लखनऊ: यूपी में कोरोना के प्रसार में तेजी से गिरावट आ रही है. छह दिन में 50 फीसद कम मरीज मिले. वहीं शुक्रवार सुबह पांच हजार नए मरीज मिले. साथ ही इलाज के दौरान चार की मौत हो गई. फाइनल रिपोर्ट दोपहर बाद आएगी. शुक्रवार को 24 घंटे में 1 लाख 80 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 7,907 नए मरीजो में कोरोना की पुष्टि हुई.
इसके अलावा 14,993 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में देश में सर्वाधिक 9 करोड़ 87 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया. वहीं तीसरी लहर में 90 फीसद ओमिक्रोन वैरिएंट पाया जा रहा है.
अब तक 359 ओमीक्रोन के मरीज
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है. यह महाराष्ट्र से आये थे. वहीं 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. चार जनवरी को 23 मरीज मिले. अब तक कुल 526 सैम्पल की जीन सीक्वेंसिंग की गई. इसमें 359 ओमिक्रोन के मरीज पाए गए हैं. यूपी में विदेश यात्रा व अन्य राज्य से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है. एयर पोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं.
इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है।.अब हर भर्ती मरीज का भी जीन सीक्वेंसिंग टेस्ट होगा. ज्यादातर में डेल्टा वैरिएंट ही पाया जा रहा है. वहीं निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों की निगरानी रखें. रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारन्टीन करने के निर्देश जारी किए गए. गांव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया.
86 हजार से घटकर 72 हजार हुए एक्टिव केस
राज्य में मंगलवार को एक्टिव केस की संख्या 86 हजार थी. वहीं गुरुवार को 72 हजार रह गई. सरकार ने तीसरी लहर से निपटने की व्यवस्था कर ली है. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए.
0.01 फीसद पॉजिटीविटी रेट से 4.98 हुई
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 1.97 फीसद है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट अब 0.01 से बढ़कर 4.98 फीसद हो गई है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसद रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसद पॉजिटीविटी रेट की गई.
98.2 फीसद से 93 पर आई रिकवरी रेट
30 अप्रैल 2021 को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 72 हजार हो गयी. वहीं रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसद थी. अप्रैल में घटकर 76 फीसद तक पहुंच गई. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 97.2 से 93.8 फीसद रह गयी है. राज्य में 24 अप्रैल 2021 को सबसे भयावह दिन रहा. इस दिन सर्वाधिक 38 हजार 55 मरीज पाए गए. वहीं 12 मई को एक दिन में 329 की जान चली गई.
यूपी में 11 लाख से ज्यादा को लगी कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज
यूपी में बुजुर्गों, वयस्कों के साथ किशोरों का टीकाकरण जारी है. इसमें 60 वर्ष से अधिक, हेल्थ वर्कर, फ्रंट लाइन वर्करों को तीसरी डोज लगाई जा रही हैं. प्रदेश में कोरोना की तीसरी डोज लगावाने वालों की तादाद अब 11 लाख से अधिक हो चुकी है.
गौरतलब है कि कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज तभी लगाई जाती थी, जब दूसरी डोज लगने के 9 माह या 39 सप्ताह (273 दिन) पूरे हो गए हों. लेकिन अब कर्मचारियों को तीन माह या 90 दिन के गैप पर लगाई जा सकती है. ऐसे में वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ी है. शुक्रवार को तीसरी डोज लगाने वालों की संख्या 11 लाख पार कर गई हैं.
98.89 फीसद को लगी पहली डोज
प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों की 98.89 फीसद आबादी को पहली डोज लगाई जा चुकी है. वहीं 67.52 फीसद आबादी को दूसरी डोज लग चुकी है. यूपी में शुक्रवार को 18,048 केंद्रों पर टीकाकरण किया गया. इसमें 17,973 सरकारी व 75 निजी केंद्र बनाए गए थे. इस दौरान 7 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई गई. यूपी में कुल डोज 25 करोड़ 50 लाख से अधिक को लगााई जा चुकी है. वहीं दूसरी डोज लेने वालों की तादाद 9 करोड़ 98 लाख पार कर गई है.
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