ललितपुर: जहां एक ओर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश में उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं देने का वादा करती है तो वहीं ललितपुर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत कुछ और ही बयां करती है. सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला नदीपुरा निवासी 35 वर्षीय रश्मि बानो की तबीयत ज्यादा खराब हुई तो परिजन पीड़िता को मोहल्ले के डॉक्टर के पास ले गये, लेकिन डॉक्टर ने इलाज करने से मना कर दिया.
पीड़िता रश्मि बानो के भतीजे ने 108 एंबुलेंस पर कॉल किया, लेकिन एम्बुलेंस नही पहुंची. इसके बाद परिजन पीड़िता को ठेले पर लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, लेकिन तब तक बहुत देर चुकी थी. इमरजेंसी में तैनात डॉक्टरों ने मरीज रश्मि बानो को मृत घोषित कर दिया.
शहंशाह ने बताया कि उसकी चाची रश्मि बानो की तबीयत खराब होने पर मोहल्ले के डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने इलाज करने से मना कर दिया. हालत ज्यादा गंभीर थी तो उन्हें सरकारी अस्पताल ले जाना चाहते थे. एम्बुलेंस को कॉल किया, लेकिन वह नहीं आई. उसके बाद हम ठेले पर उनको लेकर जिला अस्पताल चल दिए. जब तक अस्पताल पहुंचे तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. शहंशाह ने बताया कि तबीयत तो उनकी पहले से खराब थी, लेकिन एम्बुलेंस आ जाती तो शायद वह बच जातीं.
वहीं इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रताप सिंह का कहना है कि मामले के बारे में सुबह बताया गया था. हमने भी मृतका के परिजनों से बात की थी. परिजनों ने 108 पर कॉल किया होगा और एम्बुलेंस नहीं आई. इस मामले में जांच कराकर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.