ललितपुरः अन्ना गोवंशों की वजह से किसानों की फसल को काफी नुकसान हो रहा था. साथ ही यातायात व्यवस्था भी ध्वस्त रहती थी, जिसके मद्देनजर सरकार ने अन्ना गोवंशों के लिए गोशाला निर्माण के आदेश जारी किए थे, लेकिन जिले के ग्राम दैलवारा में नगर पालिका द्वारा संचालित कान्हा पशु आश्रय स्थल का हाल बेहाल है. यहां कर्मचारियों की लापरवाही के चलते रोजाना भूख और ठंड से सैकड़ों गोवशों की मौत हो रही है.
सरकार के धन का नहीं हो रहा सही प्रयोग
सीएम योगी ने अन्ना गोवंशों के लिए गोशाला निर्माण के आदेश जारी किए थे. साथ ही सरकार द्वारा गोशालाओं के निर्माण के लिए भरपूर धन भी दिया गया था. सरकार के इस निर्णय से अन्ना गोवंशों की रक्षा के साथ-साथ किसानों को भी अन्ना जानवरों से राहत मिलने की उम्मीद थी. सरकार द्वारा भेजे जा रहे धन का सही रूप में उपयोग न होने के कारण गोशाला में गोवंश भूख और ठंड के कारण मृत्यु को प्राप्त हो रहे हैं.
ताजा मामला जिले में नगर पालिका द्वारा निर्मित कान्हा गोवंश आश्रय स्थल ग्राम दैलवारा का है, जहां सरकार द्वारा इस गोशाला संचालन के लिए पर्याप्त धन भेजा जा रहा है, लेकिन नगर पालिका में फैले भ्रष्टाचार के कारण गोवंशों के ऊपर सरकारी धन खर्च नहीं किया गया, जिसके कारण मौजूद गोवंश रोजाना भूख व ठंड से मर रहे हैं.
रोजाना हो रही पांच से अधिक गोवंशों की मौत
वहीं गोशाला में काम करने वाले कर्मचारी ने बताया कि भूख और ठंड से यहां 11 गोवंश की मौत हो चुकी है. गुरुवार को बजरंग दल वालों ने गोशाला का वीडियो बनाकर डीएम को दिखाया. शुक्रवार को गोवंशों के लिए 3 ट्रैक्टर भूसा भेजा गया. वहीं आरोप लगाते हुए कर्मचारी ने कहा कि नगर पालिका के लोग जांच के लिए नहीं आते और आते भी है तो सिर्फ कागज की खानापूर्ति करने के लिए. जानवरों की हालत खराब होने के कारण रोजाना पांच से अधिक गोवंशों की मौत होती है.
इसे भी पढ़ें- जौनपुर: ठंड से हो रही गोवशों की मौत, खुले में पड़े पशुओं के शव
कान्हा गोशाला की लगातार चेकिंग की जा रही है. अधिशाषी अभियंता, एडीएम और नगर पालिका प्रतिदिन भ्रमण करते हैं. गोशाला की व्यवस्था मुकम्बल की गई है.
-योगेश कुमार शुक्ला, डीएम