लखनऊ: कोरोना काल में सफाई कर्मियों को कोरोना योद्धा के रूप में सम्मानित किया जा रहा है. इस बीमारी से उभरने में सफाईकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. राजधानी के अमौसी एयरपोर्ट पर कार्यरत कुछ सफाईकर्मियों को बिना कोई नोटिस दिए निकाल दिया गया है. इसके बाद सफाईकर्मियों के सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई. सफाई कर्मचारियों ने बताया कि अचानक हम लोगों का पास जमा करा लिया गया. हम लोगों की बकाया 3 माह की सैलरी भी नहीं दी गई है. हम लोग बहुत ही परेशान हैं.
अमौसी एयरपोर्ट पर कार्यरत सफाई कर्मियों ने बीवीजी कंपनी पर अचानक नौकरी से निकालने का आरोप लगाया है. सफाई कर्मचारियों ने बताया कि बीवीजी कंपनी ने 40 कर्मचारियों को बिना नोटिस दिए कंपनी से निकाल दिया है, जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं. कर्मचारियों ने बताया कि कंपनी नए लोगों की भर्ती कर रही है. पुराने लोगों को बिना किसी कारण के निकाला जा रहा है. हम लोगों की सैलरी 3 महीने की बकाया है. कंपनी सैलरी देने में आनाकानी कर रही है. कंपनी के मैनेजर हम लोगों से अभद्रता करते हैं. मैनेजर का कहना है कि सैलरी नहीं देंगे. नौकरी पर भी नहीं रखेंगे. कुछ कर्मचारियों ने बताया कि बीवीजी कंपनी में संजीव मलिक सुपरवाइजर के रूप में कार्य करते हैं. ये एयरपोर्ट अथॉरिटी में एजीएम के पद पर तैनात भूपेंद्र के रिश्तेदार हैं, जिसकी वजह से संजीव मलिक सफाई कर्मचारियों से अभद्रता करते हैं. संजीव जिसको चाहता है नौकरी से निकलवा देता है. कंपनी की महिला कर्मचारी ने बताया कि नौकरी से निकाले जाने के बाद हम लोगों के सामने भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है.
कंपनी के सुपरवाइजर संजीव मलिक ने बताया कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ही कर्मचारियों को रखती और निकालती है. इसमें हमारी कंपनी का कोई भी रोल नहीं है. वहीं निकाले गए कर्मचारियों ने बताया कि कंपनी में बड़ा खेल चल रहा है. नए लोगों की भर्ती की जा रही है. पुराने लोगों को निकाला जा रहा है. जब लॉकडाउन चल रहा था, उस समय हम लोगों ने बहुत ही मेहनत से एयरपोर्ट परिसर में काम किया है. उस पीरियड का हम लोगों को सैलरी भी नहीं मिली है. अचानक ही आज 40 लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया है.