लखनऊ: यूपी में लोगों को चूना लगाने वाले ठग अभिषेक सिंह (उर्फ संतोष सिंह) और उसके ड्राइवर धर्मेन्द्र यादव को यूपी एसटीएफ ने लखनऊ में हयात होटल के पास से सोमवार को गिरफ्तार (UP STF arrested fake PMO officer) कर लिया. वह खुद को पीएमओ अधिकारी बताकर लोगों को धमकाता था और अवैध वसूली करता था. पीड़ित कारोबारी निखिल ने उसके खिलाफ बिठूर थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था. आरोपी वाराणसी के लंका इलाके का रहने वाला है. आरोपी सिंहपुर स्थित फ्लैट में रहने के दौरान होमगार्ड को गनर बताकर रौब गांठता था.
स्वरूप नगर स्थित एमराल्ड गार्डन निवासी निखिल शर्मा के मुताबिक उनकी बिठूर सिंहपुर स्थित टाउनशिप पायनियर ग्रीन सिटी के विला नंबर 67 को अभिषेक सिंह नाम के युवक को किराए पर दिया था. इस दौरान उसका उनके पायनियर ग्रीन सिटी स्थित कार्यालय में आना जाना शुरू हो गया. ठग अभिषेक सिंह ने बताया कि वह पीएम का प्रतिनिधि है. साथ ही आईडी कार्ड भी दिखाया. उसके विला के बाहर होमगार्ड भी तैनात था. इससे निखिल उसके झांसे में आ गया. उसने अभिषेक को नवंबर 2022 तक 20 लाख रुपए दिए थे. इसके अलावा Apple कंपनी का मोबाइल फोन और लैपटॉप भी दिया. जब 2 लाख रुपये अभिषेक को देने से निखिल ने इनकार किया तो वो उसको धमकाने लगा. उसकी धमकियों से आजिज आकर निखिल ने रविवार की शाम को अभइषक सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई.
इस सम्बन्ध में विमल कुमार सिंह पुलिस उपाधीक्षक, यूपी एसटीएफ लखनऊ के निर्देशन में एक टीम को जानकारी जुटाने का आदेश मिला. सूचना जुटाने के दौरान 20 अगस्त को जानकारी मिली कि पीएमओ कार्यालय का अधिकारी बनकर आम लोगों और विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों से ठगी करने वाला व्यक्ति के खिलाफ कानपुर के बिठूर थाने में एफआईआर दर्ज हुई. पुलिस ने अभिषेक सिंह और उसके ड्राइवर को लखनऊ में होटल हयात के पास से गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तार अभियुक्त अभिषेक सिंह ने पूछताछ करने पर बताया कि उसका असली नाम संतोष सिंह है. वह वाराणसी का रहने वाला है. शानौ शौकत के लिए उसने अपनी नाम अभिषेक प्रताप सिंह उर्फ अभी रख लिया. वो कानपुर में किराये के मकान में रहता है. उसने ठगी करने की बात भी कबूली है. (Crime News UP)
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