लखनऊ : यूपी में कोरोना के केस में लगातार गिरावट आ रही हैं. राज्य में 21 दिन में छह फीसदी से ज्यादा संक्रमण दर घट गई है. ऐसे में मरीजों की संख्या में कमी आई है. बुधवार सुबह को 1200 नए मरीज पाए गए. दो की मौत हो गई. फाइनल रिपोर्ट दोपहर बाद आएगी.
मंगलवार को 24 घंटे में 1 लाख 80 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 1997 नए मरीज़ों में कोरोना की पुष्टि हुई. साथ ही 5453 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में देश में सर्वाधिक 10 करोड़ नौ लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया. याब तीसरी लहर में 90 फीसद ओमिक्रोन वैरिएंट पाया जा रहा है. 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11 फीसद, 19 जनवरी को सबसे अधिक 7.78 फीसद थी, जो अब घटकर 1.29 फीसद पर आ गई.
अब तक 359 ओमीक्रोन के मरीज
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है। यह महाराष्ट्र से आये थे। वहीं 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया। यह महिला अमेरिका से आई थी। चार जनवरी को 23 मरीज मिले। अब तक कुल 526 सैम्पल की जीन सीक्वेंसिंग की गई। इसमें 359 ओमिक्रोन के मरीज पाए गए हैं। यूपी में विदेश यात्रा व अन्य राज्य से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है। एयर पोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं। इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है। अब हर भर्ती मरीज का भी जीन सीक्वेंसिंग टेस्ट होगा। ज्यादातर में डेल्टा वैरिएंट ही पाया जा रहा है। वहीं निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों की निगरानी रखें। रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारन्टीन करने के निर्देश जारी किए गए। गाँव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया।
घटकर 23 हजार हुए एक्टिव केस
राज्य में जनवरी शुरुआत में तीसरी लहर पीक पर थी। इस दौरान एक लाख 16 हजार 616 एक्टिव केस थे। वहीं अब 23,180 हजार रह गए हैं । सरकार ने तीसरी लहर से निपटने की व्यवस्था कर ली है। अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं। इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं। वहीं 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं। 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए।
फरवरी : एक फरवरी 4901 केस, दो फरवरी 5052 केस , तीन फरवरी 5,316, चार फरवरी 3807, पांच फरवरी को 3,555 केस, छह फरवरी को 2779 केस, सात फरवरी 2414 केस, आठ फरवरी 1997.
अब 1.29 फीसद पर आई संक्रमण दर
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 2 फीसद है। इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट 1.29फीसद रह गई है। जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसद रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसद पॉजिटीविटी रेट की गई। अक्टूबर में संक्रमण दर 0.01 फीसद थी।
95 से 96.5 फीसद रिकवरी रेट
30 अप्रैल 2021 को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे। अब यह संख्या 23 हजार हो गयी। वहीं रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसद थी। अप्रैल में घटकर 76 फीसद तक पहुंच गई। वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 96.5 फीसद रह गयी है। राज्य में 24 अप्रैल 2021 को सबसे भयावह दिन रहा। इस दिन सर्वाधिक 38 हजार 55 मरीज पाए गए। वहीं 12 मई को एक दिन में 329 की जान चली गई।
UP Corona Update: यूपी में 21 दिन में घटी छह फीसदी से ज्यादा संक्रमण दर, बुधवार सुबह मिले 1200 नए मरीज
उत्तर प्रदेश में 21 दिन में छह फीसदी से ज्यादा संक्रमण दर घट गई है. ऐसे में मरीजों की संख्या में कमी आई है. बुधवार सुबह को 1200 नए मरीज पाए गए. दो की मौत हो गई. फाइनल रिपोर्ट दोपहर बाद आएगी.
लखनऊ : यूपी में कोरोना के केस में लगातार गिरावट आ रही हैं. राज्य में 21 दिन में छह फीसदी से ज्यादा संक्रमण दर घट गई है. ऐसे में मरीजों की संख्या में कमी आई है. बुधवार सुबह को 1200 नए मरीज पाए गए. दो की मौत हो गई. फाइनल रिपोर्ट दोपहर बाद आएगी.
मंगलवार को 24 घंटे में 1 लाख 80 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 1997 नए मरीज़ों में कोरोना की पुष्टि हुई. साथ ही 5453 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में देश में सर्वाधिक 10 करोड़ नौ लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया. याब तीसरी लहर में 90 फीसद ओमिक्रोन वैरिएंट पाया जा रहा है. 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11 फीसद, 19 जनवरी को सबसे अधिक 7.78 फीसद थी, जो अब घटकर 1.29 फीसद पर आ गई.
अब तक 359 ओमीक्रोन के मरीज
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है। यह महाराष्ट्र से आये थे। वहीं 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया। यह महिला अमेरिका से आई थी। चार जनवरी को 23 मरीज मिले। अब तक कुल 526 सैम्पल की जीन सीक्वेंसिंग की गई। इसमें 359 ओमिक्रोन के मरीज पाए गए हैं। यूपी में विदेश यात्रा व अन्य राज्य से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है। एयर पोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं। इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है। अब हर भर्ती मरीज का भी जीन सीक्वेंसिंग टेस्ट होगा। ज्यादातर में डेल्टा वैरिएंट ही पाया जा रहा है। वहीं निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों की निगरानी रखें। रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारन्टीन करने के निर्देश जारी किए गए। गाँव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया।
घटकर 23 हजार हुए एक्टिव केस
राज्य में जनवरी शुरुआत में तीसरी लहर पीक पर थी। इस दौरान एक लाख 16 हजार 616 एक्टिव केस थे। वहीं अब 23,180 हजार रह गए हैं । सरकार ने तीसरी लहर से निपटने की व्यवस्था कर ली है। अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं। इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं। वहीं 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं। 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए।
फरवरी : एक फरवरी 4901 केस, दो फरवरी 5052 केस , तीन फरवरी 5,316, चार फरवरी 3807, पांच फरवरी को 3,555 केस, छह फरवरी को 2779 केस, सात फरवरी 2414 केस, आठ फरवरी 1997.
अब 1.29 फीसद पर आई संक्रमण दर
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 2 फीसद है। इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट 1.29फीसद रह गई है। जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसद रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसद पॉजिटीविटी रेट की गई। अक्टूबर में संक्रमण दर 0.01 फीसद थी।
95 से 96.5 फीसद रिकवरी रेट
30 अप्रैल 2021 को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे। अब यह संख्या 23 हजार हो गयी। वहीं रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसद थी। अप्रैल में घटकर 76 फीसद तक पहुंच गई। वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 96.5 फीसद रह गयी है। राज्य में 24 अप्रैल 2021 को सबसे भयावह दिन रहा। इस दिन सर्वाधिक 38 हजार 55 मरीज पाए गए। वहीं 12 मई को एक दिन में 329 की जान चली गई।