी और आधी किसी और को बेच दी. जमीन का 80 लाख रुपया शकील ने हड़प लिया. शकील ने अपने हनक के दम पर विवेचना ठंडे बस्ते में डलवा दिया. बैंक से 107 करोड़ हड़पने के मामले में वजीरगंज थाने में अलग-अलग 4 मुकदमा दर्ज होने के बाद शकील अहमद पर गाज गिर गया और पुलिस ने शकील के सारे मामलों की दोबारा विवेचना शुरू कर दी.

पुलिस की मानें तो चिनहट स्थित 5 बीघा जमीन की कीमत ₹1 करोड़ 60 लाख रुपये थी. शकील ने तय किया कि पूरी रकम में आधी रकम यानी 80 लाख रुपये बैंक में एक नंबर में चाहिए. जबकि 80 लाख रुपये दो नंबर में कैश चाहिए. खरीदार टिंबर व्यापारी फैजान ने ऐसा ही किया, लेकिन रजिस्ट्री के बाद टिंबर व्यापारी को 5 बीघे में सिर्फ ढाई बीघे जमीन पर कब्जा मिला. फैजान ने जब विरोध किया तो शकील ने उसे मुख्तार का नाम लेकर धमकाया जिस पर फैजान ने मुकदमा लिखाया.

शकील ने बैंक के 107 करोड़ हड़पे, दर्ज हुए 4 मुकदमे
बाहुबली विधायक व बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी के करीबी व वजीरगंज स्थित शीश महल निवासी शकील हैदर ने कुछ साल पहले यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया से 2 कंपनियों क्रमशः हिंद कंस्ट्रक्शन प्रोडक्ट प्रा. लि. और हिंद बिल्डटेक कंपनी के नाम से 107 करोड़ रुपये का लोन कराया था. यह रकम खाते में आने के बाद खर्च कर दी और लोन की किस्त भी नहीं दी. बैंक के अधिकारी के मुताबिक, हिंद कंस्ट्रक्शन प्रोडक्ट प्रा. लि. के नाम से 65 करोड़ और हिन्द बिल्डटेक के नाम 42 करोड़ का लोन कराया था. 65 करोड़ के लोन में शकील हैदर के अलावा हनी अब्बास, वारिस हसन और तनवीर अहमद शामिल थे. इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय ने बताया कि शकील हैदर के बैंक लोन लेने में बैंक कर्मियों की भूमिका संदिग्ध है. उसकी जांच की जा रही है. बैंक कर्मियों और अधिकारियों की मिली भगत से शकील हैदर को नियम दरकिनार करके लोन दिया गया था.

इसे भी पढे़ं- अंसारी गिरोह के 42 लोगों का शस्त्र लाइसेंस निरस्त

लखनऊ: माफिया मुख्तार अंसारी के गुर्गे शकील हैदर और अन्य साथियों द्वारा बैंक के 107 करोड़ रुपये हड़पने मामले में एक नया खुलासा हुआ है. पुलिस की मानें तो शकील ने शहर के टिंबर व्यापारी फैजान से 5 बीघा जमीन दिलाने के नाम पर 80 लाख रुपये डकारे हैं जिसकी कीमत 1 करोड़ 60 लाख रुपए थी. फैजान ने इस मामले में शकील हैदर, उसके भाई और एक प्रधान के खिलाफ केस चिनहट कोतवाली में दर्ज कराया था. मामला ठंडे बस्ते में था. अब पुलिस ने मामले की विवेचना दोबारा नए सिरे से शुरू कर दी है.

इंस्पेक्टर चिनहट घनश्यामणि त्रिपाठी ने बताया कि फैजान ने कुछ माह पूर्व केस दर्ज कराया था. उस समय मेरी तैनाती यहां नहीं थी. विवेचक को बुलाकर डिटेल एकत्र कर गंभीरता से मामले की छानबीन के निर्देश दिए गए हैं. चिनहट स्थित जमीन एक करोड़ 60 लाख रुपये की बताई जा रही है. शकील ने सारा रुपया लेकर उन्हें आधी जमीन ही दी थी और आधी किसी और को बेच दी. जमीन का 80 लाख रुपया शकील ने हड़प लिया. शकील ने अपने हनक के दम पर विवेचना ठंडे बस्ते में डलवा दिया. बैंक से 107 करोड़ हड़पने के मामले में वजीरगंज थाने में अलग-अलग 4 मुकदमा दर्ज होने के बाद शकील अहमद पर गाज गिर गया और पुलिस ने शकील के सारे मामलों की दोबारा विवेचना शुरू कर दी.

पुलिस की मानें तो चिनहट स्थित 5 बीघा जमीन की कीमत ₹1 करोड़ 60 लाख रुपये थी. शकील ने तय किया कि पूरी रकम में आधी रकम यानी 80 लाख रुपये बैंक में एक नंबर में चाहिए. जबकि 80 लाख रुपये दो नंबर में कैश चाहिए. खरीदार टिंबर व्यापारी फैजान ने ऐसा ही किया, लेकिन रजिस्ट्री के बाद टिंबर व्यापारी को 5 बीघे में सिर्फ ढाई बीघे जमीन पर कब्जा मिला. फैजान ने जब विरोध किया तो शकील ने उसे मुख्तार का नाम लेकर धमकाया जिस पर फैजान ने मुकदमा लिखाया.

शकील ने बैंक के 107 करोड़ हड़पे, दर्ज हुए 4 मुकदमे
बाहुबली विधायक व बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी के करीबी व वजीरगंज स्थित शीश महल निवासी शकील हैदर ने कुछ साल पहले यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया से 2 कंपनियों क्रमशः हिंद कंस्ट्रक्शन प्रोडक्ट प्रा. लि. और हिंद बिल्डटेक कंपनी के नाम से 107 करोड़ रुपये का लोन कराया था. यह रकम खाते में आने के बाद खर्च कर दी और लोन की किस्त भी नहीं दी. बैंक के अधिकारी के मुताबिक, हिंद कंस्ट्रक्शन प्रोडक्ट प्रा. लि. के नाम से 65 करोड़ और हिन्द बिल्डटेक के नाम 42 करोड़ का लोन कराया था. 65 करोड़ के लोन में शकील हैदर के अलावा हनी अब्बास, वारिस हसन और तनवीर अहमद शामिल थे. इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय ने बताया कि शकील हैदर के बैंक लोन लेने में बैंक कर्मियों की भूमिका संदिग्ध है. उसकी जांच की जा रही है. बैंक कर्मियों और अधिकारियों की मिली भगत से शकील हैदर को नियम दरकिनार करके लोन दिया गया था.

इसे भी पढे़ं- अंसारी गिरोह के 42 लोगों का शस्त्र लाइसेंस निरस्त

Last Updated : Aug 16, 2021, 12:35 AM IST
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