लखनऊ: उत्तर प्रदेश में गुरुवार को 24 घंटे में 1 लाख 95 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 5,316 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई. साथ ही 5,541 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में अब तक देश में सर्वाधिक 10 करोड़ से अधिक टेस्ट किए गए हैं. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया. याब तीसरी लहर में 90 फीसद ओमिक्रोन वैरिएंट पाया जा रहा है. 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11 फीसद, 19 जनवरी को सबसे अधिक 7.78 फीसद थी. इसके अलावा 25 जनवरी को संक्रमण दर 4.98 फीसद थी, जो अब घटकर 2.46 फीसद पर आ गई.
अब तक 359 ओमिक्रोन के मरीज
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है. यह महाराष्ट्र से आये थे. वहीं 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. चार जनवरी को 23 मरीज मिले. अब तक कुल 526 सैम्पल की जीन सीक्वेंसिंग की गई. इसमें 359 ओमिक्रोन के मरीज पाए गए हैं. यूपी में विदेश यात्रा व अन्य राज्य से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है. एयर पोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं. इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है. अब हर भर्ती मरीज का भी जीन सीक्वेंसिंग टेस्ट होगा. ज्यादातर में डेल्टा वैरिएंट ही पाया जा रहा है. वहीं निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों की निगरानी रखें. रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारन्टीन करने के निर्देश जारी किए गए. गांव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया है.
घटकर 41 हजार हुए एक्टिव केस
राज्य में जनवरी की शुरुआत में कोरोना की तीसरी लहर पीक पर थी. तब प्रदेश में एक लाख 16 हजार 616 एक्टिव केस हो गए थे. अब यह संख्या घटकर बुधवार को 41,471 हजार दर्ज की गई. सरकार ने तीसरी लहर से निपटने की व्यवस्था कर ली है. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए हैं.
0.01 फीसद पॉजिटीविटी रेट से 2.46 हुई
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 2.03 फीसद है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट 2.46 फीसद हो गई है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसद रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसद पॉजिटीविटी रेट की गई. अक्टूबर में संक्रमण दर 0.01 फीसद थी.
95 से 96.5 फीसद रिकवरी रेट
30 अप्रैल 2021 को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 41 हजार हो गयी. वहीं रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसद थी.अप्रैल में घटकर 76 फीसद तक पहुंच गई. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 96.5 फीसद रह गयी है. राज्य में 24 अप्रैल 2021 को सबसे भयावह दिन रहा. इस दिन सर्वाधिक 38 हजार 55 मरीज पाए गए. वहीं 12 मई को एक दिन में 329 की जान चली गई.
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कोरोना के पांच हजार से ज्यादा मरीज, वायरस ने 23 की ली जान - लखनऊ में कोरोना
यूपी में कोरोना के प्रसार में भले गिरावट आ रही हो, मगर रोज हजारों मरीज कोरोना की चपेट में आ रहे हैं. गुरुवार को पांच हजार से ज्यादा नए मरीज मिले. वहीं 23 मरीजों की जिंदगी छीन ली.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में गुरुवार को 24 घंटे में 1 लाख 95 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 5,316 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई. साथ ही 5,541 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में अब तक देश में सर्वाधिक 10 करोड़ से अधिक टेस्ट किए गए हैं. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया. याब तीसरी लहर में 90 फीसद ओमिक्रोन वैरिएंट पाया जा रहा है. 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11 फीसद, 19 जनवरी को सबसे अधिक 7.78 फीसद थी. इसके अलावा 25 जनवरी को संक्रमण दर 4.98 फीसद थी, जो अब घटकर 2.46 फीसद पर आ गई.
अब तक 359 ओमिक्रोन के मरीज
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है. यह महाराष्ट्र से आये थे. वहीं 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. चार जनवरी को 23 मरीज मिले. अब तक कुल 526 सैम्पल की जीन सीक्वेंसिंग की गई. इसमें 359 ओमिक्रोन के मरीज पाए गए हैं. यूपी में विदेश यात्रा व अन्य राज्य से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है. एयर पोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं. इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है. अब हर भर्ती मरीज का भी जीन सीक्वेंसिंग टेस्ट होगा. ज्यादातर में डेल्टा वैरिएंट ही पाया जा रहा है. वहीं निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों की निगरानी रखें. रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारन्टीन करने के निर्देश जारी किए गए. गांव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया है.
घटकर 41 हजार हुए एक्टिव केस
राज्य में जनवरी की शुरुआत में कोरोना की तीसरी लहर पीक पर थी. तब प्रदेश में एक लाख 16 हजार 616 एक्टिव केस हो गए थे. अब यह संख्या घटकर बुधवार को 41,471 हजार दर्ज की गई. सरकार ने तीसरी लहर से निपटने की व्यवस्था कर ली है. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए हैं.
0.01 फीसद पॉजिटीविटी रेट से 2.46 हुई
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 2.03 फीसद है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट 2.46 फीसद हो गई है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसद रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसद पॉजिटीविटी रेट की गई. अक्टूबर में संक्रमण दर 0.01 फीसद थी.
95 से 96.5 फीसद रिकवरी रेट
30 अप्रैल 2021 को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 41 हजार हो गयी. वहीं रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसद थी.अप्रैल में घटकर 76 फीसद तक पहुंच गई. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 96.5 फीसद रह गयी है. राज्य में 24 अप्रैल 2021 को सबसे भयावह दिन रहा. इस दिन सर्वाधिक 38 हजार 55 मरीज पाए गए. वहीं 12 मई को एक दिन में 329 की जान चली गई.
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