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लखीमपुर खीरी : कोई नंगे पैर तो कोई रिक्शे पर आया नामांकन करने

धौरहरा लोकसभा सीट से दो प्रत्याशी अनोखे ढंग से नामांकन करने पहुंचे. दोनों ही प्रत्याशी रिक्शे पर सवार होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे. उनमें से एक खुद को अभिनेता बताते हैं.

रिक्शे से पहुंचे नामांकन कराने.
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Published : Apr 18, 2019, 10:01 PM IST

लखीमपुर: लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी सुर्खियां बटोरने के लिए अजब-गजब तरीके अपनाते हैं. खीरी जिले में धौरहरा लोकसभा सीट से दो प्रत्याशी लगभग एक ही अंदाज में नामांकन करने कलेक्ट्रेट पहुंचे. एक प्रत्याशी रिक्शे पर सवार होकर नगे पैर कलेक्ट्रेट पहुंचा, तो दूसरा रिक्शे पर पत्नी को बैठाकर नामांकन दाखिल करने पहुंचा.

रिक्शे से पहुंचे नामांकन करने.


कौन हैं वकार...

  • नंगे पैर आए प्रत्याशी का नाम वकार खान जो खुद को अभिनेता बताते हैं.
  • वकार धौरहरा लोकसभा कोतवाली से नामांकन करने से पहले रिक्शे से उतरकर पुलिस वालों से भी मिलने लगते हैं और रास्ते में मौजूद लोगों से हाथ मिलाते हैं.
  • नंगे पैर नामांकन कराने पहुंचे वकार के सियासत में कदम रखने की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है.
  • वकार शाहजहांपुर के जलालाबाद से जिला पंचायत सदस्य भी रह चुके हैं.
  • वकार के जनता से किए वादे भी बड़े ही दिलचस्प हैं. कहते हैं वो जीत गए तो कार के शीशे खोल कर जनता की बात सुनेंगे, शीशे बंद करके नहीं चलेंगे.
  • वकार बताते हैं वह छह महीने से नंगे पैर ही धौरहरा इलाके में घूमकर लोगों की समस्याएं सुनते आ रहे हैं. मूल रूप से शाहजहांपुर जिले के निवासी वकार कहते हैं मुम्बई में उन्होंने छह सालों तक ऑटो और रिक्शा भी चलाया है. इसके अलावा वकार ने बताया कि ई रिक्शे वालों के रिक्शे जब्त करने के खिलाफ शाहजहांपुर में आवाज उठाई तो उनके खिलाफ प्रशासन ने मुकदमा दर्ज करा दिया.

दूसरे प्रत्याशी हैं राधेश्याम कनौजिया...

  • रिक्शे से अपने साथियों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे दूसरे प्रत्याशी हैं राधेश्याम कनौजिया.
  • अभी तक बड़े-बड़े प्रत्याशी कोई ई रिक्शा पर बैठकर आया तो कोई बड़ी-बड़ी गाड़ियों से, लेकिन रिक्शे पर आकर राधेश्याम कनौजिया ने रिक्शेवालों के प्रति अपनी सहानुभूति का प्रदर्शन किया.


राधेश्याम कनौजिया कहते हैं वो धौरहरा की जनता और रिक्शेवालों का दर्द सुनकर ही चुनाव मैदान में कूदे हैं. रिक्शे पर अपनी जिला पंचायत सदस्य पत्नी को बैठाकर नामांकन करने पहुंचे राधेश्याम कनौजिया हैं.

-राधेश्याम कनौजिया, प्रत्याशी, धौरहरा लोकसभा सीट

लखीमपुर: लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी सुर्खियां बटोरने के लिए अजब-गजब तरीके अपनाते हैं. खीरी जिले में धौरहरा लोकसभा सीट से दो प्रत्याशी लगभग एक ही अंदाज में नामांकन करने कलेक्ट्रेट पहुंचे. एक प्रत्याशी रिक्शे पर सवार होकर नगे पैर कलेक्ट्रेट पहुंचा, तो दूसरा रिक्शे पर पत्नी को बैठाकर नामांकन दाखिल करने पहुंचा.

रिक्शे से पहुंचे नामांकन करने.


कौन हैं वकार...

