लखनऊ : प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Governor Anandiben Patel) से राजभवन में प्रान्तीय सिविल सेवा (कार्यकारी शाखा) 2020 बैच के 41 प्रशिक्षु अधिकारियों ने मुलाकात की. इस अवसर पर अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने उन्हें गरीब जनता के लिए प्राथमिकता से कार्य करने को कहा. उन्होंने कहा कि जनता के हित में प्राप्त प्रार्थना-पत्रों और फाइलों का निस्तारण कम से कम समय में करें, जिससे प्रार्थी को कम समय में समाधान और लाभ प्राप्त हो सके.
जनसम्पर्क के माध्यम से जनता की समस्याओं को जानने के अपने अनुभवों को साझा करते हुए राज्यपाल ने अधिकारियों से कहा कि उन्हें समस्याओं का समाधान करने की शक्ति प्राप्त हुई है. शक्तियों का सदुपयोग करें और समस्याओं का निराकरण करें. उन्होंने कहा कि अधिकारी नीति-नियम के अंतर्गत ही कार्य करें, लेकिन कोई जनहित का कार्य यदि नीति में नहीं है तो उसका विवरण और आवश्यकता को विस्तार से अपने वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचाएं, जिससे उस कार्य को कराने के लिए नीति-नियम बनाया जा सके. अधिकारियों का प्रयास होना चाहिए कि जो भी फरियादी उनके पास आए वो निराश होकर न जाए.
राज्यपाल ने अधिकारियों से ग्रामीण जीवन की समस्याओं और जटिलताओं के अपने अनुभव भी साझा किए. उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों को प्रेरित किया कि वे अपने कार्यकाल में वहां के सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने का कार्य जिम्मेदारी से करें. उन्होंने प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों के निवासियों की विविध समस्याओं पर भी ध्यान केन्द्रित कर निराकरण कराने की अपेक्षा प्रशिक्षु अधिकारियों से की. अधिकारियों को ईमानदारी से कार्य करने के लिए विशेष रूप से प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा कि जो भी बात करें स्पष्ट करें, सही जानकारी दें और सेवा भाव से कार्य करें. राज्यपाल ने इस अवसर पर प्रशिक्षु अधिकारियों से प्रशिक्षण काल में किए गए कार्य एवं अनुभवों की जानकारी भी ली. इस अवसर पर प्रमुख सचिव राज्यपाल कल्पना अवस्थी, उप्र प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी, लखनऊ के महानिदेशक एल वेंकटेश्वर लू एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे.
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