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ललितपुर: डॉक्टरों की लापरवाही से प्रसूता की मौत, परिजनों ने काटा हंगामा

यूपी के ललितपुर में स्थित जिला महिला अस्पताल का ऐसा मामला सामने आया है, जहां इलाज न मिलने के कारण प्रसूता की मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा काटा. मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को शांत किया.

मृतका का पति प्रताप सिंह लोधी
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Published : Sep 8, 2019, 2:21 PM IST

ललितपुर: जिला महिला चिकित्सालय अपने कारनामों के चलते लगातार सुर्खियों में बना रहता है. ताजा मामला देर रात्रि का है. जहां इलाज ने मिलने के कारण प्रसूता की मौत हो गई. दरअसल जिला कोतवाली के मोहल्ला पिसनारी की निवासी 28 वर्षीय विकलांग महिला माया को प्रसव पीड़ा के चलते महिला चिकित्सालय में रात 9 बजे भर्ती कराया गया था और देर रात महिला का ऑपरेशन कर प्रसव कराया गया और रात में ही प्रसूता की मौत हो गई. वहीं मृतक के पति ने डॉक्टर पर रुपये लेने का भी आरोप लगाया है.

प्रसूता की मौत के बाद परिजनों के अस्पताल में काटा हंगामा.

पढ़ें: मरीजों की जान के साथ खिलवाड़, टॉर्च की रोशनी में हो रहा इलाज

इजाल न मिलने के कारण प्रसूता ने तोड़ा दम
ललितपुर कोतवाली के मोहल्ला पिसनारी की निवासी 28 वर्षीय विकलांग महिला माया को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. प्रसव के बाद डॉक्टर और स्टाफ की लापरवाही के चलते प्रसूता ने असमय ही दम तोड़ दिया. प्रसूता की मौत की खबर सुनते ही परिजन और रिश्तेदार जिला चिकित्सालय पहुंचे और हंगामा काटना शुरू कर दिया. मौके पर पहुंची पुलिस ने जैसे तैसे मृतिका के परिजनों को समझया.

मृतका के पति ने डॉक्टर पर लगाया रुपये लेने का आरोप
वहीं मृतका के पति प्रताप सिंह लोधी ने ईटीवी भारत से बातचीत कर बताया कि कि रात को डिलेवरी के लिए यहां आए थे तो डॉक्टर बोली कि 8,000 रुपये दो नहीं तो झांसी रेफर कर देंगे. हमने 8,000 रुपये दिए और रात लगभग 10 बजे ऑपरेशन हुआ. बच्चा सही सलामत हुआ था और उसकी मां भी सही थी. उसके बाद रात एक बजे बच्चे की मां मुझसे बोली कि बड़े बच्चे को ले जाओ घर सुबह आ जाना और सुबह साढ़े 4 बजे मुझे सूचना मिली कि बॉडी ले जाओ. हम अपनी मां को अस्पताल छोड़ गए थे. सुबह जब हम अस्पताल आए तो तीन घंटे तक न तो किसी स्टाफ ने सुनी और बॉडी को गोल कर दिया और कहने लगे कि ट्रीटमेंट चल रहा है.

वहीं मृतका के पति ने बताया कि स्टाफ के शब्द थे कि उस कोने में बॉडी पड़ी है उठा ले जाओ. कोई इलाज भी नहीं हुआ. यहां की डॉक्टर गीतांजली की लापरवाही से हमारे साथ ये हुआ है. बच्चा अभी मशीन पर रखा है और साइन करने का दबाब बनाया जा रहा है. जब तक डीएम नही आएंगे तब तक हम कुछ नहीं करेंगे.


जिस महिला की मृत्यु हुई है ,वो रात 9 बजे करीब भर्ती हुई थी. डॉक्टर ने देखा, जिसके बाद ऑपरेशन 10 बजे करीब ऑपरेशन हुआ और ऑपरेशन के बाद सब कुछ ठीक था, लेकिन सुबह 4 बजे लगभग डॉक्टर को सूचना की मरीज को कुछ परेशानी हो रही है. छाती में दर्द बता रही है तो मरीज को अटेंड किया गया और आवश्यक इलाज किया गया, लेकिन सुबह करीब 5 बजे मरीज की मृत्यु हो गई. वहीं पैसे लेने की बात है तो उसकी जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर पैनल बनाकर मामले की जांच की जाएगी.
डॉक्टर जेएस बक्शी, प्रभारी सीएमओ

ललितपुर: जिला महिला चिकित्सालय अपने कारनामों के चलते लगातार सुर्खियों में बना रहता है. ताजा मामला देर रात्रि का है. जहां इलाज ने मिलने के कारण प्रसूता की मौत हो गई. दरअसल जिला कोतवाली के मोहल्ला पिसनारी की निवासी 28 वर्षीय विकलांग महिला माया को प्रसव पीड़ा के चलते महिला चिकित्सालय में रात 9 बजे भर्ती कराया गया था और देर रात महिला का ऑपरेशन कर प्रसव कराया गया और रात में ही प्रसूता की मौत हो गई. वहीं मृतक के पति ने डॉक्टर पर रुपये लेने का भी आरोप लगाया है.

प्रसूता की मौत के बाद परिजनों के अस्पताल में काटा हंगामा.

पढ़ें: मरीजों की जान के साथ खिलवाड़, टॉर्च की रोशनी में हो रहा इलाज

इजाल न मिलने के कारण प्रसूता ने तोड़ा दम
ललितपुर कोतवाली के मोहल्ला पिसनारी की निवासी 28 वर्षीय विकलांग महिला माया को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. प्रसव के बाद डॉक्टर और स्टाफ की लापरवाही के चलते प्रसूता ने असमय ही दम तोड़ दिया. प्रसूता की मौत की खबर सुनते ही परिजन और रिश्तेदार जिला चिकित्सालय पहुंचे और हंगामा काटना शुरू कर दिया. मौके पर पहुंची पुलिस ने जैसे तैसे मृतिका के परिजनों को समझया.

मृतका के पति ने डॉक्टर पर लगाया रुपये लेने का आरोप
वहीं मृतका के पति प्रताप सिंह लोधी ने ईटीवी भारत से बातचीत कर बताया कि कि रात को डिलेवरी के लिए यहां आए थे तो डॉक्टर बोली कि 8,000 रुपये दो नहीं तो झांसी रेफर कर देंगे. हमने 8,000 रुपये दिए और रात लगभग 10 बजे ऑपरेशन हुआ. बच्चा सही सलामत हुआ था और उसकी मां भी सही थी. उसके बाद रात एक बजे बच्चे की मां मुझसे बोली कि बड़े बच्चे को ले जाओ घर सुबह आ जाना और सुबह साढ़े 4 बजे मुझे सूचना मिली कि बॉडी ले जाओ. हम अपनी मां को अस्पताल छोड़ गए थे. सुबह जब हम अस्पताल आए तो तीन घंटे तक न तो किसी स्टाफ ने सुनी और बॉडी को गोल कर दिया और कहने लगे कि ट्रीटमेंट चल रहा है.

वहीं मृतका के पति ने बताया कि स्टाफ के शब्द थे कि उस कोने में बॉडी पड़ी है उठा ले जाओ. कोई इलाज भी नहीं हुआ. यहां की डॉक्टर गीतांजली की लापरवाही से हमारे साथ ये हुआ है. बच्चा अभी मशीन पर रखा है और साइन करने का दबाब बनाया जा रहा है. जब तक डीएम नही आएंगे तब तक हम कुछ नहीं करेंगे.


जिस महिला की मृत्यु हुई है ,वो रात 9 बजे करीब भर्ती हुई थी. डॉक्टर ने देखा, जिसके बाद ऑपरेशन 10 बजे करीब ऑपरेशन हुआ और ऑपरेशन के बाद सब कुछ ठीक था, लेकिन सुबह 4 बजे लगभग डॉक्टर को सूचना की मरीज को कुछ परेशानी हो रही है. छाती में दर्द बता रही है तो मरीज को अटेंड किया गया और आवश्यक इलाज किया गया, लेकिन सुबह करीब 5 बजे मरीज की मृत्यु हो गई. वहीं पैसे लेने की बात है तो उसकी जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर पैनल बनाकर मामले की जांच की जाएगी.
डॉक्टर जेएस बक्शी, प्रभारी सीएमओ

Intro:एंकर-ललितपुर का जिला महिला चिकित्सालय अपने कारनामों के चलते लगातार सुर्खियों में बना रहता है ताजा मामला देर रात्रि का है.ललितपुर कोतवाली के मोहल्ला पिसनारी की निवासी 28 वर्षीय विकलांग महिला माया को प्रसव पीड़ा के चलते महिला चिकित्सालय में रात 9 बजे भर्ती कराया गया था.देर रात्रि में महिला का ऑपरेशन कर प्रसव कराया गया.प्रसूता माया की सास का कहना है कि बार-बार मिन्नतें करने के बाद ही काफी देर तक प्रसूता को देखने के लिए कोई डॉक्टर नहीं आया.और 4 बजे रात जब प्रसूता ज्यादा तड़फने लगी तो स्टाफ को दोबारा बुलाने गए जब तक प्रसूता ने दम तोड़ दिया.



