लखनऊ: राजधानी के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के स्किल सेन्टर एवं यूपी चैप्टर एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया की तरफ से बुधवार को तीन दिवसीय एएलटीएस प्रोवाइडर कोर्स का सिल्वर जुबली कार्यक्रम आयोजित हुआ. केजीएमयू उत्तर प्रदेश का पहला केन्द्र है, जो प्रदेश में एटीएलएस प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है. पिछले पांच वर्षों (2016) से यह तीन दिवसीय प्रशिक्षण निरन्तर आयोजित किया जाता रहा है. इसी क्रम में बुधवार को एटीएलएस प्रशिक्षण का 25वां कोर्स सम्पन्न हुआ.
कोर्स निदेशक डॉ विनोद जैन ने बताया कि इस प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को ट्रॉमा रोगियों के जीवन को बचाने की विधा सिखाई जाती है. इस प्रशिक्षण में श्वास मार्ग की देखभाल, श्वसन में रूकावट, रक्त स्राव रोकने की विधियां, शॉक मैनेजमेन्ट, सिर एवं मेखदढ़ की चोट की पहचान व उपचार, बच्चों-बुज़ुर्गों एवं गर्भवती महिलाओं की विशेष देखभाल, रोगी के स्थानान्तरण का प्रोटोकॉल एवं विधि, हास्पिटल नेटवर्किंग इत्यादि का बहुत बारीकी एवं सहज रूप से प्रशिक्षण दिया जाता है.
एटीएलएस प्रशिक्षण कोर्स में मुम्बई, वाराणसी, हैदराबाद, आगरा, गुरुग्राम, कमाण्ड अस्पताल के साथ लखनऊ के विभिन्न चिकित्सालयों के प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया. डॉ विनोद जैन, डॉ समीर मिश्रा, कर्नल विकास चावला डॉ विकास सिंह, डॉ नेहा ठाकुर, डॉ दिव्य नारायण उपाध्याय, डॉ जाफर एवं डॉ मदन मिश्रा द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया. इस कोर्स की कोऑर्डिनेटर शालिनी गुप्ता एवं अस्सिटेन्ट को-आर्डिनेटर राघवेन्द्र शर्मा एवं वीनू दुबे मौजूद रही. सहायक के रूप में अभिषेक सिंह, अभिषेक यादव एवं शालिनी दुबे का विशेष योगदान रहा.