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लखनऊ में अस्पतालों के चक्कर लगाता रहा कोरोना संदिग्ध, इलाज के अभाव में हुई मौत

लखनऊ जिले में एक कोरोना संदिग्ध की अस्पताल के चक्कर लगाते-लगाते रास्ते में ही मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मरीज को पहले से ही टीबी की शिकायत थी. कुछ दिनों से उसे सांस लेने और गले में खराश की समस्या थी.

अस्पतालों के चक्कर लगाता रहा कोरोना संदिग्ध की रास्ते में मौत
अस्पतालों के चक्कर लगाता रहा कोरोना संदिग्ध की रास्ते में मौत
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Published : Apr 23, 2020, 11:30 AM IST

लखनऊ: जिले में एक बेहद गंभीर मामला सामने आया है. एक कोरोना संदिग्ध मरीज इलाज के लिए जनपद के बड़े चिकित्सा संस्थानों में चक्कर लगाता रहा. लेकिन सही समय पर इलाज न मिल पाने के कारण उसने दम तोड़ दिया.

कोरोना संदिग्ध मरीज लोहिया संस्थान से लेकर एसजीपीजीआई तक भटकता रहा, लेकिन किसी भी अस्पताल में उसे भर्ती नहीं लिया गया. मरीज को रेफर कर दिया गया. थक हार कर मरीज सिविल अस्पताल की ओर रवाना हुआ, लेकिन दुर्भाग्य से अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने रास्ते में दम तोड़ दिया. कोरोना जांच के लिए 65 वर्षीय मरीज का नमूना लेकर के सिविल अस्पताल की ओर से मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है.

अस्पताल के चक्कर लगाते-लगाते रास्ते में हुई मौत
कोरोना संदिग्ध मरीज की मौत के बाद उसका सैंपल लिया गया है. मिली जानकारी के अनुसार इंदिरा नगर के सेक्टर 10 निवासी मरीज का पहले से ही टीबी का इलाज चल रहा था, लेकिन बीते कई दिनों से सांस लेने में तकलीफ व गले में खराश इत्यादि बढ़ गई थी. तबीयत अधिक बिगड़ने पर परिवार वाले लोहिया संस्थान ले गए. जहां से उसे पीजीआई रेफर कर दिया गया.

परिजन तत्काल उसे एसजीपीजीआई ले गए. लेकिन वहां भी भर्ती नहीं किया गया. लिहाजा वह सिविल अस्पताल की ओर चल पड़े. लेकिन रास्ते में ही मरीज की मौत हो गई. सिविल अस्पताल के चिकित्सा डॉ. आशुतोष दुबे से मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने बताया कि परिवार जन मरीज को मृत ही यहां पर लाए थे. लेकिन सिविल अस्पताल ने मृतक का सैंपल ले लिया गया है और उसे केजीएमयू की लैब में भेज दिया गया है. साथ ही शव को रिपोर्ट आने तक सुरक्षित रखवा दिया गया है.

लखनऊ: जिले में एक बेहद गंभीर मामला सामने आया है. एक कोरोना संदिग्ध मरीज इलाज के लिए जनपद के बड़े चिकित्सा संस्थानों में चक्कर लगाता रहा. लेकिन सही समय पर इलाज न मिल पाने के कारण उसने दम तोड़ दिया.

कोरोना संदिग्ध मरीज लोहिया संस्थान से लेकर एसजीपीजीआई तक भटकता रहा, लेकिन किसी भी अस्पताल में उसे भर्ती नहीं लिया गया. मरीज को रेफर कर दिया गया. थक हार कर मरीज सिविल अस्पताल की ओर रवाना हुआ, लेकिन दुर्भाग्य से अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने रास्ते में दम तोड़ दिया. कोरोना जांच के लिए 65 वर्षीय मरीज का नमूना लेकर के सिविल अस्पताल की ओर से मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है.

अस्पताल के चक्कर लगाते-लगाते रास्ते में हुई मौत
कोरोना संदिग्ध मरीज की मौत के बाद उसका सैंपल लिया गया है. मिली जानकारी के अनुसार इंदिरा नगर के सेक्टर 10 निवासी मरीज का पहले से ही टीबी का इलाज चल रहा था, लेकिन बीते कई दिनों से सांस लेने में तकलीफ व गले में खराश इत्यादि बढ़ गई थी. तबीयत अधिक बिगड़ने पर परिवार वाले लोहिया संस्थान ले गए. जहां से उसे पीजीआई रेफर कर दिया गया.

परिजन तत्काल उसे एसजीपीजीआई ले गए. लेकिन वहां भी भर्ती नहीं किया गया. लिहाजा वह सिविल अस्पताल की ओर चल पड़े. लेकिन रास्ते में ही मरीज की मौत हो गई. सिविल अस्पताल के चिकित्सा डॉ. आशुतोष दुबे से मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने बताया कि परिवार जन मरीज को मृत ही यहां पर लाए थे. लेकिन सिविल अस्पताल ने मृतक का सैंपल ले लिया गया है और उसे केजीएमयू की लैब में भेज दिया गया है. साथ ही शव को रिपोर्ट आने तक सुरक्षित रखवा दिया गया है.

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