लखीमपुर खीरी : शहर के नई बस्ती मोहल्ले में रहने वाले अशोक सक्सेना की बेटी प्रियांशी सक्सेना ने पहली ही बार में खण्ड शिक्षा अधिकारी की परीक्षा पास कर ली है. प्रियांशी ने शहर के सनातन धर्म बालिका विद्यालय से इंटर की परीक्षा पास कर युवराजदत्त महाविद्यालय से बीएससी किया था. इसके बाद आदर्श जनता महाविद्यालय से बीएड की डिग्री हासिल की. इसके बाद प्रतियोगी परीक्षाओं की लगातार खुद ही तैयारी करती रहीं.
उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की बीईओ मुख्य परीक्षा 2019 में प्रियांशी ने यूपी में 70 महिला अभ्यर्थियों में अपना स्थान बनाया है. खण्ड शिक्षा अधिकारी पद की प्रारंभिक परीक्षा के लिए 5.28 लाख अभ्यर्थियों ने प्रतिभाग किया. मुख्य परीक्षा दिसम्बर 2020 में हुई, जिसमें 4182 अभ्यर्थी शामिल हुए थे. प्रियांशी कहती हैं छोटे शहरों में भी रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की जा सकती है. जरूरी नहीं है कि आप कोचिंग करें, बहुत पैसे खर्च करें. प्रियांशी ने कहा कि जब आप प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठें तो मछली की आंख ही दिखनी चाहिए बिल्कुल अर्जुन की तरह.
प्रियांशी के पिता अशोक सक्सेना पत्रकार और समाजसेवी हैं. वहीं मां मधु जौहरी आंगनबाड़ी विभाग में कार्यरत हैं. प्रियांशी के पिता अशोक कहते हैं उनके पास संसाधन कम थे, पर बिटिया शुरू से मेहनत और लगन से पढ़ती थीं. उसने लक्ष्य तय कर रखा था. बीएड करने के बाद से लगातार वो तैयारी में जुटी थी. पहली बार में ही बिटिया ने अफसर की परीक्षा पास की है.
प्रियांशी की मां कहती हैं कि बेटी को पढ़ाने को उन्होंने अपने खर्चों से समझौता किया, पर बिटिया को पढ़ने से नहीं रोका. आज वो सब बहुत खुश हैं. प्रियांशी का एक छोटा भाई भी है. कम संसाधनों में खीरी की इस बिटिया ने अफसर बनकर जिले के लोगों का मान बढ़ाया है. प्रियांशी को बालिका विद्या मंदिर की प्रिंसिपल शिप्रा बाजपेई और वाईडी कॉलेज के प्रिंसिपल श्री डीएन मालपानी ने भी बधाई दी है.