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लखीमपुर खीरी: इस बार समय से शुरू होंगी चीनी मिलें, तैयारियां पूरी

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में इस बार चीनी मिलें सही समय पर शुरू हो जाएंगी. जिला गन्ना अधिकारी ब्रजेश कुमार पटेल का कहना है कि सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है और नवम्बर में मिलें चलना शुरू हो जाएंगी.

इस बार समय से शुरू होंगी चीनी मिलें.
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Published : Oct 23, 2019, 3:12 PM IST

लखीमपुर खीरी: चीनी का कटोरा कहे जाने वाले जिले खीरी में इस बार चीनी मिले सही समय पर शुरू हो जाएंगी. योगी सरकार और गन्ना विभाग ने इसके लिए एक कमर कस ली है. सबसे पहले डीएससीएल ग्रुप की अजबापुर चीनी मिल शुरू होगी और सबसे देर में जुआरी ग्रुप की ऐरा खमरिया चीनी मिल की शुरुआत होगी. उम्मीद जताई जा रही है कि 1 नवम्बर से जिले में चीनी मिलों में पेराई शुरू हो जाएगी.

जानकारी देते जिला गन्ना अधिकारी.


जिले में नौ चीनी मिलें हैं और चार लाख से ज्यादा गन्ना किसान है. करीब तीन 3.38 लाख हेक्टेयर पर गन्ने की खेती होती है. नकदी फसल गन्ना की बहुतायत की वजह से खीरी जिला गन्ने का कटोरा कहा जाता है. पांच लाख से ज्यादा परिवार और 20 लाख की आबादी गन्ने की खेती और उससे जुड़े रोजगारों से जुड़े हैं.


सबसे पहले अजबापुर चीनी मिल होगी शुरू
जिला गन्ना अधिकारी ब्रजेश कुमार पटेल कहते हैं कि सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए समय से चीनी मिलें चलवाने की व्यवस्था की है. जिले में नौ चीनी मिलों में सबसे पहले अजबापुर चीनी मिल पेराई शुरू कर देगी. इसके बाद बजाज शुगर मिल की तीनों यूनिटों में भी गन्ना पेराई का काम शुरू हो जाएगा. उम्मीद की जताई जा रही है कि 4 से 5 नवंबर के बीच पलिया, खंभारखेड़ा और गोला बजाज शुगर मिल भी पेराई शुरू कर देगी.

ये भी पढ़ें- लखीमपुर खीरी: NH-730 के जल्द बहुरेंगे दिन, वन विभाग से मिली NOC


ऐरा चीनी मिल की देर से चलने की उम्मीद
कोआपरेटिव की दोनों चीनी मिलें सम्पूर्णानगर और बेलरायां आठ से दस नवम्बर के बीच शुरू होंगी. वहीं बलरामपुर ग्रुप की कुंभी और गुलरिया इस बार थोड़ा देर से 14 नवम्बर के बाद चलेंगी. जुआरी ग्रुप की ऐरा खमरिया के सबसे देर से चलने की उम्मीद है. ये 15 से 18 नवम्बर के बीच चलेगी.


घोषणा पत्र जमा करने का आखिरी मौका
डीसीओ ने बताया कि जिन किसानों ने घोषणा-पत्र नहीं जमा किए, वे अभी भी आखिरी मौके के तौर पर समितियों में जाकर सम्पर्क कर लें. क्योंकि बिना घोषणा-पत्र जमा किए किसी भी किसान का सट्टा संचालित नहीं होगा.

लखीमपुर खीरी: चीनी का कटोरा कहे जाने वाले जिले खीरी में इस बार चीनी मिले सही समय पर शुरू हो जाएंगी. योगी सरकार और गन्ना विभाग ने इसके लिए एक कमर कस ली है. सबसे पहले डीएससीएल ग्रुप की अजबापुर चीनी मिल शुरू होगी और सबसे देर में जुआरी ग्रुप की ऐरा खमरिया चीनी मिल की शुरुआत होगी. उम्मीद जताई जा रही है कि 1 नवम्बर से जिले में चीनी मिलों में पेराई शुरू हो जाएगी.

जानकारी देते जिला गन्ना अधिकारी.


जिले में नौ चीनी मिलें हैं और चार लाख से ज्यादा गन्ना किसान है. करीब तीन 3.38 लाख हेक्टेयर पर गन्ने की खेती होती है. नकदी फसल गन्ना की बहुतायत की वजह से खीरी जिला गन्ने का कटोरा कहा जाता है. पांच लाख से ज्यादा परिवार और 20 लाख की आबादी गन्ने की खेती और उससे जुड़े रोजगारों से जुड़े हैं.


