लखीमपुर खीरी: कोई अधिकारी इतना नीचे गिर सकता है यकीन करना मुश्किल है, लेकिन यूपी के लखीमपुर में दिल को झकझोरने वाला ऐसा ही मामला सामने आया है. कैसे एक कर्मचारी की मजबूरी का फायदा अधिकारी उठाते हैं उसका घिनौना उदाहरण बिजली विभाग के जेई ने पेश किया है.
आखिर क्यों दे दी लाइनमैन ने जान?
दरअसल गोकुल यादव नाम के लाइनमैन की तैनाती भारत नेपाल बॉर्डर के पास खीरी ज़िले के महंगापुर में थी. लेकिन कुछ दिन पहले गोकुल यादव का ट्रांसफर अलीगंज कर दिया गया. पत्नी चार बच्चों के साथ पलिया में रहती थी. परिवार के साथ रहने की इच्छा किसे नहीं होती. गोकुल भी कई दिनों से वापस पलिया ट्रांसफर कराने के लिए परेशान था, लेकिन जेई नागेंद्र शर्मा पर उसकी मिन्नतों का कोई असर नहीं हो रहा था. मानसिक रूप से तंग आ चुके गोकुल ने अचानक रविवार को खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली. गोकुल की मौत हो गई, लेकिन मरने से पहले जेई की काली करतूत का खुलासा कर दिया.
आरोपी जेई पर क्या हैं आरोप?
मरने वाले लाइनमैन गोकुल की पत्नी ने पुलिस को दी तहरीर में जेई नागेंद्र शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इसमें आरोप लगाया गया है कि जेई ट्रांसफर करने के लिए एक लाख रुपया और एक रात के लिए उसकी पत्नी की मांग कर रहे थे. गोकुल की मौत और पत्नी के आरोप ने पूरे विभाग में हड़कंप मचा दिया. पावर कारपोरेशन के लाइनमैन यूनियन में इसे लेकर ख़ासी नाराज़गी है. यूनियन जेई के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही है. उधर, सीओ संजय नाथ तिवारी ने कहा है कि तहरीर मिल गई है और कार्रवाई की जा रही है. लेकिन अभी तक आरोपी जेई को गिरफ्तार नहीं किया गया है. हालांकि, डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने आरोपी जेई नांगेंद्र शर्मा को सस्पेंड कर दिया है. आरोपी जेई के साथ ही एक दूसरे लाइनमैन को भी सस्पेंड किया गया है जिस पर लेनदेन में दलाली का काम करने का आरोप है.
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले पलिया इलाके के गौरीफंटा में एक टैक्सी ड्राइवर ने इंस्पेक्टर से प्रताड़ित होकर आत्मदाह कर लिया था.
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