ETV Bharat / state

लॉक डाउन में मजदूरों की कहानी मजदूरों की जबानी - social distancing

ललितपुर जिला प्रशासन ने जिले की सभी सीमाओं को सील कर दिया है. लॉकडाउन के बाद अन्य राज्यों व जिलों से मजदूरों के लौटने का सिलसिला लगातार जारी है. कोरोना महामारी के चलते लॉक डाउन के बाद से मजदूरों को काम नही मिलने के चलते सभी मजदूर अपने घर की ओर लौट रहे हैं लेकिन उन्हें राज्यों की सीमा पार करने की इजाजत नहीं दी जा रही है जिससे उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

मजदूरों की सुनिये सरकार
मजदूरों की सुनिये सरकार
author img

By

Published : Apr 27, 2020, 9:36 PM IST

लॉक डाउन में छलक उठा मजदूरों का दर्द

ललितपुरः कोरोना संकट को देखते हुए और पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि होने के बाद ही से ललितपुर जिला प्रशासन ने जिले की सभी सीमाओं को सील कर दिया है. लॉकडाउन के बाद अन्य राज्यों व जिलों से मजदूरों के लौटने का सिलसिला लगातार जारी है. कोरोना महामारी के चलते लॉक डाउन के बाद से मजदूरों को काम नही मिलने के चलते सभी मजदूर अपने घर की ओर लौट रहे हैं लेकिन उन्हें अपने राज्यों की सीमा पार करने की इजाजत नही दी जा रही है जिससे उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दर्जनों मजदूर बच्चों के साथ एमपी और यूपी के बॉर्डर पर स्थित मालथौन टोल प्लाजा पर फंसे हुए हैं. इस लॉक डाउन में छलक उठा इनका दर्द. सुनिये लॉक डाउन में मजदूरों की कहानी मजदूरों की जबानी.

etv bharat
मजदूरों की सुनिये सरकार

मजदूर मदन लाल ने कहा कोरोना से नहीं भूख से मर जाएंगे
छत्तीसगढ़ से पंजाब जा रहे मजदूर मदन लाल ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि हमको यूपी बॉर्डर से नहीं निकलने दे रहे हैं. पहले बोले कि हार्वेस्टर पर काम कर रहे हो तो हार्वेस्टर से जाओ तो हार्वेस्टर से निकल रहे थे तो फिर बोले नीचे उतर जाओ जाने दिया. दो दिन हो गए हैं यहां पर पड़े हैं. न खाने को कुछ मिल रहा और न पंजाब के लिए यहां से निकलने दे रहे हैं . कोरोना से तो मरेंगे नहीं लेकिन भूख से ज्यादा आदमी मर जायेंगे और हम सभी का मेडिकल भी हुआ है. किसी के पास पर्ची है किसी के पास नहीं है.

etv bharat
मजदूरों की सुनिये सरकार

मजदूर दिनेश ने कहा हमारी कोई गलती है तो सजा दो नहीं तो जाने दो
हैदराबाद से लौटे मजदूर दिनेश ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि हम 4 लोग अभी यूपी से राठ जाने वाले हैं लेकिन नहीं जाने दे रहे हैं और बोल रहे हैं जहां से आये हो वहीं जाओ तो हमारे लिए साधन करो हम हैदराबाद चले जाते हैं. वहीं मजदूर का कहना है कि हम हैदराबाद चले जाते हैं लेकिन हमारे घर में भी परेशानी है. हम ही कमाने वाले हैं. हम पैदल आ रहे हैं और मोबाइल बेच कर आये हैं. 10-20 किलोमीटर दूर तक के 2-2 सौ रुपए लिए हैं. अगर हमारी कोई गलती है तो सजा दो नही तो जाने दो.

etv bharat
मजदूरों की सुनिये सरकार


मजदूर अजय महावत ने कहा भूख से मर रहे हैं
मध्यप्रदेश के होशंगाबाद के पिपरिया तहसील से लौटे मजदूर अजय महावत ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि हम पिपरिया तहसील में थे और जो वहां के SDM थे उन्होंने अपनी खुद की गाड़ी से हमें उत्तर प्रदेश भेजा. हम झांसी तक पहुंचे. झांसी के पुलिस प्रशासन भगाते भगाते तालबेहट तक लाये और फिर मालथौन लाये. अब हमारी कोई मदद नहीं कर रहा है. हम अपने घर जाना चाहते है. दो दिन से बच्चों को खाना नहीं दिया और हम भूखे प्यासे मर रहे हैं. यहां की जो पुलिस है हमारी नहीं सुनती. उन्होंने हमारे पिता जी को भी मारा.

