ललितपुर : जिले से जो खबर सामने आयी है वह बेहद ही गंभीर है. जिले के धुरवारा गांव के रहने वाले विनोद अहिरवार के घर बेटी पैदा हुई. जिस घर में खुशियां मनायी जानी चाहिए थी, वहां अब मातम पसरा है. विनोद अहिरवार की बेटी अब कभी अपने पिता का मुंह नहीं देख पाएगी. उसके जीवन में खुशियां तो आएंगी लेकिन उसे अब बाप की गोद नसीब नहीं होगी.
12 साल पहले हुई थी शादी
29 साल के विनोद अहिरवार की शादी को 12 साल बीत चुके थे. किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले विनोद की पहले से तीन बेटियां थीं. विनोद को उम्मीद थी कि इस बार उसकी गर्भवती पत्नी को बेटा पैदा होगा. और जब विनोद की पत्नी ने एक बार फिर बेटी को जन्म दिया तो फिर विनोद ने अपनी जिंदगी ही खत्म कर डाली.
चौथी बेटी पैदा होने पर खाया विषाक्त पदार्थ
घर में चौथी बेटी के पैदा होने की खबर सुनते ही विनोद ने विषाक्त पदार्थ खा लिया. घर में कोहराम मच गया. आनन-फानन में परिवार वाले विनोद को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने विनोद को मृत घोषित कर दिया.
चार बेटियों के सिर से छिन गया पिता का साया
दकियानूसी सोच ने विनोद की जान ले ली. अब मासूम बच्ची, हमेशा पिता की गोद के लिए तरसेगी. चार बेटियों और पत्नी को छोड़कर विनोद ने खुद की जिंदगी तो खत्म कर ली लेकिन उसने यह नहीं सोचा कि बेटियां, बेटों से कम नहीं होतीं. काश, विनोद यह बात समझ लेता तो आज चार बेटियों के सिर से पिता का साया नहीं छीनता.