नई दिल्ली/नोएडा : थाना फेस-3 पुलिस ने तीन ऐसे जालसाजों को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी दस्तावेज के माध्यम से धोखाधड़ी करते थे. पुलिस ने आरोपियों को थाना क्षेत्र के सेक्टर-63 के पास से पकड़ा है. अभियुक्तों के कब्जे से 10 कार्ड एटीएम, 8 सिम व 6 चेक बुक, 2 पासबुक, 4 आधार कार्ड, 4 पैन कार्ड, 1 आरसी, 1 कंपनी आईकार्ड, 1 फोटो पहचान पत्र और 1 ड्राइविंग लाइसेंस भी बरामद हुआ है.
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार, आरोपी फर्जी दस्तावेज के माध्यम से अकाउंट खोलते थे और क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और लोन-लेने का काम करते थे. इसके बाद बैंक से लिए गए पैसे को दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर उसे निकाल लिया करते थे. इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब एक लड़की द्वारा थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया.
लड़की ने पुलिस को बताया कि उसके नाम पर अकाउंट खुलवाया गया और उसमें गलत तरीके से पैसा ट्रांसफर किए जा रहे हैं और फिर निकाले जा रहे हैं. पुलिस ने मामले की जांच करते हुए तीनों आरोपियों को पकड़ लिया है. इनके पास से भारी मात्रा में एटीएम कार्ड, डेबिट कार्ड, आधार कार्ड सहित तमाम दस्तावेज बरामद हुए हैं.
मध्य प्रदेश, कानपुर के हैं आरोपी
अभियुक्तों की पहचान योगेंद्र केसरवानी पुत्र यमुना प्रसाद केसरवानी निवासी मकान 1, एन-16 सी तिलक नगर अल्लापुर इलाहाबाद, जगमोहन पुत्र रामप्रकाश शुक्ला निवासी ग्राम बारह थाना अकबरपुर जिला कानपुर देहात और प्रेमशंकर विश्कर्मा पुत्र लालबहादुर विश्वकर्मा निवासी ग्राम बगहेड़ी थाना चाकघाट जनपद रीवा मध्य प्रदेश के रूप में हुई है. आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 406, 467, 471, 468, 34, 354 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
लड़की के अकाउंट से कर रहे थे ट्रांजेक्शन
थाना फेस-3 प्रभारी अमित कुमार सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपी काफी शातिर किस्म के जालसाज हैं. इनके द्वारा फर्जी दस्तावेज बनाकर बैंकों से लोन, क्रेडिट कार्ड सहित अन्य धोखाधड़ी करने का काम किया जाता है. इन्होंने शिकायतकर्ता लड़की को अंधेरे में रखकर उसके नाम पर अकाउंट खोलकर कर उससे ट्रांजेक्शन शुरू कर दी थी.