सबसे पहले अजबापुर चीनी मिल होगी शुरू
जिला गन्ना अधिकारी ब्रजेश कुमार पटेल कहते हैं कि सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए समय से चीनी मिलें चलवाने की व्यवस्था की है. जिले में नौ चीनी मिलों में सबसे पहले अजबापुर चीनी मिल पेराई शुरू कर देगी. इसके बाद बजाज शुगर मिल की तीनों यूनिटों में भी गन्ना पेराई का काम शुरू हो जाएगा. उम्मीद की जताई जा रही है कि 4 से 5 नवंबर के बीच पलिया, खंभारखेड़ा और गोला बजाज शुगर मिल भी पेराई शुरू कर देगी.

ये भी पढ़ें- लखीमपुर खीरी: NH-730 के जल्द बहुरेंगे दिन, वन विभाग से मिली NOC


ऐरा चीनी मिल की देर से चलने की उम्मीद
कोआपरेटिव की दोनों चीनी मिलें सम्पूर्णानगर और बेलरायां आठ से दस नवम्बर के बीच शुरू होंगी. वहीं बलरामपुर ग्रुप की कुंभी और गुलरिया इस बार थोड़ा देर से 14 नवम्बर के बाद चलेंगी. जुआरी ग्रुप की ऐरा खमरिया के सबसे देर से चलने की उम्मीद है. ये 15 से 18 नवम्बर के बीच चलेगी.


घोषणा पत्र जमा करने का आखिरी मौका
डीसीओ ने बताया कि जिन किसानों ने घोषणा-पत्र नहीं जमा किए, वे अभी भी आखिरी मौके के तौर पर समितियों में जाकर सम्पर्क कर लें. क्योंकि बिना घोषणा-पत्र जमा किए किसी भी किसान का सट्टा संचालित नहीं होगा.

Intro:लखीमपुर- चीनी का कटोरा कहे जाने वाले खीरी जिले में इस बार चीनी मिले हैं सही समय पर शुरू हो जाएंगी योगी सरकार और गन्ना विभाग ने इसके लिए एक कमर कस ली है। सबसे पहले डीएससीएल ग्रुप की अजबापुर चीनी मिल चलेगी और सबसे लेट जुआरी ग्रुप की ऐरा खमरिया चीनी मिल के चक्के घूमेंगे।
उम्मीद है कि एक नवम्बर से जिले में चीनी मिलें पेराई शुरू कर देंगीं। जिला गन्ना अधिकारी ब्रजेश कुमार पटेल कहते हैं। हमने सारी तैयारी कर ली है। नवम्बर में मिलें चलना शुरू हो जाएंगी।




Body:जिले में नौ चीनी मिलें हैं और चार लाख से ज्यादा गन्ना किसान। करीब तीन 3.38लाख हेक्टेयर पर गन्ने की खेती होती है। नकदी फसल गन्ना की बहुतायत की वजह से खीरी जिला गन्ने का कटोरा कहा जाता है। पाँच लाख से ज्यादा परिवार और 20 लाख की आबादी गन्ने की खेती और उससे जुड़े रोजगारों से जुड़े हैं।
जिला गन्ना अधिकारी ब्रजेश कुमार पटेल कहते हैं सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए समय से चीनी मिलें चलवाने की व्यवस्था की है। जिले में नौ चीनी मिलों में सबसे पहले अजबापुर चीनी मिल पेराई शुरू कर देगी। इसके बाद बजाज शुगर मिल की तीनों यूनिटों ने भी गन्ना पेराई का काम शुरू हो जाएगा उम्मीद की जा रही है कि 4 से 5 नवंबर के बीच पलिया,खंभारखेड़ा और गोला बजाज शुगर मिल भी पेराई ही शुरू कर देंगी।
कोआपरेटिव की दोनों चीनी मिलें सम्पूर्णानगर और बेलरायां आठ से दस नवम्बर के बीच चल जाएँगीं। वहीँ बलरामपुर ग्रुप की कुंभी और गुलरिया इस बार थोड़ा लेट 14 नवम्बर के बाद चलेंगी। जुआरी ग्रुप की ऐरा खमरिया के सबसे लेट चलने की उम्मीद है। ये 15 से 18 के बीच चलेगी।


Conclusion:डीसीओ ने बताया कि जिन किसानों ने घोषणापत्र नहीं जमा किए वो अभी भी आखिरी मौके के तौर पर समितियों में जाकर सम्पर्क कर लें। क्योंकि बिना घोषणापत्र जमा किए किसी भी किसान का सट्टा संचालित नहीं होगा।
बाइट-ब्रजेश कुमार पटेल(जिला गन्ना अधिकारी खीरी)
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प्रशान्त पाण्डेय
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