लखनऊ : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में दूसरे चरण के मतदान में भी छिटपुट हिंसक घटनाएं हुईं. राज्य निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, शाम छह बजे तक सभी 20 जिलों में 73 फीसदी मतदान हुआ. छह बजे तक मतदान केंद्रों में पहुंचे मतदाता देर शाम तक मतदान करते रहे.
अव्यवस्था के बीच हुआ मतदान
कुछ जिलों में मतदान के दौरान अव्यवस्था की जानकारी भी राज्य निर्वाचन आयोग को मिली, लेकिन खबर लिखे जाने तक आयोग द्वारा कोई कार्रवाई किए जाने की जानकारी नहीं दी गई. कई जिलों में उपद्रव, हिंसक घटनाएं और एक-दो जगह पर फायरिंग आदि की घटनाएं भी हुईं. बावजूद इसके राज्य निर्वाचन आयोग ने शांतिपूर्ण मतदान कराए जाने का दावा किया है, लेकिन सच्चाई इससे काफी दूर है.
इन जिलों में हुई घटनाएं
दूसरे चरण के मतदान के दौरान कई जिलों में हंगामा और बवाल हुआ. अमरोहा में मतदान के दौरान प्रधान पद के प्रत्याशियों के बीच फायरिंग तक की घटना हुई, जिसमें पूर्व प्रधान कमल सिंह को गोली लग गई और गंभीर हालत में उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. एटा में भी मतदान के दौरान हिंसा होने की बात सामने आई है. सुलतानपुर में भाजपा नेता बबीता तिवारी ने एक मतदान बूथ में हंगामा किया और विपक्षी प्रत्याशी मनीषा पांडे का बूथ से हाथ पकड़ कर बाहर कर दिया, जिसको लेकर मतदान केंद्र में काफी देर तक बवाल होता रहा.
कन्नौज जिले के एक गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में बने बूथ पर भी बवाल हुआ. यहां निवर्तमान प्रधान ने अपने समर्थकों के साथ बूथ कैप्चरिंग करने का भी प्रयास किया. आजमगढ़ में मतदान के दौरान लालगंज तहसील के गांव में फर्जी मतदान को लेकर दो गुटों के बीच मारपीट और बवाल हुआ. इसके साथ ही बैलट बॉक्स में भी पानी डालने की घटना सामने आई है. अमरोहा के गजरौला थाना क्षेत्र के ख्यालीपुर गांव में ग्रामीणों ने फर्जी वोट डालने को लेकर हंगामा किया. फर्जी मतदान को लेकर यहां पर बवाल हुआ और पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा.
जिलों में मतदान की स्थिति
- मुजफ्फरनगर- 74.84 प्रतिशत
- बागपत- 75.32 प्रतिशत
- गौतमबुद्ध नगर- 73.30 प्रतिशत
- इटावा- 73.34 प्रतिशत
- ललितपुर- 70 प्रतिशत
- चित्रकूट- 64.03 प्रतिशत
- प्रतापगढ़- 60.06 प्रतिशत
- लखनऊ- 73 प्रतिशत
- लखीमपुर खीरी- 73 प्रतिशत
- वाराणसी- 68 प्रतिशत
- आजमगढ़- 64.55 प्रतिशत
बता दें कि बिजनौर, अमरोहा, बदायूं, एटा, मैनपुरी, कन्नौज, गोंडा और महराजगंज जिलों में हुए मतदान का प्रतिशत खबर लिखे जाने तक नहीं जारी किया गया था.
52 हजार से अधिक पोलिंग स्टेशन
दूसरे चरण के चुनाव के लिए सभी संबंधित 20 जिलों में 52 हजार 620 पोलिंग स्टेशन बनाए गए थे. यहां तीन करोड़ 23 लाख 69 हजार 256 मतदाता हैं.
चुनाव मैदान में 2 लाख 33 हजार उम्मीदवार
उत्तर प्रदेश में शुरू हुई पंचायत चुनाव की प्रक्रिया के अंतर्गत दूसरे चरण के लिए हुए नामांकन में 2 लाख 33 हजार 616 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए थे. जबकि ग्राम पंचायत सदस्य वार्ड के सवा लाख पदों पर उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र ही नहीं दाखिल किए और ये पद खाली रह गए. राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त मनोज कुमार के मुताबिक, दूसरे चरण के चुनाव में नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद 787 जिला पंचायत सदस्य वार्ड के पदों पर 8,024 और क्षेत्र पंचायत वार्ड सदस्य के 19,653 पदों पर 56,874 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए थे.
सवा लाख ग्राम पंचायतों के सदस्य पद पर नहीं मिले उम्मीदवार
इसी प्रकार दूसरे चरण में ग्राम पंचायतों के प्रधान के 14,897 पदों पर 99,404 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए थे. वहीं ग्राम पंचायत वार्ड सदस्य के 1,87,781 पदों पर 69,314 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किए. जबकि सवा लाख पदों पर उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र ही नहीं दाखिल किए. ऐसे में इन ग्राम पंचायतों के सदस्य पद के लिए आयोग को दोबारा से निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी करनी पड़ेगी.
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तीसरे चरण में 70 हजार 860 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित
तीसरे चरण के चुनाव में नाम वापसी के बाद सभी 19 जिलों में काफी संख्या में उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. राज्य निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, तीसरे चरण में निर्विरोध निर्वाचित होने वाले उम्मीदवारों में 6 जिला पंचायत सदस्य, 371 क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम पंचायत प्रधान के 55 व ग्राम पंचायत सदस्य के 70 हजार 428 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं.