लखनऊ: बसपा सरकार (Bsp Government) के वक्त बनाए गए दलित महापुरुषों (Dalit lgreat men) के स्मारकों और पार्कों के रखरखाव के लिए जमा की गई 48 करोड़ की एफडी एकाउंट से 10 करोड़ का गबन (10 crore embezzlement) किया गया है. अज्ञात व्यक्ति के नाम बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank Of Baroda) के मैनेजर ने साजिश कर के एकाउंट खुलवाया और 10 करोड़ रुपये निकाल कर दूसरे खाते में जमा कर दिए. इस मामले में एलडीए के सचिव पवन कुमार गंगवार की तहरीर पर गुरुवार की देर शाम बैंक मैनेजर और दो अज्ञात व्यतियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया गया है, जबकि स्मारकों के वित्त प्रबन्धक को निलंबित कर दिया गया है.
एलडीए के सचिव पवन कुमार गंगवार ने बताया कि स्मारक समिति के रुपये का बैंक ने घोटाला किया है. शाखा प्रबंधक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. उन्होंने बताया कि स्मारक समिति के द्वारा एफडी कराए जाने के लिए भेजी गई धनराशि में से 10 करोड़ रुपये का गबन बैंक ऑफ बड़ौदा के शाखा प्रबंधक नागेंद्र पाल ने किया. मुख्य प्रबंधक स्मारक समिति/ सचिव विकास प्राधिकरण पवन कुमार गंगवार ने गोमती नगर थाने में जिसको लेकर मुकदमा करवाया है. उन्होंने बताया कि बैंक के स्तर से गबन किए जाने के कारण बैंक ऑफ बड़ौदा को ब्याज सहित धनराशि की एफडी उपलब्ध कराते हुए रिस्टोर करने की अपेक्षा की गई है.
स्मारक समिति की सभी एफडी का सत्यापन करने के लिए वित्त नियंत्रक, लखनऊ विकास प्राधिकरण की अध्यक्षता में समिति बनाई गई है. सदस्य सचिव/ उपाध्यक्ष विकास प्राधिकरण द्वारा समय से एफडी का मिलान कर प्राप्त न करने के लिए प्रबंधक वित्त देवेंद्र मणि उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया है. एलडीए के वित्त नियंत्रक राजीव कुमार सिंह को स्मारक समिति के प्रबंधक वित्त का अतिरिक्त चार्ज दिया गया.
एक डमी व्यक्ति को इस साजिश में खड़ा किया गया. उसको समिति का मुख्य अकाउंटेंट घोषित किया गया. इसके बाद में स्मारक की एक फर्जी बैठक की गई, जिसमें एक नया एकाउंटेंट कृष्ण मोहन श्रीवास्तव बनाकर उसके खाते में रुपये ट्रांसफर कर दिए गए.