लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार ने रासायनिक उर्वरकों की प्रदेश में आपूर्ति के लिए रेलवे से 12 अतिरिक्त रैक की मांग की है. ताकि प्रदेश के सुदूर गांव में रासायनिक खादों की कमी ना हो. कई इलाकों से यह समाचार आ रहे हैं कि रबी फसल की बुआई के लिए खाद की कमी है. जबकि सरकार का दावा है कि उसके पास खाद की उपलब्धता जरूरत से 10 लाख मीट्रिक टन अधिक है.
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही (Uttar Pradesh Agriculture Minister Surya Pratap Shahi) ने रेल मंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि प्रदेश में रबी सीजन की समस्त फसलों की बुवाई का ही समय चल रहा है. रबी फसलों की बुवाई समयबद्ध कार्य है. इसलिए वर्तमान में राज्य के भीतर फास्फेटिक उर्वरकों की अत्यधिक मॉग है. उर्वरकों की ससमय आपूर्ति में रेलवे का महत्वपूर्ण सहयोग रहता है. इस को रबी में माह अक्टूबर एवं नवंबर में डीएपी की धीमी आपूर्ति के कारण प्रदेश के कई जनपदों में कृषकों को फसलों की बुवाई के समय सुगमतापूर्वक डीएपी की उपलब्धता कराने में कठिनाई अनुभव हो रही है. उर्वरक विनिर्माता/प्रदायकर्ता कंपनियों के द्वारा अवगत कराया गया कि पूर्वी पोर्ट का कीनाडा, कृष्णा पट्टनम, गंगावरम, वाई जैक एवं पारादीप से पर्याप्त संख्या में रैक्स की उपलब्धता न हो पाने के कारण आपूर्ति धीमी है. नवंबर में उपरोक्त पूर्वी पोर्ट से 149800 मीट्रिक टन डीएपी उर्वरक आवंटन के सापेक्ष 27 नवंबर तक मात्र 82143 मीट्रिक टन की आपूर्ति हो सकी तथा 67657 मीट्रिक टन आपूर्ति हेतु अवशेष है.
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