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यूपी की चीनी मिलों की बिगड़ी सेहत सुधारेगा एथेनाल!

उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों को राहत पहुंचाने के लिए सरकार नई तकनीकों को ला रही है. अब ईआएपी यानी की 'इंटरप्राइज रिसोर्स प्लैनिंग' के हाईटेक साफ्टवेयर के जरिए पूरा काम होगा.

प्रमुख सचिव गन्ना एवं चीनी उद्योग संजय भूसरेड्डी.
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Published : Aug 13, 2019, 11:19 PM IST

लखीमपुर: उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों की बिगड़ी सेहत को अब एथेनाल सुधारेगा. यूपी की 51 चीनी मिलों में जल्द ही रिफाइनरी काम शुरू कर देंगी, जिनमें एथेनाल का उत्पादन शुरू हो जाएगा. यूपी में गन्ना विभाग हाईटेक होगा. ईआरपी साफ्टवेयर से अब गन्ना माफियाओं को बिल्कुल खत्म किया जाएगा. ये बात प्रमुख सचिव गन्ना एवं चीनी उद्योग संजय भूसरेड्डी ने ईटीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए लखीमपुर खीरी में कही.

चीनी मिलों में गन्ने के जूस से एथेनॉल बनेगा.

संजय भूसरेड्डी ने कही ये बातें-

  • चीनी मिलों में गन्ने के जूस से एथेनॉल बनेगा.
  • गन्ना विभाग अब तकनीक का प्रयोग करके दिक्कतों को दूर कर रहा है.
  • सर्वे से लेकर किसानों को कोई परेशानी न हो इसकी पूरी व्यवस्था गन्ना विभाग ने कर ली है.
  • अब ईआएपी यानी की 'इंटरप्राइज रिसोर्स प्लैनिंग' के हाईटेक साफ्टवेयर के जरिए पूरा काम होगा.
  • भूसरेड्डी ने कहा कि हमने गलत सर्वे खत्म किया है, अवैध सट्टे खत्म किए हैं.

पढ़ें- लखीमपुर खीरी: 60 की उम्र में किसान ने शुरू की जैविक कृषि, लोगों को बताए फायदे

गन्ना विभाग ने एक पारदर्शी व्यवस्था बनाई है:

  • पिछले साल साढ़े पांच लाख गन्ना माफियाओं को निकाला है.
  • साढ़े चार लाख मरे हुए लोगों की मेम्बरशिप खत्म की
  • गन्ना विभाग ने एक पारदर्शी व्यवस्था बनाई है.
  • बोआई से लेकर पेराई तक पूरी शुद्धता के साथ किसानों को पर्ची मिलेंगी.
  • समय पर पेराई से किसान और मिल दोनों को फायदा होगा.
  • श्री रेड्डी ने कहा कि अगले साल 51 रिफाइनरी यूपी में शुरू हो जाएंगी.
  • 2017-18 में 18 रिफाइनरी सैंक्शन शुरू हुई थीं.
  • नौ लाख छोटे किसानों को पेराई और बुआई दोनों की 45 दिन में पर्चियों की व्यवस्था की गई है.

लखीमपुर: उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों की बिगड़ी सेहत को अब एथेनाल सुधारेगा. यूपी की 51 चीनी मिलों में जल्द ही रिफाइनरी काम शुरू कर देंगी, जिनमें एथेनाल का उत्पादन शुरू हो जाएगा. यूपी में गन्ना विभाग हाईटेक होगा. ईआरपी साफ्टवेयर से अब गन्ना माफियाओं को बिल्कुल खत्म किया जाएगा. ये बात प्रमुख सचिव गन्ना एवं चीनी उद्योग संजय भूसरेड्डी ने ईटीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए लखीमपुर खीरी में कही.

चीनी मिलों में गन्ने के जूस से एथेनॉल बनेगा.

संजय भूसरेड्डी ने कही ये बातें-

  • चीनी मिलों में गन्ने के जूस से एथेनॉल बनेगा.
  • गन्ना विभाग अब तकनीक का प्रयोग करके दिक्कतों को दूर कर रहा है.
  • सर्वे से लेकर किसानों को कोई परेशानी न हो इसकी पूरी व्यवस्था गन्ना विभाग ने कर ली है.
  • अब ईआएपी यानी की 'इंटरप्राइज रिसोर्स प्लैनिंग' के हाईटेक साफ्टवेयर के जरिए पूरा काम होगा.
  • भूसरेड्डी ने कहा कि हमने गलत सर्वे खत्म किया है, अवैध सट्टे खत्म किए हैं.

