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यूपी में अनुपस्थित चल रहे 15 चिकित्सा शिक्षक बर्खास्त - लखनऊ

प्रदेश के विभिन्न राजकीय मेडिकल कालेजों में अनुपस्थित रह रहे 15 चिकित्सा शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है. सहायक आचार्य और प्रवक्ता के पदों पर तैनात यह सभी चिकित्सा शिक्षक लंबे समय से अनधिकृत रूप से अनुपस्थित चल रहे थे.

चिकित्सा शिक्षा डाॅक्टर रजनीश दुबे
चिकित्सा शिक्षा डाॅक्टर रजनीश दुबे
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Published : Jan 6, 2021, 8:45 PM IST

लखनऊ: चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना के निर्देश पर प्रदेश के विभिन्न राजकीय मेडिकल कालेजों में अनुपस्थित रह रहे 15 चिकित्सा शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई है. अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा शिक्षा डाॅक्टर रजनीश दुबे ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सहायक आचार्य एवं प्रवक्ता के पदों पर तैनात यह सभी चिकित्सा शिक्षक लंबे समय से अनधिकृत रूप से अनुपस्थित चल रहे थे.

चिकित्सा शिक्षा डाॅक्टर रजनीश दुबे ने बताया कि बर्खास्त होने की लिस्ट में राजकीय मेडिकल कालेज, आगरा, कन्नौज, गोरखपुर, कानपुर और जालौन में कार्यरत थे. इसके अलावा हृदय रोग संस्थान कानपुर के चिकित्सा शिक्षक लंबे समय से मेडिकल कालेज से गायब थे, जिसके चलते उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. डाॅ. दुबे के मुताबिक, इन चिकित्सा शिक्षकों की सेवाएं समाप्त किए जाने के बाद रिक्त हुए पदों पर नई नियुक्तियां की जाएगी, जिससे आमजन को और बेहतर चिकित्सकीय सुविधाएं मिल सकेगी.

अन्य चिकित्सा शिक्षकों की सेवाएं होंगी समाप्त

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि शासन द्वारा ऐसे कुल 31 चिकित्सा शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जानी है. इनमें से 15 चिकित्सा शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई है.अब बचे हुए 16 चिकित्सा शिक्षकों की भी सेवाएं समाप्त किए जाने की कार्रवाई अंतिम चरण में है.

लखनऊ: चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना के निर्देश पर प्रदेश के विभिन्न राजकीय मेडिकल कालेजों में अनुपस्थित रह रहे 15 चिकित्सा शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई है. अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा शिक्षा डाॅक्टर रजनीश दुबे ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सहायक आचार्य एवं प्रवक्ता के पदों पर तैनात यह सभी चिकित्सा शिक्षक लंबे समय से अनधिकृत रूप से अनुपस्थित चल रहे थे.

चिकित्सा शिक्षा डाॅक्टर रजनीश दुबे ने बताया कि बर्खास्त होने की लिस्ट में राजकीय मेडिकल कालेज, आगरा, कन्नौज, गोरखपुर, कानपुर और जालौन में कार्यरत थे. इसके अलावा हृदय रोग संस्थान कानपुर के चिकित्सा शिक्षक लंबे समय से मेडिकल कालेज से गायब थे, जिसके चलते उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. डाॅ. दुबे के मुताबिक, इन चिकित्सा शिक्षकों की सेवाएं समाप्त किए जाने के बाद रिक्त हुए पदों पर नई नियुक्तियां की जाएगी, जिससे आमजन को और बेहतर चिकित्सकीय सुविधाएं मिल सकेगी.

अन्य चिकित्सा शिक्षकों की सेवाएं होंगी समाप्त

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि शासन द्वारा ऐसे कुल 31 चिकित्सा शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जानी है. इनमें से 15 चिकित्सा शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी गई है.अब बचे हुए 16 चिकित्सा शिक्षकों की भी सेवाएं समाप्त किए जाने की कार्रवाई अंतिम चरण में है.

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