ललितपुरः जिले के एक गांव में 18 बच्चों के चिकन पॉक्स की चपेट में आने से हड़कंप मच गया. ग्रामीणों का आरोप है की स्वास्थ्य विभाग की ओर से उन्हें गांव में कोई उपचार नहीं मिल रहा है. मड़ावरा ब्लाक के अर्जुन खिरिया गांव में पिछले 15 दिन से चिकन पॉक्स के मामले धीरे-धीरे बढ़ते ही जा रहे हैं.
ग्रामीण बृषभान तिवारी ने बताया कि दो महीने पहले गांव में एक व्यक्ति को चिकन पॉक्स हुआ था. देखते ही देखते अब पूरे मोहल्ले में यह बीमारी फैल गई है. अधिकांश घरों में कोई न कोई व्यक्ति चिकन पॉक्स से ग्रसित है. गांव में इस बीमारी के प्रकोप से 18 बच्चे प्रभावित हैं. छोटे-छोटे बच्चे सबसे ज्यादा असर देखने को मिल रहा है. करीब 15 दिन पहले उनके घर में एक बच्चे में ये लक्षण दिखाई दिया था.
बृषभान ने कहा कि गांव में आशा बहुओं को इसके बारे में जानकारी होने के बाद भी स्वास्थ विभाग को इसकी सूचना नहीं दी गई. अब चिकन पॉक्स से मोहल्ले के कई बच्चे प्रभावित हैं. यदि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने चिकिन पॉक्स की रोकथाम के लिए तत्परता नहीं दिखाएगा, तो यह रोग पूरे गांव को अपनी चपेट में ले सकता है. वहीं, मुख्यचिकिसा अधिकारी ललितपुर जेएस बख्शी ने बताया की गांव में टीम भेज कर जांच करवाई जा रही है. उपचार हेतु निर्देश दिए गए हैं.
चिकनपॉक्स के क्या लक्षण होते हैंः डॉक्टरों के मुताबिक चिकन पॉक्स की समस्या में शरीर पर दाने और छाले हो जाते हैं. ये दाने खुजली, द्रव से भरे फफोले में बदल जाते हैं. दाने पहले छाती, पीठ और चेहरे पर दिखाई दे सकते हैं और फिर संक्रमण बढ़ने के साथ मुंह, पलकों या जननांग सहित पूरे शरीर में फैल सकते हैं. आमतौर पर संक्रमण ठीक होने में एक सप्ताह तक का समय लग सकता है. शरीर पर दानों के साथ बुखार, थकान, भूख में कमी और सिरदर्द की समस्या भी हो सकती है.
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