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ललितपुर: नहीं जल रहे सरकारी अलाव, कूड़ा-कचरा जलाने को मजबूर लोग - municipal administration lalitpur

उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले नगर पालिका प्रशासन के द्वारा ठंड से बचने के लिए अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है, जबकि प्रशासन का दावा है कि शहर में मुख्य स्थानों पर नगर पालिका द्वारा सुबह-शाम ठंड से बचाव के लिए अलाव की व्यवस्था की गई है.

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प्रशासन की तरफ से अलाव की व्यवस्था न करने का लगा आरोप.
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Published : Dec 30, 2019, 1:57 PM IST

ललितपुर: जिले में इस बार कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ठंड ने पिछले कई सालों के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं. पिछले चार दिनों से लगातार जिले का तापमान 6 डिग्री बना है, जिसके चलते लोग घरों के अंदर ही रहने को मजबूर हैं. इस कड़ाके की ठंड में गरीब और बेसहारा लोगों के लिए अलाव ही एक मात्र सहारा है, लेकिन लोगों का कहना है की अलाव जलाने के लिए लकड़िया उपलब्ध नहीं कराई गई हैं.

प्रशासन की तरफ से अलाव की व्यवस्था न करने का लगा आरोप.

नहीं है अलाव जलाने की लकड़ियां
इस साल कड़ाके की ठंड ने पिछले कुछ सालों के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. कड़ाके की ठंड से आमजन का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. ठंड के कारण लोगों का बुरा हाल है. सर्द हवाओं के अलावा सुबह साढ़े 10 बजे तक घना कोहरा छाया रहता है. ऐसे में नगर पालिका प्रशासन के द्वारा शहर के मुख्य स्थानों पर अब तक ठंड से बचने के लिए अलाव की व्यवस्था नहीं कराई जा रही है.

इसे भी पढ़ें-ललितपुरः कान्हा पशु आश्रय स्थल में रोजाना भूख और ठंड से सैकड़ों गोवंशों की हो रही मौत

कूड़े-कचरे से जलाते नजर आए अलाव
जिला प्रशासन का दावा कर रहा है कि शहर में मुख्य स्थानों पर नगर पालिका द्वारा सुबह और शाम की ठंड से बचाव के लिए लकड़ियों को जलाकर अलाव की व्यवस्था की गई है, लेकिन लोगों का आरोप है कि नगर पालिका प्रशासन के द्वारा ठंड से बचने के लिए अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. लोग कूड़ा-कचरा और स्वयं लड़कियों का प्रबंध करके अलाव तापते नजर आ रहे हैं. वहीं जिला प्रशासन शहर में प्रत्येक चौराहे पर अलाव जलाने की व्यवस्था का दावा कर रहा है.

इसे भी पढ़ें-ललितपुरः खुलेआम पालिकाकर्मी कचरे के ढेर में लगा रहे आग, अब होगी कार्रवाई

सुबह जिले में 6 डिग्री सेल्सियस तापमान था. करीब साढ़े 10 बजे के बाद अच्छी धूप हुई है. लोगों को मेडिकल से एडवाइजरी की गई है कि हृदय रोगी बाहर टहलने न निकलें. बाकी रैन बसेरों का प्रबंधन किया गया है और पर्याप्त मात्रा में गद्दा रजाई का प्रबंध है.
-अनिल कुमार मिश्रा, एडीएम

ललितपुर: जिले में इस बार कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ठंड ने पिछले कई सालों के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं. पिछले चार दिनों से लगातार जिले का तापमान 6 डिग्री बना है, जिसके चलते लोग घरों के अंदर ही रहने को मजबूर हैं. इस कड़ाके की ठंड में गरीब और बेसहारा लोगों के लिए अलाव ही एक मात्र सहारा है, लेकिन लोगों का कहना है की अलाव जलाने के लिए लकड़िया उपलब्ध नहीं कराई गई हैं.

प्रशासन की तरफ से अलाव की व्यवस्था न करने का लगा आरोप.

नहीं है अलाव जलाने की लकड़ियां
इस साल कड़ाके की ठंड ने पिछले कुछ सालों के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. कड़ाके की ठंड से आमजन का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. ठंड के कारण लोगों का बुरा हाल है. सर्द हवाओं के अलावा सुबह साढ़े 10 बजे तक घना कोहरा छाया रहता है. ऐसे में नगर पालिका प्रशासन के द्वारा शहर के मुख्य स्थानों पर अब तक ठंड से बचने के लिए अलाव की व्यवस्था नहीं कराई जा रही है.

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कूड़े-कचरे से जलाते नजर आए अलाव
जिला प्रशासन का दावा कर रहा है कि शहर में मुख्य स्थानों पर नगर पालिका द्वारा सुबह और शाम की ठंड से बचाव के लिए लकड़ियों को जलाकर अलाव की व्यवस्था की गई है, लेकिन लोगों का आरोप है कि नगर पालिका प्रशासन के द्वारा ठंड से बचने के लिए अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. लोग कूड़ा-कचरा और स्वयं लड़कियों का प्रबंध करके अलाव तापते नजर आ रहे हैं. वहीं जिला प्रशासन शहर में प्रत्येक चौराहे पर अलाव जलाने की व्यवस्था का दावा कर रहा है.

