लखीमपुर: उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों की बिगड़ी सेहत को अब एथेनाल सुधारेगा. यूपी की 51 चीनी मिलों में जल्द ही रिफाइनरी काम शुरू कर देंगी, जिनमें एथेनाल का उत्पादन शुरू हो जाएगा. यूपी में गन्ना विभाग हाईटेक होगा. ईआरपी साफ्टवेयर से अब गन्ना माफियाओं को बिल्कुल खत्म किया जाएगा. ये बात प्रमुख सचिव गन्ना एवं चीनी उद्योग संजय भूसरेड्डी ने ईटीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए लखीमपुर खीरी में कही.
संजय भूसरेड्डी ने कही ये बातें-
- चीनी मिलों में गन्ने के जूस से एथेनॉल बनेगा.
- गन्ना विभाग अब तकनीक का प्रयोग करके दिक्कतों को दूर कर रहा है.
- सर्वे से लेकर किसानों को कोई परेशानी न हो इसकी पूरी व्यवस्था गन्ना विभाग ने कर ली है.
- अब ईआएपी यानी की 'इंटरप्राइज रिसोर्स प्लैनिंग' के हाईटेक साफ्टवेयर के जरिए पूरा काम होगा.
- भूसरेड्डी ने कहा कि हमने गलत सर्वे खत्म किया है, अवैध सट्टे खत्म किए हैं.
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गन्ना विभाग ने एक पारदर्शी व्यवस्था बनाई है:
- पिछले साल साढ़े पांच लाख गन्ना माफियाओं को निकाला है.
- साढ़े चार लाख मरे हुए लोगों की मेम्बरशिप खत्म की
- गन्ना विभाग ने एक पारदर्शी व्यवस्था बनाई है.
- बोआई से लेकर पेराई तक पूरी शुद्धता के साथ किसानों को पर्ची मिलेंगी.
- समय पर पेराई से किसान और मिल दोनों को फायदा होगा.
- श्री रेड्डी ने कहा कि अगले साल 51 रिफाइनरी यूपी में शुरू हो जाएंगी.
- 2017-18 में 18 रिफाइनरी सैंक्शन शुरू हुई थीं.
- नौ लाख छोटे किसानों को पेराई और बुआई दोनों की 45 दिन में पर्चियों की व्यवस्था की गई है.