लखनऊ: आवास विकास परिषद की गोसाईंगंज में आवासीय योजना का काम दिसंबर से शुरू हो जाएगा. इस योजना के लिए 80 फीसद भूमि अर्जित की जा चुकी है. बाकी जमीन जल्द मिल जाएगी. इस योजना में 20 हजार मकान बनेंगे.
गोसाईंगंज के मोहारीकलां और सिठौलीखुर्द गांव में जमीन का अर्जन किया जा रहा है. जहां करीब 80 फीसद जमीन का अर्जन किया जा चुका है. यहां पर आवास विकास परिषद 265 एकड़ में योजना लाएगा जो कि नई जेल रोड के पास होगी.
लखनऊ की पहली योजना जहां लैंड पूलिंग से ली जा रही है जमीन
यह लखनऊ की पहली आवासीय योजना है. जहां पर किसानों से लैंड पूलिंग के जरिए जमीन ली जा रही है. इस व्यवस्था के तहत किसानों को जमीन का मुआवजा नहीं दिया जाता है. उनको जमीन के बदले योजना विकसित होने के बाद कुल दी गई. जमीन 25 फीसद हिस्सा डेवलप करके दिया जाता है. जिसकी कीमत उनकी दी गई जमीन के कई गुना ज्यादा होती है. इन दोनों गांव के अधिकांश किसान लैंड पूलिंग के लिए तैयार हो गए हैं. जिसकी वजह से योजना का परवान चढ़ना संभव हो रहा है.
आवास विकास परिषद इसको अपनी बड़ी कामयाबी मान रहा है. क्योंकि लैंड पूलिंग से जमीन लेने में आर्थिक बोझ कम आता है. जो किसान इस तरह से जमीन नहीं देंगे आवास विकास परिषद अर्जन नीति के तहत उनको टाइम मुआवजा देकर जमीन ले लेगा.
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अपर आवास आयुक्त नीरज शुक्ला ने बताया कि हम दिसंबर में योजना को शुरू कर देंगे, विकास कार्य शुरू हो जाएंगे. दूसरे ढाई साल में यहां लोगों को बसाने का काम भी शुरू हो जाएगा. आवास विकास परिषद की यह छोटी मगर बेहतरीन आवासीय योजना होगी.