लखनऊ: निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से डिफेंस एक्सपो 2020 में डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के झांसी के लिए हुआ 36 हजार 68 करोड़ रुपये का एमओयू निरस्त हो गया है. यह एमओयू टाइटन एविएशन एंड एयरोस्पेस इंडिया लिमिटेड ने झांसी में मल्टीपल डिफेंस इंडस्ट्री पार्क बनाने के लिए किया था. कंपनी की तरफ से जमीन आवंटन के लिए पैसे नहीं जमा करने पर एमओयू को निरस्त करने की कार्रवाई औद्योगिक विकास विभाग की तरफ से की गई है.
यह सबसे बड़ा एमओयू था डिफेंस एक्सपो का
पिछले साल डिफेंस एक्सपो में तमाम बड़ी कम्पनियों की तरफ से बड़े एमओयू किये गए थे. करीब 12 कम्पनियों ने बुदेंलखंड में डिफेंस कॉरीडोर के लिए 38 हजार करोड़ 896 करोड़ के एमओयू किये थे. जिसमें सबसे बड़ा एमओयू 36 हजार 68 करोड़ रुपये का टाइटन एविएशन एंड एयरोस्पेस इंडिया लिमिटेड ने झांसी नोड के लिए किया था. यूपीडा के अधिकारियों के अनुसार कंपनी ने यूपीडा में अपनी डीपीआर सहित अन्य रिपोर्ट प्रस्तुत की, लेकिन जमीन आवंटन के लिए धनराशि नहीं जमा करने पर यह एमओयू निरस्त कर दिया गया है.
जमीन आवंटन की धनराशि और पत्रों के जवाब नहीं देने पर एमओयू निरस्त
यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी ने एमओयू निरस्त करने की कार्रवाई को पुष्टि किया है. उन्होंने कहा कि कम्पनी की तरफ से जमीन आवंटन की धनराशि और कम्पनी लगाए जाने की प्रक्रिया को लेकर ध्यान नहीं दिया गया. इसके अलावा यूपीडा के पत्रों पर जवाब भी नहीं दिया, जिसके कारण यह कार्रवाई की गई है. इसके साथ ही विभाग ने बुंदेलखंड के डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के निवेशकों की सूची से कंपनी का नाम निरस्त कर दिया है. वहीं झांसी के लिए यह एमओयू निरस्त होने के बाद पिछले दिनों नाइट्रो डायनेमिक्स एयरोस्पेस एंड डिफेंस लिमिटेड ने 600 करोड़ रुपये का निवेश करके 100 एकड़ में प्लांट लगाने का एमओयू किया है.