लखीमपुर खीरी: चीनी का कटोरा कहे जाने वाले जिले खीरी में इस बार चीनी मिले सही समय पर शुरू हो जाएंगी. योगी सरकार और गन्ना विभाग ने इसके लिए एक कमर कस ली है. सबसे पहले डीएससीएल ग्रुप की अजबापुर चीनी मिल शुरू होगी और सबसे देर में जुआरी ग्रुप की ऐरा खमरिया चीनी मिल की शुरुआत होगी. उम्मीद जताई जा रही है कि 1 नवम्बर से जिले में चीनी मिलों में पेराई शुरू हो जाएगी.
जिले में नौ चीनी मिलें हैं और चार लाख से ज्यादा गन्ना किसान है. करीब तीन 3.38 लाख हेक्टेयर पर गन्ने की खेती होती है. नकदी फसल गन्ना की बहुतायत की वजह से खीरी जिला गन्ने का कटोरा कहा जाता है. पांच लाख से ज्यादा परिवार और 20 लाख की आबादी गन्ने की खेती और उससे जुड़े रोजगारों से जुड़े हैं.
सबसे पहले अजबापुर चीनी मिल होगी शुरू
जिला गन्ना अधिकारी ब्रजेश कुमार पटेल कहते हैं कि सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए समय से चीनी मिलें चलवाने की व्यवस्था की है. जिले में नौ चीनी मिलों में सबसे पहले अजबापुर चीनी मिल पेराई शुरू कर देगी. इसके बाद बजाज शुगर मिल की तीनों यूनिटों में भी गन्ना पेराई का काम शुरू हो जाएगा. उम्मीद की जताई जा रही है कि 4 से 5 नवंबर के बीच पलिया, खंभारखेड़ा और गोला बजाज शुगर मिल भी पेराई शुरू कर देगी.
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ऐरा चीनी मिल की देर से चलने की उम्मीद
कोआपरेटिव की दोनों चीनी मिलें सम्पूर्णानगर और बेलरायां आठ से दस नवम्बर के बीच शुरू होंगी. वहीं बलरामपुर ग्रुप की कुंभी और गुलरिया इस बार थोड़ा देर से 14 नवम्बर के बाद चलेंगी. जुआरी ग्रुप की ऐरा खमरिया के सबसे देर से चलने की उम्मीद है. ये 15 से 18 नवम्बर के बीच चलेगी.
घोषणा पत्र जमा करने का आखिरी मौका
डीसीओ ने बताया कि जिन किसानों ने घोषणा-पत्र नहीं जमा किए, वे अभी भी आखिरी मौके के तौर पर समितियों में जाकर सम्पर्क कर लें. क्योंकि बिना घोषणा-पत्र जमा किए किसी भी किसान का सट्टा संचालित नहीं होगा.