पढ़ें- लखीमपुर खीरी: 60 की उम्र में किसान ने शुरू की जैविक कृषि, लोगों को बताए फायदे

गन्ना विभाग ने एक पारदर्शी व्यवस्था बनाई है:

  • पिछले साल साढ़े पांच लाख गन्ना माफियाओं को निकाला है.
  • साढ़े चार लाख मरे हुए लोगों की मेम्बरशिप खत्म की
  • गन्ना विभाग ने एक पारदर्शी व्यवस्था बनाई है.
  • बोआई से लेकर पेराई तक पूरी शुद्धता के साथ किसानों को पर्ची मिलेंगी.
  • समय पर पेराई से किसान और मिल दोनों को फायदा होगा.
  • श्री रेड्डी ने कहा कि अगले साल 51 रिफाइनरी यूपी में शुरू हो जाएंगी.
  • 2017-18 में 18 रिफाइनरी सैंक्शन शुरू हुई थीं.
  • नौ लाख छोटे किसानों को पेराई और बुआई दोनों की 45 दिन में पर्चियों की व्यवस्था की गई है.
Intro:लखीमपुर- उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों की बिगड़ी सेहत को अब एथेनाल सुधारेगा। यूपी की 51 चीनी मिलों में जल्द ही रिफाइनरी काम शुरू कर देंगी। जिनमें एथेनाल का उत्पादन शुरू हो जाएगा। यूपी में गन्ना विभाग हाईटेक होगा। ईआरपी साफ्टवेयर से अब गन्ना माफिया को बिल्कुल खत्म किया जाएगा। ये बात प्रमुख सचिव गन्ना एवं चीनी उद्योग संजय भूसरेड्डी ने ईटीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए लखीमपुर खीरी कही।
कलेक्ट्रेट में ईटीवी से बातचीत करते हुए श्री रेड्डी ने कहा कि गन्ना विभाग अप तकनीक का प्रयोग करके दिक्कतों को दूर कर रहा है सर्वे से लेकर मई तक किसानों को कोई परेशानी ना हो इसकी पूरी व्यवस्था गन्ना विभाग ने कर ली है। पहले जो काम मिलो के पास था वह गन्ना विभाग ने खुद अपने हाथ में ले लिया है। अब ईआएपी यानी की 'इंटरप्राइज रिसोर्स प्लैनिंग' के हाईटेक साफ्टवेयर के जरिए पूरा काम होगा। पर्चियों की निकासी से लेकर कैलेंडर तक।


Body:श्री भूसरेड्डी ने कहा कि हमने गलत सर्वे खत्म किया है अवैध सट्टे खत्म किए हैं पिछले साल 5:30 लाख गन्ना माफियाओं को निकाला है। नए डेढ़ लाख अवैध सट्टे पकड़े हैं। साढ़े चार लाख मरे हुए लोगों की मेम्बरशिप खत्म की। गन्ना विभाग ने एक पारदर्शी व्यवस्था बनाई है। तकनीक के माध्यम से बोआई से लेकर पेराई तक पूरी शुद्धता के साथ। जिससे समय पर किसानों को पर्ची मिलें समय पर पेराई से किसान और मिल दोनों को फायदा हो। रिकवरी बढ़े।
ईटीवी के गन्ना बकाए के सवाल पर प्रमुख सचिव ने कहा कि कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों ने साथ लोन से किसानों और मिलों की मदद की है। जन सरकार ने 5:30 हजार करोड़ और राज्य सरकार ने भी 4:30 हजार करोड़ की मदद चीनी मिलों को की है। हमने 72 हजार करोड़ का भुगतान गन्ना किसानों को किया है। कुछ चीनी मिलों की वित्तीय स्थिति उनके गलत प्रबंधन की वजह से गड़बड़ा गई है। पर सबका पेमेंट जल्द होगा। श्री रेड्डी ने कहा कि हम एक ऐसी व्यवस्था बना रहे जिससे छोटे से लेकर बड़े सभी किसान परेशान ना हो। अंतरराष्ट्रीय चीनी का हवाला दे जीने के दामों का हवाला देते हुए श्री रेड्डी ने कहा के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीनी का रेट ₹19 किलो हो गया है जिसकी वजह से सेंट्रल एक्सपोर्ट नहीं हो पा रहा। उत्तर प्रदेश ने पिछले दो सालों में मिलों ने इतनी शक्कर बना ली है कि पूरा यूपी छह साल तक खा सकता है। हम हर साल तीन साल का शक्कर बना रहे हैं। अभी यूपीके पास चार साल का शक्कर स्टॉक में है। पर मिलों को भी देखना है। चीनी का रेट कम न हो मिलें चलती रहें ये भी सुनिश्चित करना।


Conclusion:ईटीवी से खास बातचीत करते हुए श्री रेड्डी ने कहा कि अगले साल 51 रिफाइनरी यूपी में शुरू हो जाएंगी जो ऐलान बनाएंगी 2017-18 में 18 रिफाइनरी सैंक्शन हुई थी। जो कुछ इस साल तो कुछ अगले साल अक्टूबर तक चल जाएंगी। जिससे चीनी मिलों की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी। श्री रेड्डी ने बताया कि पिछले साल भी हमने छह लाख छोटे किसानों को 45 दिन में पर्चियों की व्यवस्था सुनिश्चित की थी इस बार नौ लाख छोटे किसानों को पेड़ी और बोवारु दोनों की 45 दिन में पर्चियों की व्यवस्था की गई है।
ईटीवी संवाददाता से बातचीत करते हुए यूपी के प्रमुख सचिव गन्ना संजय भूसरेड्डी
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प्रशान्त पाण्डेय
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