लखनऊ : अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम समेत जिस विभाग का जो भी दायित्व है वह विभाग अपने काम में तेजी ला रहा है. अपनी योजनाओं को साकार रूप देने में जुटा हुआ है. रेलवे प्रशासन जहां वंदे भारत एक्सप्रेस के साथ ही अयोध्या रेलवे स्टेशन को लेकर कवायद में जुटा हुआ है. वहीं यूपीएसआरटीसी ने 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दौड़ रहीं 50 इलेक्ट्रिक बसों को अयोध्या भेजा जाएगा. जिससे प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने आ रहे लाखों श्रद्धालुओं को परिवहन सेवाएं मुहैया कराई जा सकें. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम लखनऊ परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी भी मंगलवार को अयोध्या में आयोजित बैठक में शामिल हुए. बैठक में परिवहन सेवाओं के संचालन को लेकर मंथन हुआ. आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ का अनुमान लगाया जा रहा है. उन्हें परिवहन सेवाओं के लिए परेशान न होना पड़े इसके लिए पर्याप्त बसों की व्यवस्था किए जाने की योजना तैयार की जा रही है. इसे लेकर अधिकारियों की मीटिंग में आने वाली चुनौतियों का सामना करने की रणनीति तैयार की जा रही है. उन्होंने बताया कि इससे पहले लखनऊ रीजन से आधा दर्जन जनरथ बसों को अयोध्या रीजन के लिए ट्रांसफर कर दिया गया है. इसके अलावा अन्य एसी बसों को मेंटेन कर तैयार किया जा रहा है.
परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक व प्रवक्ता अजीत सिंह ने बताया कि अयोध्या रूट पर अब श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी होगी. लिहाजा इस रूट पर अच्छी बसों का संचालन किया जाएगा. जिससे श्रद्धालुओं को अयोध्या तक पहुंचने में किसी तरह की कोई समस्या न हो. आने वाले दिनों में नई बसें भी परिवहन निगम के बस बेड़े से जुड़ जाएंगी. जिससे इन्हीं बसों को तीर्थ स्थलों से जोड़ा जाएगा और लोगों को तीर्थ स्थलों तक पहुंचने की बेहतर सुविधा प्रदान की जाएगी.
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