लखनऊ : प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपराध, अपराधियों और माफिया के खिलाफ शिकंजा (Operation Conviction) कसा हुआ है. उत्तर प्रदेश पुलिस अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाने के लिए 'ऑपरेशन कन्विक्शन' अभियान चला रही है. यूपी पुलिस ने घटनाओं की जल्द से जल्द विवेचना पूरी करने के साथ न्यायालय में विचाराधीन मुकदमों की प्रभावी पैरवी की. वहीं एक जुलाई, 2023 से छह अक्टूबर तक 7665 मामलों में 10487 आरोपियों को सजा हुई. जिसमें दो आतंकियों समेत 10 अभियुक्तों को फांसी की सजा, 1142 को आजीवन कारावास, 189 को 20 वर्ष की सजा और 722 आरोपियों को 10 वर्ष या उससे अधिक की सजा सुनाई गई.
पुलिस के सराहनीय कार्य के चलते आरोपियों को जल्द सजा और पीड़ित को न्याय मिला. पुलिस विभाग के सभी अधिकारियों को घटनाओं को जल्द से जल्द खुलासा करने के साथ आरोपियों के सजा दिलाने के लिए उच्चस्तरीय विवेचना और कोर्ट में पैरवी के निर्देश लगातार दिए जा रहे हैं, जिससे अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगे. यह पूरा ऑपरेशन एटीएस एडीजी मोहित अग्रवाल की अगुवाई में चलाया जा रहा था. पुलिस मुख्यालय से लगातार मॉनीटरिंग की जा रही थी, जिसके चलते अपराध के 5163 मामलों में और महिला उत्पीड़न पाॅक्सो के 14903 प्रकरण के साथ माफिया से सम्बन्धित 686 मामलों में कार्रवाई के पैरवी की गई. इसके चलते एक जुलाई 2023 से 6 अक्टूबर 2023 के बीच 7665 मुकदमो में 10487 अपराधियों को कोर्ट द्वारा सजा सुनाई गयी, जिसमें गौतमबुद्धनगर सबसे ज्यादा 408 मामलों में मामलों में सजा दिलाकर नंबर एक पर रहा. वहीं दूसरे नंबर सहारनपुर 244 मामलों में और अलीगढ़ 236 मामलों में सजा दिलवाकर तीसरे नंबर पर रहा.
पुलिस मुख्यालय पर शनिवार को 'ऑपरेशन कन्विक्शन' में विवेचना करने वालों को डीजीपी विजय कुमार ने सम्मानित किया. इस दौरान पैरवी करने वाले पैरोकार, इंस्पेक्टर व दरोगा के साथ लोक अभियोजक को भी सम्मानित किया गया. सम्मान पाकर पुलिस के चेहरे खिल उठे.