लखनऊ: पर्यावरण संतुलन के लिए जंगल विकास अभियान के अंतर्गत इस साल उत्तर प्रदेश में 25 करोड़ पौधे रोपने का राज्य सरकार ने लक्ष्य निर्धारित किया है. इस अभियान में कोविड-19 के चलते दूसरे राज्यों से वापस उत्तर प्रदेश लौटे प्रवासी मजदूरों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार देने की योजना भी वन विभाग ने बनाई है.
वन विभाग ने 25 करोड़ पौधरोपण के अभियान में उत्तर प्रदेश के 26 विभागों के साथ सामंजस्य बनाया है. इस पूरे अभियान में गड्ढा खुदाई से लेकर नर्सरी से पौधे लाने ले जाने और पौधरोपण के काम में लगाने के लिए प्रवासी मजदूरों की मदद लेने का फैसला किया है.
इससे प्रवासी मजदूरों को रोजगार भी मिल सकेगा और पौधरोपण अभियान भी आसानी से हो सकेगा. वन विभाग ने इसके लिए उत्तर प्रदेश के 26 विभागों से बातचीत भी की है. सभी विभागों के स्तर पर निर्धारित पौधरोपण अभियान में प्रवासी मजदूरों को शामिल करने की बात कही है.
मुख्य वन संरक्षक यूपी इस साल वर्षा काल 2020 में जुलाई महीने में 25 करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य रखा गया है. इसके दो पार्ट किए गए हैं. एक में वन विभाग खुद से अपने संसाधनों से 10 करोड़ पौधे लगाएगा, वहीं 15 करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य अन्य 26 विभागों को दिया गया है.
इस समय दूसरे राज्यों से आने वाले कामगर मजदूरों, प्रवासी मजदूरों को हमने पौधरोपण अभियान में लगाने का फैसला किया है. इससे प्रवासी मजदूरों को रोजगार भी मिल सकेगा और उनके रोजगार की चिंता भी समाप्त हो जाएगी. पौधरोपण अभियान जुलाई महीने में शुरू होना है, लेकिन उससे पहले का गड्ढा खुदाई का काम है, नर्सरी से पौधे लाने और ले जाने का काम है. इसके अलावा तमाम अन्य तरह के काम भी इस दौरान होने हैं. ऐसे कामों में प्रवासी मजदूरों को लगाया जाएगा.
इससे प्रवासी मजदूरों को रोजगार मिलेगा तो वहीं प्रवासी मजदूरों को खाने-पीने की चिंता के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा और वह खुद से इसकी चिंता अपने काम के माध्यम से कर सकेंगे.