  • नंगे पैर आए प्रत्याशी का नाम वकार खान जो खुद को अभिनेता बताते हैं.
  • वकार धौरहरा लोकसभा कोतवाली से नामांकन करने से पहले रिक्शे से उतरकर पुलिस वालों से भी मिलने लगते हैं और रास्ते में मौजूद लोगों से हाथ मिलाते हैं.
  • नंगे पैर नामांकन कराने पहुंचे वकार के सियासत में कदम रखने की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है.
  • वकार शाहजहांपुर के जलालाबाद से जिला पंचायत सदस्य भी रह चुके हैं.
  • वकार के जनता से किए वादे भी बड़े ही दिलचस्प हैं. कहते हैं वो जीत गए तो कार के शीशे खोल कर जनता की बात सुनेंगे, शीशे बंद करके नहीं चलेंगे.
  • वकार बताते हैं वह छह महीने से नंगे पैर ही धौरहरा इलाके में घूमकर लोगों की समस्याएं सुनते आ रहे हैं. मूल रूप से शाहजहांपुर जिले के निवासी वकार कहते हैं मुम्बई में उन्होंने छह सालों तक ऑटो और रिक्शा भी चलाया है. इसके अलावा वकार ने बताया कि ई रिक्शे वालों के रिक्शे जब्त करने के खिलाफ शाहजहांपुर में आवाज उठाई तो उनके खिलाफ प्रशासन ने मुकदमा दर्ज करा दिया.

दूसरे प्रत्याशी हैं राधेश्याम कनौजिया...

  • रिक्शे से अपने साथियों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे दूसरे प्रत्याशी हैं राधेश्याम कनौजिया.
  • अभी तक बड़े-बड़े प्रत्याशी कोई ई रिक्शा पर बैठकर आया तो कोई बड़ी-बड़ी गाड़ियों से, लेकिन रिक्शे पर आकर राधेश्याम कनौजिया ने रिक्शेवालों के प्रति अपनी सहानुभूति का प्रदर्शन किया.


राधेश्याम कनौजिया कहते हैं वो धौरहरा की जनता और रिक्शेवालों का दर्द सुनकर ही चुनाव मैदान में कूदे हैं. रिक्शे पर अपनी जिला पंचायत सदस्य पत्नी को बैठाकर नामांकन करने पहुंचे राधेश्याम कनौजिया हैं.

-राधेश्याम कनौजिया, प्रत्याशी, धौरहरा लोकसभा सीट

Intro:लखीमपुर-लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी सुर्खियाँ बटोरने को अजब गजब तरीके अपनाते हैं। खीरी जिले में धौरहरा लोकसभा से नामांकन कराने एक ऐसा प्रत्याशी आया जो नँगे पैर था। तो एक रिक्शे पर सवार हो कलेक्ट्रेट पहुँचा।
रिक्शे पर सवार नँगे पैर ये प्रत्याशी हैं वकार खान। वकार खुद को अभिनेता बताते हैं। रिक्शे पर सवार हो कलेक्ट्रेट पहुँचे हैं। वकार धौरहरा लोकसभा कोतवाली से नामांकन कराने पहुँचे हैं। रिक्शे से उतर वकार पुलिस वालों से भी मिलने लगते हैं। मौजूद लोगों से हाथ मिलाते हैं।
मूल रूप से शाहजहाँपुर जिले के निवासी वकार कहते हैं मुम्बई में उन्होंने छह सालों तक ऑटो और रिक्शा भी चलाया।
वकार छह महीनों से नँगे पैर ही धौरहरा इलाके में घूमते हैं। लोगों की समस्याएं सुनते हैं।


Body: नँगे पैर नामांकन कराने पहुँचे वकार के सियासत में कदम रखने की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है। ई रिक्शे वालों के रिक्शे जब्त करने के खिलाफ वकार ने शाहजहांपुर में आवाज उठाई तो उनके खिलाफ प्रशाशन ने मुकदमा दर्ज करा दिया। वकार शाहजहांपुर के जलालाबाद से जिला पंचायत सदस्य भी रह चुके हैं। वकार के जनता से वायदे भी बड़े ही दिलचस्प हैं कहते हैं वो जीत गए तो कार के शीशे खोल कर जनता की बात सुनेंगे। शीशे बन्द कर नहीं चलेंगे।
रिक्शे से अपने साथियों के साथ कलेक्ट्रेट पहुँचे दूसरे प्रत्याशी है रामेश्वर कनौजिया। रामेश्वर कहते हैं। वो धौरहरा की जनता और रिक्शे वालों का दर्द सुनकर ही चुनाव मैदान में कूदे हैं। रिक्शो पर अपनी जिला पंचायत सदस्य पत्नी को बिठाकर नामांकन कराने पहुँचे रामेश्वर कहते हैं रिक्शे वाले का दर्द सबसे बड़ा दर्द है।।


Conclusion:अभी तक बड़े बड़े प्रत्याशी कोई ई रिक्शा पर बैठकर आया कोई बड़ी बड़ी गाड़ियों से पर रिक्शे पर आकर रामेश्वर ने रिक्शेवालों के प्रति अपनी सहानुभूति का प्रदर्शन किया।
बाइट-वकार खान(प्रत्याशी
बाइट-रामेश्वर चौरसिया(प्रत्याशी)
पीटीसी
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प्रशान्त पाण्डेय
9984152598
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