लखीमपुर खीरी: दुधवा टाइगर रिजर्व में शिकारियों के फंदे में फंसने से एक टाइगर की मौत हो गई. टाइगर का शव दुधवा बफर जोन के मैलानी रेंज के जटपुरा बीट के हरदुआ फार्म के पास एक खेत से मिला है. बाघ की मौत कैसे हुई. इसका पता दुधवा टाइगर रिजर्व के अफसर लगाने में जुटे हैं.
दुधवा बफर जोन के डीएफओ डॉ. अनिल पटेल का कहना है पता चला है कि बाघ का शव मिला है. गले में रस्सी का फंदा लिपटा बताया जा रहा. हम तफ्तीश कर रहे हैं. उच्चाधिकारियों को भी सूचना दे दी गई है. घटनास्थल पर फील्ड डायरेक्टर दुधवा,डीएफओ बफर जोन डॉ अनिल कुमार पटेल पहुंच गए हैं.
दुधवा टाइगर रिजर्व में मिला बाघ का शव दुधवा टाइगर रिजर्व के बफर जोन के हरदुआ फार्म के पास एक बाघ का शव जंगल से सटे पगडंडी के पास खेत में पड़े होने की खबर आई, जिसके बाद वन विभाग के अफसरों के भी होश उड़ गए. मैलानी रेंज के जटपुरा बीट के हरदुआ फॉर्म के पास बाघ की चहलकदमी काफी दिनों से थी. बाघ के शव मिलने की सूचना पर मैलानी रेंज का स्टाफ मौके पर पहुंचा. घटनास्थल का मुआयना किया जा रहा है. घटनास्थल पर बाघ के शव के गले में एक प्लास्टिक के रस्से का फंदा पड़ा है, जिससे अफसरों के कान खड़े हो गए हैं. कहीं किसी शिकारी ने तो बाघ को नहीं फंसाया या सुअर आदि को फंसाने को लगाए फन्दे में तो बाघ नहीं फंस गया. इन सवालों के जवाब वन विभाग और दुधवा टाइगर रिजर्व के अफसर ढूंढ रहे हैं. एक आशंका ये भी है कि बाघ की मौत कहीं और हुई हो और उसे फन्दे में फंसा यहां लाकर डाला गया हो. इन सब पहलुओं पर दुधवा का स्टाफ खोजबीन और तफ्तीश में लगा हुआ है. दुधवा बफर जोन के डीएफओ डॉ. अनिल कुमार पटेल ने बताया की बाघ के शव मिलने की खबर मिली है. स्टाफ मौके पर है. स्टाफ ने बताया है कि बाघ के गले में रस्सी का फंदा लगा है. इससे शक बढ़ रहा है किसी फाउल प्ले की आशंका बढ़ गई है. हम हर एंगल से बाघ की मौत के कारणों की जांच कर रहे हैं. फील्ड डायरेक्टर संजय कुमार को भी घटना की सूचना दे दी गई है. हम तफ्तीश कर रहे हैं.