लखनऊ: यूपी में अब तक 2 करोड़ 15 लाख से अधिक लोगों को कोरोना जांच कराई जा चुकी है. प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग के अनुसार प्रदेश में सरकारी क्षेत्र के 260 लैब और निजी क्षेत्र में 138 लैब कोरोना की जांच कर रहे हैं. पूरे प्रदेश में 398 लैबों में कोरोना की जांच की जा रही है. इन लैब में प्रतिदिन 1 लाख 70 हजार कोरोना की जांच की रही है.
कोरोना संक्रमण की जांच के लिए आरटीपीसीआर, ट्रू नेट मशीन और रैपिड एंटीजन टेस्ट कराया जाता है. चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत प्रदेश के कुल 36 मेडिकल कॉलेज और केंद्रीय संस्थानों में आरटीपीसीआर लैब की सुविधा उपलब्ध है. प्रदेश सरकार द्वारा राजकीय क्षेत्र में 10 नई बीएसएल-2 लैब स्थापित किए गए हैं. जिनमें राजकीय मेडिकल कॉलेज जालौन, आजमगढ़, अंबेडकर नगर, सहारनपुर, बस्ती, बहराइच, फिरोजाबाद, अयोध्या और बदायूं जिला शामिल हैं. इसी के साथ चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के अधीन 8 जिला अस्पताल में आरटीपीसीआर लैब की बनाया गया है. मेडिकल कॉलेज झांसी एवं गोरखपुर में बीएसएल-3 लैब की सुविधा का विस्तारीकरण किया गया है. राजकीय मेडिकल कॉलेज कन्नौज में बीएसएल-3 लैब की स्थापना की गई है. प्रदेश में सरकारी क्षेत्र में कुल 45 आरटीपीसीआर लैब मौजूदा समय में कार्यरत है.
प्रयागराज में आधुनिक मशीन को बास की हुई स्थापना
मेडिकल कॉलेज प्रयागराज में आधुनिक उपकरण को बास मशीन की स्थापना की गई है. कोरोना वायरस में निजी क्षेत्र का भी पूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ है. वर्तमान में प्रदेश में कोरोना वायरस की जांच निजी लैब में संचालित हैं. कुल 48 निजी लैबों में कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध है.