लखनऊ: उत्तर प्रदेश के आईएएस अफसरों के लिए एक अच्छी खबर है. वर्ष 1988-89 बैच के 21 आईएएस अफसर जल्द ही अपर मुख्य सचिव बनाए जाएंगे. इन आईएएस अफसरों को प्रमुख सचिव से अपर मुख्य सचिव बनाए जाने के लिए नियुक्ति विभाग ने 20 पदों के सृजन संबंधी प्रस्ताव मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजे थे, जिसे मंजूरी मिल गई है.
ये अफसर बनेंगे अपर मुख्य सचिव
मौजूदा समय में राज्य में 16 अपर मुख्य सचिव के पद हैं, जिनमें वर्ष 1988 बैच के 10 आईएएस अफसर हैं. इनमें आलोक कुमार प्रथम, डॉ. रजनीश दुबे, राजन शुक्ला, नवनीत सहगल, एमवीएस रामी रेड्डी, जूथिका पाटणकर, मनोज कुमार सिंह, टी वेंकटेश, अरविंद कुमार, एस राधा चौहान शामिल हैं.
वर्ष 1989 बैच के 11 आईएएस अधिकारी हैं, इनमें मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एसपी गोयल, देवेश चतुर्वेदी, मोनिका एस गर्ग, आराधना शुक्ला, डिंपल वर्मा, डॉ. प्रशांत त्रिवेदी, मनोज कुमार सिंह, अमित मोहन प्रसाद, सुरेश चंद्रा, संजय एस भूसरेड्डी और अनिल कुमार द्वितीय शामिल हैं.
इन दोनों बैच के आईएएस अधिकारियों को प्रमुख सचिव से अपर मुख्य सचिव बनाने के लिए अतिरिक्त पदों की जरूरत होगी. शासन के सूत्रों के मुताबिक नियुक्ति विभाग ने अपर मुख्य सचिव के 20 पद सृजित करने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय को प्रस्ताव भेजा था. मुख्यमंत्री कार्यालय से यह मंजूरी मिल चुकी है. अब नियुक्ति विभाग स्थाई रूप से पद सृजन संबंधी प्रक्रिया पूरी करेगा. इसके बाद अफसरों को अपर मुख्य सचिव के पद पर पदोन्नति दिलाने के लिए डीपीसी कराई जाएगी.