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ललितपुर में पैसा दोगुना करने के नाम पर करोड़ों की ठगी, आरोपी गिरफ्तार - Kisan Agrotech Cooperative

ललितपुर में किसान एग्रोटेक कॉरपोरेटिव सोसाइटी (Kisan Agrotech Cooperative Society in Lalitpur) बनाकर ठगी करने वाला मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

आरोपी गिरफ्तार
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Published : Dec 10, 2022, 8:56 PM IST

ललितपुरः जनपद के तहसील महरौनी में बहुचर्चित चिटफंड (Chit Fund Company in Mehrauni) घोटाले में धोखाधड़ी कर करोड़ों रूपये लेकर आरोपी फरार हो गए थे. इस मामले में पीड़ितों ने धरना प्रदर्शन करते हुए 5 अक्टूबर को मुकदमा दर्ज कराया था. जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री के दरबार तक की गई थी. पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपी श्याम जी सेंगर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.



बता दें कि कोतवाली महरौनी (Kotwali Mehroni) क्षेत्र के ग्राम दरोना तथा महरौनी कस्बा के निवासी श्यामजी सेंगर एवं चंद्रभान सिंह सेंगर, आशुतोष सिंह सेंगर समेत कुछ नामजद लोगों ने किसान एग्रोटेक कॉरपोरेटिव सोसाइटी बनाकर पूरे क्षेत्र में प्रचार प्रसार किए. इसके बाद लोगों से कहा कि हमारी संस्था से जुड़ें, यह बैंक से दुगना ब्याज देगी. इस प्रकार नगर तथा क्षेत्र के 300 से 400 लोगों ने अपनी दैनिक तथा मासिक किस्त बनाकर इनके पास रुपये जमा किए. इसके बाद लोगों ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने फर्जी रसीद बनाकर लोगों को दी है. वहीं कुछ लोगों को अपने खाते से चेक भी दिया. जब धोखाधड़ी का पता चला तो लोगों ने अपने रुपये वापस मांगे. जिस पर आरोपियों ने अपने खाते से सबको चेक बांट दिये. जिसमें कोई धनराशि ही नहीं थी. इसके बाद आरोपी फरार हो गए.

विगत 28 सितंबर से फरार चल रहे श्यामजी सेंगर एवं चंद्रभान सिंह सेंगर, आशुतोष सिंह सेंगर, रविन्द्र प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया, मुकेश सेन, गोलू चौहान, नीलेश जैन, सतेंद्र सिंह पर महरौनी कोतवाली में धारा 406, 420, 467, 468, 471, 34, 504, 506, 120-B, 4, 76 समेत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (नृशंसता 3(1)(द)निवारण) अधिनियम, 1989 (संशोधन 2015) एवं अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (नृशंसता 3(1)(ध)निवारण) अधिनियम, 1989 (संशोधन 2015) में मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपी श्यामजी सेंगर को शनिवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इसके साथ ही अन्य लोगों की तलाश की जा रही है.

ललितपुरः जनपद के तहसील महरौनी में बहुचर्चित चिटफंड (Chit Fund Company in Mehrauni) घोटाले में धोखाधड़ी कर करोड़ों रूपये लेकर आरोपी फरार हो गए थे. इस मामले में पीड़ितों ने धरना प्रदर्शन करते हुए 5 अक्टूबर को मुकदमा दर्ज कराया था. जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री के दरबार तक की गई थी. पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपी श्याम जी सेंगर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.



बता दें कि कोतवाली महरौनी (Kotwali Mehroni) क्षेत्र के ग्राम दरोना तथा महरौनी कस्बा के निवासी श्यामजी सेंगर एवं चंद्रभान सिंह सेंगर, आशुतोष सिंह सेंगर समेत कुछ नामजद लोगों ने किसान एग्रोटेक कॉरपोरेटिव सोसाइटी बनाकर पूरे क्षेत्र में प्रचार प्रसार किए. इसके बाद लोगों से कहा कि हमारी संस्था से जुड़ें, यह बैंक से दुगना ब्याज देगी. इस प्रकार नगर तथा क्षेत्र के 300 से 400 लोगों ने अपनी दैनिक तथा मासिक किस्त बनाकर इनके पास रुपये जमा किए. इसके बाद लोगों ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने फर्जी रसीद बनाकर लोगों को दी है. वहीं कुछ लोगों को अपने खाते से चेक भी दिया. जब धोखाधड़ी का पता चला तो लोगों ने अपने रुपये वापस मांगे. जिस पर आरोपियों ने अपने खाते से सबको चेक बांट दिये. जिसमें कोई धनराशि ही नहीं थी. इसके बाद आरोपी फरार हो गए.

विगत 28 सितंबर से फरार चल रहे श्यामजी सेंगर एवं चंद्रभान सिंह सेंगर, आशुतोष सिंह सेंगर, रविन्द्र प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया, मुकेश सेन, गोलू चौहान, नीलेश जैन, सतेंद्र सिंह पर महरौनी कोतवाली में धारा 406, 420, 467, 468, 471, 34, 504, 506, 120-B, 4, 76 समेत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (नृशंसता 3(1)(द)निवारण) अधिनियम, 1989 (संशोधन 2015) एवं अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (नृशंसता 3(1)(ध)निवारण) अधिनियम, 1989 (संशोधन 2015) में मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपी श्यामजी सेंगर को शनिवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इसके साथ ही अन्य लोगों की तलाश की जा रही है.

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