लॉक डाउन में छलक उठा मजदूरों का दर्द

ललितपुरः कोरोना संकट को देखते हुए और पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि होने के बाद ही से ललितपुर जिला प्रशासन ने जिले की सभी सीमाओं को सील कर दिया है. लॉकडाउन के बाद अन्य राज्यों व जिलों से मजदूरों के लौटने का सिलसिला लगातार जारी है. कोरोना महामारी के चलते लॉक डाउन के बाद से मजदूरों को काम नही मिलने के चलते सभी मजदूर अपने घर की ओर लौट रहे हैं लेकिन उन्हें अपने राज्यों की सीमा पार करने की इजाजत नही दी जा रही है जिससे उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दर्जनों मजदूर बच्चों के साथ एमपी और यूपी के बॉर्डर पर स्थित मालथौन टोल प्लाजा पर फंसे हुए हैं. इस लॉक डाउन में छलक उठा इनका दर्द. सुनिये लॉक डाउन में मजदूरों की कहानी मजदूरों की जबानी.

etv bharat
मजदूरों की सुनिये सरकार

मजदूर मदन लाल ने कहा कोरोना से नहीं भूख से मर जाएंगे
छत्तीसगढ़ से पंजाब जा रहे मजदूर मदन लाल ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि हमको यूपी बॉर्डर से नहीं निकलने दे रहे हैं. पहले बोले कि हार्वेस्टर पर काम कर रहे हो तो हार्वेस्टर से जाओ तो हार्वेस्टर से निकल रहे थे तो फिर बोले नीचे उतर जाओ जाने दिया. दो दिन हो गए हैं यहां पर पड़े हैं. न खाने को कुछ मिल रहा और न पंजाब के लिए यहां से निकलने दे रहे हैं . कोरोना से तो मरेंगे नहीं लेकिन भूख से ज्यादा आदमी मर जायेंगे और हम सभी का मेडिकल भी हुआ है. किसी के पास पर्ची है किसी के पास नहीं है.

etv bharat
मजदूरों की सुनिये सरकार

मजदूर दिनेश ने कहा हमारी कोई गलती है तो सजा दो नहीं तो जाने दो
हैदराबाद से लौटे मजदूर दिनेश ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि हम 4 लोग अभी यूपी से राठ जाने वाले हैं लेकिन नहीं जाने दे रहे हैं और बोल रहे हैं जहां से आये हो वहीं जाओ तो हमारे लिए साधन करो हम हैदराबाद चले जाते हैं. वहीं मजदूर का कहना है कि हम हैदराबाद चले जाते हैं लेकिन हमारे घर में भी परेशानी है. हम ही कमाने वाले हैं. हम पैदल आ रहे हैं और मोबाइल बेच कर आये हैं. 10-20 किलोमीटर दूर तक के 2-2 सौ रुपए लिए हैं. अगर हमारी कोई गलती है तो सजा दो नही तो जाने दो.

etv bharat
मजदूरों की सुनिये सरकार


मजदूर अजय महावत ने कहा भूख से मर रहे हैं
मध्यप्रदेश के होशंगाबाद के पिपरिया तहसील से लौटे मजदूर अजय महावत ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि हम पिपरिया तहसील में थे और जो वहां के SDM थे उन्होंने अपनी खुद की गाड़ी से हमें उत्तर प्रदेश भेजा. हम झांसी तक पहुंचे. झांसी के पुलिस प्रशासन भगाते भगाते तालबेहट तक लाये और फिर मालथौन लाये. अब हमारी कोई मदद नहीं कर रहा है. हम अपने घर जाना चाहते है. दो दिन से बच्चों को खाना नहीं दिया और हम भूखे प्यासे मर रहे हैं. यहां की जो पुलिस है हमारी नहीं सुनती. उन्होंने हमारे पिता जी को भी मारा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.