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लखनऊ: अवैध शराब पर लगाम के लिए दुकानों पर लगेगी 33 हजार POS मशीनें

उत्तर प्रदेश सरकार ने अवैध शराब के कारोबार पर पूरी तरह से शिकंजा कसने को लेकर बड़ा फैसला किया है. इसके लिए आबकारी विभाग शराब की दुकानों में 33 हजार पॉइंट ऑफ सेल यानी पीओएस मशीनें लगाएगा और विभाग को पूरी तरह से सर्विलांस सिस्टम से जोड़ा जाएगा.

शराब की दुकानों पर लगाई जाएंगी 33 हजार POS मशीनें.
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Published : Sep 25, 2019, 7:45 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अवैध शराब के कारोबार पर पूरी तरह से शिकंजा कसने को लेकर बड़ा फैसला किया है. आबकारी विभाग के अंतर्गत संचालित शराब की दुकानों पर पॉइंट ऑफ सेल यानी पीओएस मशीन लगाए जाने का फैसला किया गया है. आबकारी विभाग में ट्रेक एंड ट्रेस प्रणाली को अधिक से अधिक प्रभावी बनाने का फैसला माना जा रहा है.

शराब की दुकानों पर लगाई जाएंगी 33 हजार POS मशीनें.

शराब की दुकानों पर लगेगी पीओएस मशीनें
आबकारी विभाग के प्रमुख सचिव संजय भूसरेड्डी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में शराब की दुकानों में 33 हजार पॉइंट ऑफ सेल यानी पीओएस मशीनें लगाई जाएंगी. उन्होंने बताया कि सभी डिस्टलरीओं में सीसीटीवी कैमरा और डिजीलक्स भी लगाए जाएंगे. आबकारी विभाग के वाहनों का जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम भी प्रभावी तरीके से संचालित कराया जाएगा. आबकारी विभाग द्वारा राजस्व में वृद्धि और अवैध शराब के कारोबार पर पूरी तरह से शिकंजा कसने के लिए ट्रेक एंड ट्रेस प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाए जाने को लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.

इसे भी पढ़ें-लखनऊ: योगी कैबिनेट की बैठक में 20 प्रस्तावों को मिली मंजूरी

आबकारी विभाग को पूरी तरह से सर्विलांस सिस्टम से जाएगा जोड़ा
इसके माध्यम से शीरा के उत्पादन संचय वितरण से लेकर अल्कोहल का उत्पादन संचय वितरण बॉटलिंग एवं उपभोग के विभिन्न चरणों की जांच के लिए पीओएस मशीन, हैंड हेल्ड स्कैनर, सीसीटीवी, जीपीएस की व्यवस्था पूरी तरह से सुनिश्चित कराई जाएगी. प्रभावपूर्ण तरीके से विभाग के क्रियाकलापों में पारदर्शिता आएगी. इसके साथ ही विभाग को पूरी तरह से सर्विलांस सिस्टम जोड़ा जाएगा.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अवैध शराब के कारोबार पर पूरी तरह से शिकंजा कसने को लेकर बड़ा फैसला किया है. आबकारी विभाग के अंतर्गत संचालित शराब की दुकानों पर पॉइंट ऑफ सेल यानी पीओएस मशीन लगाए जाने का फैसला किया गया है. आबकारी विभाग में ट्रेक एंड ट्रेस प्रणाली को अधिक से अधिक प्रभावी बनाने का फैसला माना जा रहा है.

शराब की दुकानों पर लगाई जाएंगी 33 हजार POS मशीनें.

शराब की दुकानों पर लगेगी पीओएस मशीनें
आबकारी विभाग के प्रमुख सचिव संजय भूसरेड्डी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में शराब की दुकानों में 33 हजार पॉइंट ऑफ सेल यानी पीओएस मशीनें लगाई जाएंगी. उन्होंने बताया कि सभी डिस्टलरीओं में सीसीटीवी कैमरा और डिजीलक्स भी लगाए जाएंगे. आबकारी विभाग के वाहनों का जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम भी प्रभावी तरीके से संचालित कराया जाएगा. आबकारी विभाग द्वारा राजस्व में वृद्धि और अवैध शराब के कारोबार पर पूरी तरह से शिकंजा कसने के लिए ट्रेक एंड ट्रेस प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाए जाने को लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.

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आबकारी विभाग को पूरी तरह से सर्विलांस सिस्टम से जाएगा जोड़ा
इसके माध्यम से शीरा के उत्पादन संचय वितरण से लेकर अल्कोहल का उत्पादन संचय वितरण बॉटलिंग एवं उपभोग के विभिन्न चरणों की जांच के लिए पीओएस मशीन, हैंड हेल्ड स्कैनर, सीसीटीवी, जीपीएस की व्यवस्था पूरी तरह से सुनिश्चित कराई जाएगी. प्रभावपूर्ण तरीके से विभाग के क्रियाकलापों में पारदर्शिता आएगी. इसके साथ ही विभाग को पूरी तरह से सर्विलांस सिस्टम जोड़ा जाएगा.

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदिनाथ सरकार ने अवैध शराब के कारोबार पर पूरी तरह से शिकंजा कसने को लेकर बड़ा फैसला किया है आबकारी विभाग के अंतर्गत संचालित शराब की दुकानों पर पॉइंट ऑफ सेल यानी पीओएस मशीन है लगाए जाने का फैसला किया गया है आबकारी विभाग में ट्रेक एंड ट्रेस प्रणाली को अधिक से अधिक प्रभावी बनाने का फैसला माना जा रहा है।



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आबकारी विभाग के प्रमुख सचिव संजय भूसरेड्डी ने आज बताया कि उत्तर प्रदेश की शराब की दुकानों में 33000 पॉइंट ऑफ सेल यानी पीओएस मशीनें लगाई जाएंगी उन्होंने बताया कि सभी डिस्टलरी ओं में सीसीटीवी कैमरा और डिजीलक्स भी लगाए जाएंगे आबकारी विभाग के वाहनों का जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम भी प्रभावी तरीके से संचालित कराया जाएगा आबकारी विभाग द्वारा राजस्व में वृद्धि तथा अवैध शराब के कारोबार पर पूरी तरह से शिकंजा कसने के लिए ट्रेक एंड ट्रेस प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाए जाने को लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं इसके माध्यम से सिरा के उत्पादन संचय वितरण से लेकर अल्कोहल का उत्पादन संचय वितरण बॉटलिंग एवं उपभोग के विभिन्न चरणों की जांच के लिए पीओएस मशीन हैंड हेल्ड स्कैनर सीसीटीवी जीपीएस की व्यवस्था पूरी तरह से सुनिश्चित कराई जाएगी प्रभावपूर्ण तरीके से विभाग के क्रियाकलापों में पारदर्शिता आएगी जिससे पूरी तरह सके इसके साथ ही विभाग को पूरी तरह से सर्विलांस सिस्टम जोड़ा जाएगा



Conclusion:उत्तर प्रदेश में अवैध शराब के कारोबार और जहरीली शराब से मरने वाले लोगों की संख्या को कम करने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने यह बड़ा फैसला किया है।
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