ललितपुर: किसान नेता राकेश टिकैत अपने 2 दिवसीय दौरे पर ललितपुर पहुंचे. जहां उन्होंने 5 मृतक किसानों के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान दोपहर 12 बजे राकेश टिकैत ललितपुर के जिलाधिकारी से मुलाकात करेंगे. ललितपुर के नाराहट में किसान नेता राकेश टिकैत की लगभग 19 एकड़ जमीन है.
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र की हालात बहुत ही खराब है. यहां किसान खाद न मिलने की वजह से खासा परेशान है, लेकिन सरकार को उनकी कोई चिंता नहीं है. यहां के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. इसके पहले भी बुंदेलखंड के दौरे पर आया था. तभी हालत ऐसे ही थे. जो आज देखने को मिल रहा है. किसानों की फसलें एनएसपी पर नहीं दिख रही हैं.
एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार एमएसपी संशोधन बिल पर चर्चा करने के लिए बुलाती है, लेकिन कानून खत्म करने की बात नहीं करती. सरकार उद्योगपतियों के सहारे चल रही है. इस दौरान बीजेपी पर निशाना साधते उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में किसान विरोधी सरकार का सफाया होगा.
किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष रंजीत यादव ने बताया कि संगठन के प्रवक्ता राकेश टिकैत व प्रदेशाध्यक्ष राजवीर 1 नवंबर को दोपहर 12 बजे ललितपुर पहुंचने के बाद मृतक किसान भोगीराम पाल के घर नयागांव जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की. उसके बाद कस्बा पाली में मृतक किसान बल्लू पाल के घर जाकर मुलाकात की और कस्बा पाली में रात भर रुके. उसके बाद राकेश टिकैत गांव बनयाना में मृतक किसान महेश बुनकर के घर पहुंचे और परिजनों से मुलाकात की.
राकेश टिकैत उसके बाद ग्राम मसौरा खुर्द में मृतक किसान रघुवीर पटेल व ग्राम मैलवारा खुर्द में मृतक किसान सोनी अहिरवार के घर पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाकात कर ढांढस बंधाया.
जनपद ललितपुर में झमाझम बारिश होने से किसानों के खिले हुए चेहरे खाद न मिलने से मायूस हो गए. किसानों का आरोप है कि जिले भर के खाद व्यापारी डीएपी और यूरिया की जमाखोरी कर ओवररेटिंग कर रहे हैं. वहीं, व्यापारियों का कहना है कि उन्हें ऊपर से ही बढ़े हुए दामों में खाद दी जा रही है. साथ ही भाड़ा और पल्लेदारी जोड़ने के बाद दामों में बढ़ोत्तरी लाजमी है. जनपद में आलम यह है कि जरूरतमंद किसानों 50 किग्रा वजन डीएपी की एक बोरी 1,400 रुपये तक मे लेने को तैयार हैं. उसके बावजूद भी उन्हें खाद नहीं मिल रही है.
पिछले 10 दिनों में इन 6 किसानों ने गंवाई जान
22 अक्टूबर: खाद के लिए दो दिन से लाइन में लगे नयागांव निवासी 55 वर्षीय किसान भोगी पाल की मौत हो गई थी.
25 अक्टूबर: कोतवाली सदर क्षेत्र के मैलवारा खुर्द निवासी सोनी अहिरवार ने (40) फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
26 अक्टूबर: थाना नाराहट के ग्राम बनयाना निवासी 30 साल के किसान महेश बुनकर की मौत हो गई थी.
27 अक्टूबर: बल्लू पाल ने फांसी लगाकर जान दे दी.
30 अक्टूबर: गनेश रैकवार ग्राम केलगुआ ने कुएं में कूद कर जान दे दी.
30अक्टूबर: रगवर पटेल ग्राम मसोरा खुर्द ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
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