लखनऊः लखनऊ विकास प्राधिकरण में करीब 24 हजार फाइलें गायब हैं. ऐसे में लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारी गायब फाइलों के रिकॉर्ड भी नहीं खोज पा रहे हैं. जो मूल आवंटी हैं वह परेशान हो रहे हैं. उनके म्यूटेशन और फ्रीहोल्ड जैसे जरूरी काम भी नहीं हो पा रहे हैं. ऐसे में उनकी परेशानी भी बढ़ना स्वाभाविक है. लखनऊ विकास प्राधिकरण ने फाइलों के गायब होने को लेकर संबंधित कंपनी राइटर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया है, लेकिन फाइलों को खोजने में एलडीए के अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस भी नाकाम साबित हो रही है.
राइटर कंपनी के खिलाफ दर्ज कराया गया है मुकदमा
एलडीए की तरफ से फाइलों के रखरखाव और उन्हें स्कैन करके दस्तावेज कंप्यूटर में लोड करने के लिए राइटर कंपनी को काम सौंपा था, लेकिन करीब 24 हजार फाइलें गायब हो चुकी हैं. कंपनी को कुल एक लाख 45 हजार फाइल दी गई थी, लेकिन इनमें से 24 हजार फाइलें मिल ही नहीं रही हैं. जिसको लेकर संबंधित कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है.
फाइल खोजने का काम जारी, दूर की जाएंगी आवंटियों की समस्या
लखनऊ विकास प्राधिकरण के सचिव पवन गंगवार ने बताया कि फाइलों को खोजने का काम चल रहा है. संबंधित कंपनी को एक बार फिर नोटिस देकर फाइलों को खोजने की बात कही गई है. एलडीए की करीब 24000 फाइलों का कोई विवरण नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में आवंटियों की परेशानी जायज है. हम प्रयास कर रहे हैं कि फाइलें मिल जाएं और मूल आवंटी के जो म्यूटेशन या फ्री होल्ड करने का काम है, वह कराया जा सके.
मुकदमे के बाद नहीं हुई कोई अन्य कार्रवाई
उल्लेखनीय है कि लखनऊ विकास प्राधिकरण में पिछले काफी समय से फाइलों के रखरखाव और उन्हें स्कैन करने के काम में बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ था. यह फाइलें गायब होने का मामला सामने आया. तमाम लोगों की फाइल गायब करके उनकी प्रॉपर्टी को दूसरे के नाम पर हस्तांतरित करने के भी मामले सामने आए थे, जिसके बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण की तरफ से संबंधित राइटर कंपनी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया था, लेकिन सिर्फ यह मुकदमे तक सीमित रहा और आगे की कोई अन्य कार्रवाई नहीं हो पाई.