ललितपुरः जाखलौन थाना क्षेत्र के अमाउ खेड़ा गांव में गुरुवार देर रात झोपड़ी में आग लगने से सो रहे भाई-बहन की जलकर मौत हो गई. बेटी ने मरने से पहले अपनी मां और दो बहनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया था, लेकिन भाई को बचाने को दौरान दोनों की जलकर मौत हो गई. सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
पूरा मामला थाना जाखलौन के ग्राम अमाउ खेड़ा का है. माताखेड़ा निवासी सीमा अपने परिवार के पालन पोषण के लिए पास के ही ग्राम अमाउखेड़ा निवासी हरिराम यादव के खेत पर अपने चार बच्चों कल्लो (13), मोनिका (6), मंजू (4) औ दो वर्षीय पुत्र निखिल के साथ झोपड़ी में रह रही थी. गुरुवार को खाना खाकर सीमा अपने चारों बच्चों के साथ सो गई. वहीं रात एक बजे के आसपास अचानक झोपड़ी में आग लग गई.
भाई को बचाते समय उपर गिरी झोपड़ी
आग की लपटें देख कल्लो की नींद खुल गई और उसने अपनी मां सीमा और छोटी बहनें मोनिका और मंजू को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. उसके बाद छोटे भाई को बचाने के लिए झोपड़ी में घुस गई, लेकिन अचानक जलती झोपड़ी उसके ऊपर गिर गई. जिसके चलते कल्लो और उसका भाई निखिल नहीं निकल सके और दोनों की जलकर मौके पर मौत हो गई.
पति की हो गई थी मौत
इधर मां सीमा की चीख पुकार सुनकर आस-पास के खेत पर सो रहे लोग मौके पर पहुंचे और आग बुझाई. मामले की सूचना मिलने पर सुबह एसडीएम सदर, सीओ सदर और पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. सीमा ने बताया कि उसके पति की कुछ साल पहले मौत हो गई थी.