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सुबह जिले में 6 डिग्री सेल्सियस तापमान था. करीब साढ़े 10 बजे के बाद अच्छी धूप हुई है. लोगों को मेडिकल से एडवाइजरी की गई है कि हृदय रोगी बाहर टहलने न निकलें. बाकी रैन बसेरों का प्रबंधन किया गया है और पर्याप्त मात्रा में गद्दा रजाई का प्रबंध है.
-अनिल कुमार मिश्रा, एडीएम

Intro:एंकर-बुंदेलखंड के ललितपुर जिले में इस बार कड़ाके की ठंड पड़ रही है.इस बार की ठंड ने पिछले कई सालों के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये है.पिछले लगातार 4 दिनों से जिले का तापमान 6 डिग्री है.जिसके चलते लोग घरों के अंदर ही रहने को मजबूर है और इस कड़ाके की ठंड में गरीब और बेसहारा लोगों के लिए अलाव ही एक मात्र सहारा है.वहीं जिला प्रशासन का दावा है कि शहर में मुख्य स्थानों पर नगर पालिका द्वारा सुबह व शाम की ठंड से बचाव के लिए लकड़ियों को जलाकर अलाव की व्यवस्था की है.लेकिन लोगों का आरोप है कि नगर पालिका प्रशासन के द्वारा ठंड से बचने के लिए अलाव की कोई व्यवस्था नही की गई है.


Body:वीओ- ललितपुर जिले मे इस साल की कड़ाके की ठंड से पिछले सालों के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है.हाड़ कांपने वाली कड़ाके की ठंड से आमजन के जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.ठंड के कारण लोगों का बुरा हाल है.अधिकांश घरों में लोग सर्दी जुकाम के शिकार होने लगे.सर्द हवाओं के अलावा सुबह साढ़े 10 बजे तक घना कोहरा रहता है.ऐसे में नगर पालिका प्रशासन के द्वारा शहर के मुख्य स्थानों पर अब तक ठंड से बचने के लिए लोगों के लिए अलाव जलाने के लकड़िया उपलब्ध नही कराई जा रही है.जिसके चलते लोग कूड़ा कचरा व स्वयं लड़कियों का प्रबंध करके अलाव तापते नजर आ रहे है और जिला प्रशासन शहर में प्रत्येक चौराहे पर अलाव जलाने की व्यवस्था का दावा कर रहा है। बाइट-वही लोगों से जब बातचीत की गई तो उनका कहना है कि पहली बार ललितपुर में इतनी कड़ाके की ठंड पड़ रही है औऱ इतनी ठंड पड़ रही है कि बिस्तर में भी बचती नही है.यहाँ वहां से लकड़ी ढूढ़कर जलाते है. नगर पालिका कोई मदद नहीं करती और न ही कोई भी अलाव की व्यवस्था नही की गई है.कूड़ा-कचरा,कपड़े की चिन्नी बीन बीन जला रहे है लेकिन नगर पालिका के द्वारा लकड़ी उपलब्ध नहीं कराई गई है. बाइट-बाबू लाल (स्थानीय निवासी) बाइट-शंकर सिंह रैकवार (स्थानीय निवासी) बाइट-रतन लाल (स्थानीय निवासी)


Conclusion:बाइट-वहीं जब अपर जिलाधिकारी से वार्ता की गई तो उनका कहना है कि आज सुबह ललितपुर में 6 डिग्री टेम्परेचर था और करीब साढ़े 10 के बाद अच्छी धूप खुली हुई है.लोगों को मेडिकल से एडवाइज़री की गई है कि हृदय रोगी बाहर टहलने न निकले.बाकी रैन बसेरों का प्रबंधन किया गया है और प्रयाप्त मात्रा में गद्दा रजाई का प्रबंध है,प्रत्येक चौराहे पर अलाव का प्रबंध किया गया है रेलवे स्टेशन औऱ अस्पतालों में भी अलाव का प्रबंधन है. स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा 3 हज़ार कंबल बांटे जा चुके है.बाकी सरकारी कंबल पात्र लोगों कंबल बांटने की कार्यवाही की जा रही है.वही बताया कि शाम को अलाव की लकड़ी गिरा दी जाती है रातभर अलाव जलता है और उसी अलाव को लोग सुबह भी जलाते है.लेकिन कुछ ऐसे है जिनके घर के सामने अलाव जलता है और वो अलाव की लकड़ी घर मे रख लेते है.वो सहयोग करें औऱ अलाव की लकड़ी सुबह रख दे.जिससे अलाव चलता रहे.प्रेक्ट्ली ये सम्भव नही हो पा रहा है कि सुबह 4 बजे लकड़ी गिराई जा सके.इसलिए शाम को भी दोनों समय की लकड़ी गिरा दी जाती है.और नगर पालिका के जो सफाई कर्मक सुबह निकलते है उनको निर्देशित किया गया है कि सुबह जाकर अलाव को चेक करें और उसको पुनः जलाना सुनिश्चित करे.वही कहा कि स्वयं जाकर चेक करूंगा और उनके विरुद्ध कार्यवाही करूंगा। बाइट-अनिल कुमार मिश्रा (ADM ललितपुर) नोट-इस खबर से संबंधित बाइट औऱ विसुअल wrap से up_lal_01_cold_havoc_vis_byte_7203547 स्लग के साथ भेज दिए गए है कृपया संज्ञान लें।
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