लखनऊ: राजधानी में जालसाजों का गिरोह इतना सक्रिय है कि वह आए दिन नए-नए तरीकों को आजमा कर बेरोजगारों को अपना शिकार बनाता है. ऐसा ही एक मामला हजरतगंज थाना क्षेत्र से सामने आया है. यहां आरोपियों ने आयुष्मान कार्ड के लिए एजेंट बनाने के नाम पर 25-25 हजार रुपये ठग लिए. ऐसे ही तीन आरोपियों को हजरतगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
फर्जी कंपनी के नाम पर धोखाधड़ी
लखनऊ के हजरतगंज में आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर एक फर्जी कंपनी चलाई जा रही थी. इस कंपनी के नाम पर 4 लोग मिलकर भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसा कर उनसे रुपयों की ठगी कर रहे थे. मामले की जानकारी मिलते ही हजरतगंज कोतवाली की पुलिस सर्विलांस टीम की मदद से जांच कर रही थी. जांच के दौरान पता चला कि आरोपी अपनी कंपनी में एजेंट बनाने के नाम पर लोगों को जोड़ते थे और उनसे धन उगाही किया करते थे. धोखाधड़ी करने के इरादे से ही आरोपियों ने कंपनी खोली थी. आरोपी प्रत्येक व्यक्ति से 25-25 हजार रुपये लेकर आयुष्मान कार्ड बनाने की बात कह रहे थे.
3 आरोपी गिरफ्तार
इंस्पेक्टर हजरतगंज श्याम बाबू शुक्ला की मानें तो अभी हाल ही के दिनों में एक मुकदमा दर्ज कराया गया था. दर्ज मुकदमे में आरोप लगाया गया था कि कुछ लोग एक फर्जी कंपनी बनाकर आयुष्मान कार्ड बनाने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी कर रहे हैं. पुलिस ने इस ठगी का खुलासा करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एक आरोपी अभी भी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है. पकड़े गए आरोपियों की पहचान विजय कुमार सिंह बलिया निवासी, राजीव जयसवाल कुशीनगर निवासी और राजेश पांडे संत कबीर नगर निवासी के रूप में की है. इंस्पेक्टर ने बताया कि इनका एक साथी अभी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है और उसको भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.