लखनऊ: राजधानी में इन दिनों 17वां राष्ट्रीय पुस्तक मेले का आयोजन किया गया है. इसमें देश भर से किताबों के चाहने वाले पहुंच रहे हैं. किताबों के इस मेले में एक छोटा सा स्टॉल ऐसा भी है जो दो धर्मों के बीच की दूरियां कम करने का काम कर रहा है. यहां कुरान शरीफ की आयतें इंसानियत का पाठ पढ़ा रहीं, तो दूसरी तरफ गीता में लिखे श्लोक इंसान को इंसान से मोहब्बत करना सिखा रहे हैं.
राष्ट्रीय पुस्तक मेले का आयोजन-
हिंदुस्तान हमेशा से अपनी गंगा-जमुनी तहजीब के लिए पूरी दुनिया में एक खास पहचान रखता है. इसकी मिसाल इन दिनों लखनऊ में लगे राष्ट्रीय पुस्तक मेले में भी देखने को मिल रही है. इस किताबों के मेले में हजारों लेखकों और सैकड़ो किताबों के स्टॉल के बीच एक स्टॉल ऐसा भी है जो देश के दो बड़े धर्मों के बीच बनी दूरियों को कम करने का काम कर रहा है.
पढ़ें:- 17वें राष्ट्रीय पुस्तक मेला में आकर्षण का केंद्र बनी पीएम मोदी पर लिखी किताब
यूपी के रामपुर से आये स्टॉल मालिक मोहम्मद और अहमद के स्टॉल का नाम 'यही सिखाएं वेद कुरान' है. इसका मकसद लोगों के बीच किताबों के जरिए कुछ ऐसी जानकारियां देना है, जिससे हिंदू और मुस्लिम धर्म के बीच समानता जाहिर हो और दोनों धर्मों के पैगाम को एक-दूसरे के बीच आम किया जा सके. इस स्टॉल पर जहां हिन्दू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा देने वाली किताबें मौजूद हैं, तो वहीं यहां सरल भाषा में अनुवादित धार्मिक किताबें भी हैं. इस किताब स्टॉल में पोस्टर के जरिए कुरान की आयतें और वेद लिखे हैं. इसके बाद उनका सरल भाषा मे हिंदी अनुवाद है, जो बता रही है कि जो वेद सिखाता है वही कुरान भी सिखाता है.