लखनऊ: बाल श्रम के लिए हरियाणा के पानीपत ले जा रहे बच्चों को लखनऊ में मुक्त कराते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. बचपन बचाओ आंदोलन संस्था की सूचना पर बुधवार को पुलिस व चाइल्ड लाइन ने चिनहट इलाके के इंदिरा नहर के पास बस को रोका. इसके बाद बस की तलाशी लेते हुए बाल श्रम के लिए बिहार से पानीपत ले जाये जा रहे 12 बच्चों को रेस्क्यू करते हुए टीम ने मौके से पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, डीसीपी अपराध के शिकायत पर चिनहट कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज किया गया है.
संस्था ने डीसीपी अपराध को दी सूचना
बचपन बचाओ आंदोलन संस्था की ओर से मिली सूचना पर चाइल्ड लाइन और डीसीपी अपराध की टीम बस को ट्रैक किया. बस के मिलते ही चाइल्ड लाइन की टीम ने बस में मौजूद 12 बच्चों को रेस्क्यू कर बचाया गया. इन बच्चों को चाइल्ड लाइन लाया गया है. साथ ही बच्चों से काम कराने के लिए पानीपत ले जाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
डीसीपी अपराध ने दर्ज कराया केस
चाइल्ड लाइन में मौजूद डॉक्टर संगीता शर्मा का कहना है कि बुधवार की दोपहर को फोन पर उन्हें डीसीपी अपराध की तरफ से बालश्रम के लिए ले जाये जा रहे बच्चों की सूचना दी गई थी. इसी दौरान पुलिस की एक टीम को लेकर चिनहट इलाके के पास बिहार से पानीपत की ओर जाने वाली बसों की तलाशी ली गई. इसी बीच एक बस में बच्चे मिले गए, जिन्हें मुक्त कराया गया. उन्होंने बताया है यह मामला ह्यूमन ट्रैफिकिंग का था इसलिए डीसीपी अपराध की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया है.
आरोपियों से पूछताछ की जारी
एडीसीपी पूर्वी सैय्यद काशिम आब्दी का कहना है डीसीपी अपराध की तरफ से एक मुकदमा दर्ज कराया गया है. जिसमें राहिल, मुल्कराज, नासिर आलम, शाहनवाज व मशरूम को नामजद किया गया है. इन पांचों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पकड़े गए आरोपी 12 बच्चों को बिहार के अररिया पुनिया के पास से लाये थे और काम करवाने के लिए पानीपत ले जा रहे थे. नाबालिग बच्चों को चाइल्ड लाइन भेज दिया गया है. गिरफ्तार किए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है कि उन्होंने अब तक कितने बच्चों को ले जाया जा चुके हैं.
बाल श्रम के लिए ले जाये जा रहे 12 बच्चों को कराया गया मुक्त
राजधानी लखनऊ में पुलिस और चाइल्ड लाइन की टीम ने 12 बच्चों को बचाया है. इन बच्चों को बिहार से पानीपत बाल श्रम के लिए ले जाया जा रहा था.
लखनऊ: बाल श्रम के लिए हरियाणा के पानीपत ले जा रहे बच्चों को लखनऊ में मुक्त कराते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. बचपन बचाओ आंदोलन संस्था की सूचना पर बुधवार को पुलिस व चाइल्ड लाइन ने चिनहट इलाके के इंदिरा नहर के पास बस को रोका. इसके बाद बस की तलाशी लेते हुए बाल श्रम के लिए बिहार से पानीपत ले जाये जा रहे 12 बच्चों को रेस्क्यू करते हुए टीम ने मौके से पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, डीसीपी अपराध के शिकायत पर चिनहट कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज किया गया है.
संस्था ने डीसीपी अपराध को दी सूचना
बचपन बचाओ आंदोलन संस्था की ओर से मिली सूचना पर चाइल्ड लाइन और डीसीपी अपराध की टीम बस को ट्रैक किया. बस के मिलते ही चाइल्ड लाइन की टीम ने बस में मौजूद 12 बच्चों को रेस्क्यू कर बचाया गया. इन बच्चों को चाइल्ड लाइन लाया गया है. साथ ही बच्चों से काम कराने के लिए पानीपत ले जाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
डीसीपी अपराध ने दर्ज कराया केस
चाइल्ड लाइन में मौजूद डॉक्टर संगीता शर्मा का कहना है कि बुधवार की दोपहर को फोन पर उन्हें डीसीपी अपराध की तरफ से बालश्रम के लिए ले जाये जा रहे बच्चों की सूचना दी गई थी. इसी दौरान पुलिस की एक टीम को लेकर चिनहट इलाके के पास बिहार से पानीपत की ओर जाने वाली बसों की तलाशी ली गई. इसी बीच एक बस में बच्चे मिले गए, जिन्हें मुक्त कराया गया. उन्होंने बताया है यह मामला ह्यूमन ट्रैफिकिंग का था इसलिए डीसीपी अपराध की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया है.
आरोपियों से पूछताछ की जारी
एडीसीपी पूर्वी सैय्यद काशिम आब्दी का कहना है डीसीपी अपराध की तरफ से एक मुकदमा दर्ज कराया गया है. जिसमें राहिल, मुल्कराज, नासिर आलम, शाहनवाज व मशरूम को नामजद किया गया है. इन पांचों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पकड़े गए आरोपी 12 बच्चों को बिहार के अररिया पुनिया के पास से लाये थे और काम करवाने के लिए पानीपत ले जा रहे थे. नाबालिग बच्चों को चाइल्ड लाइन भेज दिया गया है. गिरफ्तार किए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है कि उन्होंने अब तक कितने बच्चों को ले जाया जा चुके हैं.