लखनऊ : 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करने में हुई विसंगति के कारण नियुक्ति पाने से वंचित दलित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों ने सोमवार से धरनास्थल इको गार्डन में भूख हड़ताल शुरू कर दी. यहां सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर धरना स्थल इको गार्डन के बाहर गेट के सामने पिछले 558 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे थे. आरक्षण विसंगति प्रकरण पर अभ्यर्थियों ने बताया कि इस मामले को बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी लगातार लटकाए हुए हैं. बीते साल नवंबर में सुप्रीम कोर्ट से फैसला आने के बाद भी प्रदेश सरकार की ओर से नियुक्ति नहीं दी गई हैं. इसको लेकर मुख्यमंत्री से लेकर प्रदेश सरकार के हर मंत्री की चौखट तक आवाज पहुंचाई गई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है. इसके बाद अब अमरेंद्र पटेल के साथ वीरेंद्र यादव, धर्मवीर प्रजापति, अन्नू पटेल, अर्चना शर्मा, भूख हड़ताल पर बैठ गई हैं.
आरक्षण लागू करने में घोर अनियमितता : भूख हड़ताल पर बैठे अमरेंद्र पटेल ने बताया की 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करने में घोर अनियमितता बरती गई. जिस कारण आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को नौकरी से वंचित कर दिया गया. इस संबंध में कई बार आंदोलन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया और विसंगति दूर करते हुए पीड़ित दलित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिए जाने आदेश अधिकारियों को दिया था. जिसके आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने विसंगति को सुधारने के उपरांत 6800 दलित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने का वादा करते हुए एक सूची जारी की, लेकिन अभी तक न्याय नहीं मिल सका. हमारी मांग है कf सरकार इस मामले का त्वरित समाधान निकाले और सभी 6800 चयनित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों का हक अधिकार देते हुए उनकी नियुक्ति करे.