लखनऊ: यूपी में कोरोना अब बेलगाम हो चला है. हर रोज हजारों संक्रमित हो रहे हैं. मंगलवार सुबह 4100 नए केस आए. वहीं राज्य में संक्रमितों की संख्या 33 हजार पार कर गई है. मगर, गंभीर होने पर अस्पतालों में भर्ती सिर्फ 400 मरीजों को होना पड़ा. यह दूसरी बीमारी से भी गिरफ्त में हैं.
यूपी में सोमवार को 2 लाख 1 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 8,334 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई. इतने केस एक दिन में मई में मिले थे. वहीं 335 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में देश में सर्वाधिक 9 करोड़ 48 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है.
इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. इसमें अब तक सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वेरिएंट ही पाया गया.
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि दफ़्तरों में 50 फीसद स्टाफ के साथ कार्य करने का सुझाव दिया गया है. वहीं एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन आदि पर यात्रियों में कोरोना की पुष्टि होने पर उन्हें संस्थान में आइसोलेशन में रखने के निर्देश दिए हैं.
अब तक 275 ओमीक्रोन के मरीज, 80 हजार निगरानी समिति अलर्ट
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है. यह महाराष्ट्र से आये थे. वहीं 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमीक्रोन वेरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. चार जनवरी को 23 मरीज मिले. अब तक कुल 275 ओमीक्रोन के मरीज पाए गए हैं. यूपी में विदेश यात्रा व अन्य राज्य से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है.
एयर पोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं. इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा. ज्यादातर में डेल्टा वेरिएंट ही पाया जा रहा है. वहीं निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों की निगरानी रखें. रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारन्टीन करने के निर्देश जारी किए गए. गांव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया.
33 हजार से ज्यादा पहुंची एक्टिव केसों की संख्या, भर्ती कम
राज्य में एक्टिव केस की संख्या 33946 हो गई. वहीं होम आइसोलेशन में 33,563 मरीज हैं. सिर्फ 401 मरीज भर्ती हैं. सरकार की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी जारी है. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए.
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0.01 फीसद पॉजिटीविटी रेट से 4.14 हुई
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 1.84 फीसद है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट अब 0.01 से बढ़कर 4.14 फीसद हो गई है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसद रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसद पॉजिटीविटी रेट की गई.
98.2 फीसद सेन97.2पर आई रिकवरी रेट
30 अप्रैल 2021 को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 33,946 हो गई है. वहीं रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसद थी. अप्रैल में घटकर 76 फीसद तक पहुंच गई. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 97.2 रह गई है. राज्य में 24 अप्रैल 2021 को सबसे भयावह दिन रहा. इस दिन सर्वाधिक 38 हजार 55 मरीज पाए गए. वहीं 12 मई को एक दिन में 329 की जान चली गई.