ललितपुर: जनपद में मनरेगा में भ्रष्टाचार और मृतक के खातों में पैसा डालने के आरोप में पंचायत सेकेट्री समेत पूर्व प्रधान, पूर्व प्रधान प्रतिनिधि और तकनीकी सहायक के खिलाफ न्यायलय के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है.
ललितपुर में मनरेगा में भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा है. हाल में ही ब्लॉक तालबेहट से एक मामला सामने आया है, जिस में मनरेगा में मृतक लोगो को जिंदा दिखा कर जॉब कार्ड बना कर सरकारी धन का दुरूपयोग किया गया था, जिस में शिकायत कर्ता पुष्पेंद्र सिंह ने न्यायलय में शिकायत दी. जिसमें आरोप लगाया कि साल 2016 से 2020 तक के कार्यकाल में पूर्व प्रधान कल्पना राजे, पूर्व प्रधान प्रतिनिधि शैलेन्द्र सिंह, पंचायत सचिव वीरन भदौरिया और तकनीकी सहायक मदन ने विकास खण्ड तालबेहट ग्राम सेरवासकलां में मृत व्यक्तियो के फर्जी जॉबकार्ड और अन्य प्रपत्र तैयार करके उनके नाम पर सरकारी पैसे का गवन किया है. जबकि उक्त व्यक्ति शिवदयाल तनय मर्दू धोबी, जिसकी मृत्यु 13 मार्च 2020 को हो चुकी है. लेकिन उन्हें मरणोपरान्त 25 जून 2020 से 1जुलाई 2020 के बीच में 7 दिन कार्य करते हुए दिखाया गया. इसी तरह उन्हें अन्य मृत व्यक्तियों का भी जिक्र किया है.
आगे शिकायत कर्ता ने कहा कि, उन्होंने इस मामले की शिकायत जिले के अधिकारियों से की. लेकिन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई. वहीं, न्ययालय ने मामले का संज्ञान लिया और उक्त चार लोगों पर संगीन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत हो कर कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए है.
यह भी पढ़ें- वाराणसी में भीषण सड़क हादसा, पति-पत्नी समेत तीन लोगों की मौत