Body:वीओ.बताते चले फर्जी और कागजो में हेरफेर करके प्रदेशभर में जरूर अब्बल रहने वाले ललितपुर के जिला महिला चिकित्सालय की जमीनी हकीकत कुछ और है.महिला चिकित्सालय की एक चर्चित चिकित्सक डॉक्टर गीतांजली और स्टाफ के चलते हमेशा सुर्खियों में बना रहता है.वही ताजा मामला देर रात्रि का है.ललितपुर कोतवाली के मोहल्ला पिसनारी की निवासी 28 वर्षीय विकलांग महिला माया ने प्रसव के बाद डॉक्टर व स्टाफ की लापरवाही के चलते असमय ही दम तोड़ दिया.प्रसूता की मौत की खबर सुनते ही उसके रिश्तेदार आदि पहुंचे जिला चिकित्सालय और उन्होंने हंगामा काटना शुरू कर दिया.मौके पर पहुंची पुलिस ने जैसे तैसे मृतिका के परिजनों को समझया.मृतका के पति ने और उसकी सास ने डॉ गीतांजलि पर 8000 लेने का भी आरोप लगाया है.जबकि शासन द्वारा सुरक्षित प्रसव के लिए भारी भरकम बजट दिया बजाता है लेकिन जिला महिला चिकित्सालय में कोई इलाज बिना सुबिधा शुल्क दिए नही होता है.

बाइट-वही मृतका के परिजनों का कहना है कि रात को डिलेवरी के लिए यहां आए थे तो मेडम बोली कि 7000 रुपए दो नही तो झाँसी रेफर करेंगे.हमने 7000 रुपए दिए और रात लगभग 10 बजे ऑपरेशन किया.बच्चा हुआ तब बच्चा भी सही था और उसकी माँ भी सही थी.उसके बाद रात 1 बजे बच्चे की माँ बोली कि बड़े बच्चे को ले जाओ घर सुबह आ जाना.और सुबह साढ़े 4 बजे सूचना मिली कि बॉडी ले जाओ.हम अपनी माँ को छोड़ गए थे यहाँ. सुबह जब हम आये तो 3 घंटे तक न तो किसी स्टाफ ने सुनी और बॉडी को गोल कर दिया और कहने लगे कि ट्रीटमेंट चल रहा है और स्टाफ के शब्द थे कि उस कोने में पड़ी है उठा ले जाओ.और कोई इलाज नही हुआ.यहाँ खुद थी डॉक्टर गीतांजली उन्ही की लापरवाही से हमारे साथ ये हुआ.बच्चा अभी मशीन में है और साइन करने का दबाब बना रहे है हम कुछ नही करेंगे जब तक डीएम नही आएंगे तो हम कुछ करेंगे।

बाइट-प्रताप सिंह लोधी(मृतका का पति)Conclusion:बाइट-वहीं मौके पर पहुंचे सदर विधायक का कहना है कि जैसे ही मुझे जानकारी लगी तो सीधे सिविल हॉस्पिटल चला आया.यहाँ आकर देखा कि एक महिला की मौत हो गई.परिवारजनों से बात करने पर मालूम चला है कि डॉक्टर की लापरवाही से मौत हुई है यदि डॉक्टर की लापरवाही से मौत हुई है तो पैनल से पोस्टमार्टम कराने के बाद उस डॉक्टर पर सख्त कार्यवाही होगी और निश्चित रूप से जेल भेजा जाएगा.यदि उसकी लापरवाही जरा भी पाई जाती है और महिला अस्पताल में बच्चा वार्ड में व डिलेवरी के संबंध में कई शिकायतें मिली हैं.निश्चित रूप से विधिवत जांच करा देते है और महिला डॉक्टर जो है उसका लोगों ने बताया है कि रवैया ठीक नही है यदि जांच में ऐसा पाया जाता है और यहाँ के लिए वह उपयोगी नही है तो ट्रांसफर कराके दूसरी महिला डॉक्टर को बुलाएंगे।

बाइट-रामरतन कुशवाहा (सदर विधायक)

बाइट-वही प्रभारी CMO का कहना है कि जिस महिला की डेथ हुई है वो रात 9 बजे करीब भर्ती हुई है डॉक्टर ने देखा जिसके बाद ऑपरेशन 10 बजे करीब ऑपरेशन हुआ.और ऑपरेशन के बाद सब कुछ ठीक था.लेकिन सुबह 4 बजे लगभग डॉक्टर को सूचना की की मरीज को कुछ परेशानी हो रही है छाती में दर्द बता रही है तो मरीज को अटेंड किया गया और आवश्यक इलाज़ दिया गया.लेकिन 5 करीब मरीज की मृत्यु हो गई.और पैसे लेने की बात को लेकर कहा कि यदि पैसे लेने की बात है तो उसकी जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी.प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर पैनल बना कर जांच की जाएगी

बाइट-डॉक्टर जे एस बक्शी (प्रभारी CMO)
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