लखनऊ : राजधानी के साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में महिलाओं से जुड़े हुए रोगों के उपचार के लिए यूपी वार्षिक सम्मेलन होने जा रहा है. 17 से 19 मार्च तक 3 दिनों के लिए चलने वाले इस सम्मेलन में प्रदेश भर के डॉक्टर हिस्सा लेंगे. स्त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार जाहिर करेंगे.
लखनऊ में प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञों का 34वां यूपी वार्षिक सम्मेलन होने जा रहा है. यह सम्मेलन चौक में केजीएमयू के अटल बिहारी बाजपेई साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में किया जाएगा. 17 मार्च से होने वाला यह सम्मेलन 19 मार्च तक मनाया जाएगा. जिसमें महिलाओं से जुड़े हुए गंभीर रोगों के उपचार के लिए प्रदेश भर के विशेषज्ञ डॉक्टर हिस्सा लेंगे. कार्यक्रम की संस्थापक डॉ. चंद्रावती ने बताया कि 'कोविड के दौरान महिलाओं की डिलीवरी के दौरान तमाम तरह की नई बीमारियां सामने आईं थीं. डिलीवरी के समय जुड़ी हुई समस्याओं को देखते हुए इस कार्यक्रम का 34वां सम्मेलन किया जा रहा है, जिसमें प्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों के डॉक्टर भी हिस्सा ले रहे हैं. इस तरह की महामारी के दौरान डिलीवरी के अवसर पर चुनौतियों का सामना करने और उनका समाधान करने के लिए कार्यक्रम में विशेषज्ञ डॉक्टर उपस्थित हो रहे हैं और इस पर गहन मंथन चिंतन किया जाएगा.'
डॉ. प्रीति ने बताया कि 'महिलाओं की बीमारियों से जुड़े हुए इस कार्यक्रम की शुरुआत 17 मार्च से की जा रही है. उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की बीमारियों के उपचार के लिए किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में अभी तक 1200 डॉक्टरों ने रजिस्ट्रेशन किया है. डॉक्टरों की संख्या और भी ज्यादा होने की उम्मीद है. डाॅ. प्रीति ने बताया कि तीन दिवसीय स्त्री रोग विशेषज्ञों का वार्षिक सम्मेलन से पूर्व हेल्थ वर्करों को डिलीवरी के दौरान रख रखाव और समाधान की जानकारी दी जाएगी.
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