पीलीभीत : उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में स्थित टाइगर रिजर्व बाघों की अच्छी खासी संख्या को लेकर सुर्खियों में रहता है. पीलीभीत टाइगर रिजर्व में 75 से अधिक बाघ होने का अनुमान है. हालांकि पीलीभीत टाइगर रिजर्व में रहने वाले बाघ अक्सर यहां के ग्रामीणों के लिए बड़ी मुसीबत बन जाते हैं. ठंड का मौसम नजदीक आते ही बाघों की चहलकदमी ग्रामीण आबादी के करीब बढ़ जाती है. ऐसे में वन्यजीव मानव संघर्ष की घटनाएं देखने सुनने को मिलती हैं. ऐसा ही वाक्या सोमवार शाम को देखने को मिला.
कई गांवों में बाघ की दहशत : जिले की कलीनगर तहसील क्षेत्र के कई गांव के लोग इन दिनों बाघ की दहशत का समाना कर रहे हैं. पिपरिया संतोष, जमुनिया खास जैसे कई ऐसे गांव हैं जहां समय-समय पर बाघ खेत में घूमते नजर आ जाते हैं. सोमवार देर शाम एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. जिसमें एक बाघ खेतों के बीच घूमता नजर आ रहा है. वायरल वीडियो पिपरिया संतोष गांव का बताया जा रहा है. यहां बीते दो महीने से बाघ की दस्तक देखी जा रही है. सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में बाघ खेतों के बीच घूमता नजर आ रहा है. जिसके बाद ग्रामीणों ने बाघ को गाय-भैंस की तरह भगाया.
बाघ के नजदीक पहुंच जाते हैं ग्रामीण : जंगल से निकले बाघ अक्सर खेत खलियानों में घूमते नजर आते हैं. ऐसे में ग्रामीण बाघ को देखने व भगाने के लिए काफी नजदीक पहुंच जाती है. ऐसे में मानव वन्यजीव संघर्ष की आशंका काफी हद तक बढ़ जाती हैं. इस परिस्थिति में अगर कोई अनहोनी होती है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. हालांकि वन विभाग दावा करता है कि जहां भी बाघ की लोकेशन मिलती है, वहां टीम भेज कर बाघ की निगरानी कराई जाती है. पीलीभीत के डीएफओ संजीव कुमार का कहना है कि पिपरिया संतोष गांव में घूमने वाले बाघ को पकड़ने की अनुमति मिल चुकी है. बाघ की लोकेशन ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है.
यह भी पढ़ें : जंगल में खून से लथपथ मिला युवक का शव, बाघ के हमले में मौत की आशंका