लखीमपुर खीरीः यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के चौथे चरण का मतदान जिले में जारी है. जिले के सभी बूथों पर सुबह से मतदाता मतदान करने पहुंच रहे हैं. ऐसे में एक बूथ पर एक मतदाता अनोखे वेषभूषा में मतदान करना पहुंचा तो लोग देखते रह गए. दरअसल, मतदान केंद्र पर मास्क न पहनकर आने पर पुलिस वालों की बदसलूकी तो एक मतदाता ने विरोध के रूप में लंगोट पहन कर दोबारा मतदान केंद्र पर पहुंचा था.
शहर के गुरु नानक इंटर कॉलेज में पड़ोस के ही रहने वाले अनुराग मौर्य वोट डालने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें सिर्फ इसलिए वापस कर दिया कि उनके मुंह पर मास्क नहीं था. पुलिस वालों ने कहा कि बिना मास्क पहने मतदान केंद्र के अंदर नहीं जाने दिया जाएगा. इस पर अनुराग अपने घर चले गए और दोबारा आए तो मुंह पर मास्क और तन पर सिर्फ लंगोट था. मतदान केंद्र के अंदर घुसते ही पुलिस वाले हैरत में पड़ गए. जिसने अनुराग को देखा वह अपनी नजरें फेरने लगा.
अनुराग मौर्य ने बताया कि वह मतदान केंद्र पर विरोध प्रदर्शन के लिए किस वेशभूषा में आए हैं. जब मतदान करने की मना ही नहीं है तो फिर मतदान केंद्र पर मास्क लगाकर आने की पाबंदी क्यों लगाई जा रही है. तमाम लोग सड़कों पर बिना मास्क लगाए घूम रहे हैं. मतदान केंद्र के अंदर कर्मचारी भी बिना मास्क के बैठे हैं, फिर मतदाता के लिए ही क्यों यह पाबंदी लगाई जा रही है. अनुराग का कहना है कि सेल्फी प्वाइंट हर मतदान केंद्र बनाया गया है लेकिन मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं है तो सेल्फी प्वाइंट का मतलब क्या है. इसी के विरोध प्रदर्शन को लेकर वह लंगोट पहनकर गुरु नानक इंटर कॉलेज के मतदान केंद्र पर पहुंचा. उनका यह एक तरीके से सांकेतिक विरोध प्रदर्शन प्रशासन और मतदान व्यवस्था के खिलाफ था.
पिपरा मरोड़ा, सिंगाही कस्बे में सैकड़ों के वोट कटे
इसी तरह श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के पिपरा मरोड़ा और निघासन विधानसभा के सिंगाही में सैकड़ों लोगों के वोट ही कट गए. पिपरा मरोड़ा गांव में आज जब वोट डालने लोग पहुंचे तो वोटर लिस्ट में उनका नाम ही गया था. लोगों का कहना है कि प्रधानी के चुनाव में सभी ने वोट डाला था और इनमें ज्यादातर दलित वोटर हैं. लोगों ने आरोप लगाया कि साजिशन एक वर्ग विशेष के वोट काटे गए हैं. वहीं सिंगाही में एक वर्ग विशेष ने भी अपने वोट बीएलओ द्वारा काटने के आरोप लगाए हैं. वहीं, मतदान के दौरान किए उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल से लगातार लखीमपुर खीरी पीलीभीत और आसपास के जिलों में मतदान और ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें चुनाव आयोग और संबंधित जिलों के डीएम से की जाती रही.